गाजियाबाद। वेव सिटी थानाक्षेत्र के बम्हेटा गांव में हुए डबल मर्डर के आरोपी जीशान आलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जीशान ने पूछताछ के दौरान न केवल अपना जुर्म कबूल किया बल्कि भाभी शाहीन परवीन और तीन माह की भतीजी आफिया की जान लेने की वजह भी पुलिस को बताई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मैनुअल इनपुट के आधार पर हत्यारोपी जीशान को वेवसिटी थाना क्षेत्र में आदित्य वर्ल्ड सिटी के पास से गिरफ्तार किया है। जीशान ने पुलिस को बताया कि उसकी भाभी ने भाई को पैसे देने से रोक दिया था, जिस कारण वह दुबई नहीं जा पा रहा था। इसी से परेशान होकर उसने भाभी की हत्या कर दी। भतीजी रोने लगी तो उसका भी गला दबाकर हमेशा के लिए सुला दिया और फिर फरार हो गया। दुबई न जा पाने से परेशान जीशान के सिर पर खून सवार था। उसने आफिया को मारने से पहले अपनी बड़ी भतीजी साढ़े तीन साल की अनाबिया की हत्या करने का भी प्रयास किया लेकिन वह अपना हाथ छुड़ाकर भागने में कामयाब रही। भाभी और छोटी भतीजी की हत्या करने के बाद जीशान भागकर नोएडा पहुंचा। नोएडा में उसने राह चलती एक युवती से मोबाइल लूटा और फिर उस मोबाइल से ही भाई बुरहान को फोन कर उसे भी जान से मारने की धमकी दी। डीसीपी देहात सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि जीशान दुबई जाना चाहता था। पूरी व्यवस्था हो गई थी, एजेंट ने 25 हजार रुपये की मांग और की थी।
एजेंट को देने के लिए जीशान ने अपने भाई बुरहान से पैसे मांगे थे। पहले उसने देने की हामी भर ली थी और बाद में मना कर दिया। जीशान को लगा कि उसकी भाभी ने भाई को ऐसा करने से रोक दिया। इस पर वह भाभी से नाराज था और नशे की हालत में भाभी की चुन्नी से ही उसका गला घोंटकर मार दिया। आफिया के रोने पर जीशान ने उसका भी गला दबा दिया था। डीसीपी ने बताया कि बुरहान और जीशान दोनों सगे भाई हैं और बिहार के बेगुसराय जनपद के रहने वाले हैं। बुरहान सात- आठ वर्षों से परिवार के साथ बम्हेटा गांव में किराए के मकान में रहता है और कविनगर इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री में नौकरी करता है। सोमवार को बुरहान की तहरीर पर पुलिस ने जीशान के खिलाफ बुरहान की पत्नी शाहीन परवीन और तीन माह की बेटी आफिया की हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
जीशान की गिरफ्तारी के लिए चार टीम गठित की गई थीं। जीशान ने पूछताछ में बताया कि मेरे गांव का रहने वाला संजार एजेंट का काम करता है। जीशान उसी के जरिए दुबई जाने के लिए सात नवंबर को गाजियाबाद आया था। उसने संजार को 1.30 लाख दे दिए थे लेकिन 25 हजार रुपये फिर भी कम पड़ रहे थे। आने से पहले उसने अपने भाई बुरहान से 25 हजार रुपये की मांग की थी और बुरहान ने हां भी कर दी थी, लेकिन बाद में बुरहान ने पैसे देने के लिए मना कर दिया और वह 9 नवंबर को दुबई नहीं जा सका। एजेंट ने जीशान को मौका देते हुए 16 तारीख तक पैसे तैयार करने के लिए कहा था, लेकिन 16 तारीख तक भी पैसे का इंतजाम नहीं हो सका और जीशान दुबई नहीं जा पाया, जिससे वह परेशान था।
जीशान को लगा कि उसकी भाभी के मना करने पर भाई बुरहान ने पैसे देने से इंकार कर दिया। बस इसी बात पर उसने भाभी की हत्या करने की ठान ली और 18 नवंबर को भाई के डयूटी पर जाने के बाद वह नशा करके घर पहुंचा और आंगन में बैठी शाहीन परवीन की उसी की चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी। उस समय बुरहान के दोनों बेटे स्कूल गए थे जबकि बेटियां शाहीन के साथ थीं। दोनों ने मां के साथ जबरदस्ती होते देख रोना शुरू कर दिया। बड़ी अनाबिया को जीशान ने मारने के लिए हाथ पकड़कर खींचा लेकिन वह किसी तरह छूटकर भाग गई। उसके बाद जीशान तीन माह की आफिया की गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हो गया।