सर्दी के मौसम में कच्ची शराब की आग पर आबकारी विभाग फेर रहा पानी

• कच्ची शराब का इलाका शराब माफियाओं के लिए स्वर्ग तो आमजन के लिए नरक
• 15 लीटर अवैध कच्ची शराब व महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार
• पन्नी के पाउच में बेच रहे थे कच्ची शराब, आबकारी विभाग ने देहातवासियों से की कार्रवाई में सहयोग की अपील

उदय भूमि
रामपुर। जनपद रामपुर को अवैध शराब के कारोबार से मुक्त करने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने अपनी कार्रवाई को धार देना शुरु कर दिया है। जिस तरह से सर्दी के मौसम में मािफया कच्ची शराब की आग दहकाने में जुटे हुए है। उसी तरह उनकी आग को बुझाने के लिए भी आबकारी विभाग की टीम ने रणनीति तैयार कर ली है। शराब माफिया की कुंडली खंगालने के अलावा संभावित ठिकानों की पुख्ता जानकारी एकत्र की जा रही है। इसके बाद रणनीति के तहत छापामार कार्रवाई हो रही है। आबकारी विभाग के मंसूबों को देखकर शराब माफिया को निरंतर अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ रहा है। इसके बावजूद उन्हें जिले में पांव जमाने का मौका नहीं मिल पा रहा है। जनपद रामपुर उत्तराखंड से सटा होने के कारण और संवेदनशील जनपद है। जहां एक तरफ कच्ची शराब का धंधा हर समय आग उगलता है तो वहीं दुसरी राज्यों की शराब तस्करी की भी आशंका रहती है। मगर पिछले कुछ माह से जिले में शराब तस्करी का धंधा पूरी तरह से बंद नजर आ रहा है। क्योंकि जिले में बाहरी राज्यों की शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें 24 घंटे चेकिंग में मुस्तैद है।

देहात क्षेत्र में शराब माफिया की जड़ें काफी गहरी हैं। सख्ती होने पर वह अपनी रणनीति और ठिकानों में बदलाव कर लेते हैं। इसके चलते आबकारी विभाग को सधी रणनीति अपना कर कार्रवाई करनी पड़ती है। जिले में पिछले कई माह से लगातार कार्रवाई होने से शराब माफिया और उनके गुर्गों की नींद उड़ी पड़ी है। इसका कारण साफ है कि विभाग ने अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन की चेन तोड़ने के लिए प्रभावी कार्य योजना अपना रखी है। इसके तहत शराब माफिया और उनके गुर्गों को संभलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। आबकारी विभाग ने अपने नेटवर्क का विस्तार किया है। इसके अलावा सभी आबकारी निरीक्षकों के मध्य तालमेल को बढ़ाया गया है। निरीक्षक भी एक-दूसरे का भरपूर सहयोग कर सूचना का आदान-प्रदान कर रहे हैं।

इसके नतीजे भी अच्छे मिल रहे हैं। आबकारी विभाग द्वारा मुख्य मार्गों पर भी चौकसी बढ़ाई गई है। रात के अंधेरे में केन, ट्यूब, ड्रम आदि लेकर निजी वाहनों से शराब तस्कर पहुंचते हैं और बोतलें तैयार की जाती है। ग्रामीण क्षेत्र में आपूर्ति बाइकों से हो रही है। शराब में केमिकल्स आदि मिला दिए जाते है। अधिक नशा देने की वजह से इस शराब की डिमांड रहती है। क्षेत्रीय किसानों के मुताबिक रात के समय शराब तस्कर सक्रिय हो जाते हैं। इसी क्रम में एक बार फिर आबकारी अधिकारी की टीम ने कच्ची शराब के किले को भेदते हुए इस बार अवैध शराब और महिला समेत दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से कच्ची शराब के पाउच बरामद किए है, बरामद पाउच को आसपास के लोगों को बेच रहे थे।

जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, ब्रिक्री और परिवहन के खिलाफ आबकारी विभाग की टीमें कार्रवाई कर रही है। गुरुवार को आबकारी निरीक्षक अनुपम सिंह की टीम द्वारा अवैध एवं कच्ची शराब के  बिक्री से संबंधित संदिग्ध स्थलों पर दबिश दी गई। धीमरखेडा, धान नूपुर में दबिश देकर लगभग 15 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद करते हुए महिला तस्कर को गिरफ्तार किया गया। वहीं आबकारी निरीक्षक राम आधार पाल की टीम ने दबिश के दौरान अवैध कच्ची शराब बरामद कर तस्कर लालू सिंह पुत्र भगवान दास को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर कच्ची शराब को पाउच में भरकर सस्ते दामों में बेच रहे थे। इसके अलावा पैकारी की मदिरा बेचने वाली कैंटीनों की चेकिंग की गई एवं निर्देशित किया गया कि यदि अवैध रूप से बिक्री करते हुए पाया गया तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जायेगी। साथ ही टीम द्वारा आसपास के लोगों को जागरुक करते हुए बताया गया कि कच्ची शराब जितनी सस्ती है, उतनी खतरनाक भी है। इसके सेवन से परहेज करें। अवैध शराब से संबंधित सूचना आबकारी विभाग की टीम को दें। आपकी सूचना पर तत्काल कार्रवाई करने के साथ आपका नाम व पता पूरी तरह से गुप्त रखा जाएगा।

लाइसेंसी दुकानों पर अवैध शराब की तलाश
जिले में ठंड का सितम जारी है। धीरे-धीरे ठंड बढ़ती जा रही है। अब रात के समय शरीर कंपाने वाली ठंड होने लगी है। वहीं इस कड़ाके की ठंड में जिले को अवैध शराब के कब्जे से पूरी तरह मुक्त करने के लिए आबकारी विभाग की टीमें अपनी ओर से मोर्चा संभाले हुए है। जहां एक ओर कड़ाके की ठंड में लोग अपने घर से निकलने में बचते नजर आ रहे है तो वहीं आबकारी विभाग की टीम आमजन की सुरक्षा के लिए अपनी की परवाह किए बिना सड़कों पर चेकिंग और शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। यह इसलिए कि लोगों को अवैध शराब के सेवन से बचाया जा सकें। साथ ही शराब की दुकानों पर भी लगातार छापेमारी की जा रही है। शराब की दुकानों पर छापेमारी का उद्देश्य शराब विक्रेताओं पर निगरानी रखने के साथ-साथ नियमानुसार बिक्री कराना है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया आबकारी निरीक्षक नंदिनी यादव, अरविंद कुमार मिश्रा, नीरज सिंह, संजय कुमार की टीम द्वारा अपने क्षेत्र की लाइसेंसी दुकानों पर चेकिंग की गई। वहीं मोबाइल ऐप के जरिए बारकोड से शराब की गुणवत्ता भी जांची गई। जिसके बाद अंग्रेजी शराब व बीयर की दुकानों की भी जांच पड़ताल कर मौजूद कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दी गए।

देशी शराब की दुकान का किया निरीक्षण। निरीक्षण के दौरान टीम ने दुकान की कैंटीनों में साफ सफाई की व्यवस्था का निरीक्षण किया। टीम द्वारा विक्रेताओं को गूगल पे, पेटीएम, फोन पे जैसे डिजिटल भुगतान की सुविधा रखने के सख्त निर्देश दिए। शराब स्टाक का भौतिक सत्यापन करते हुए समस्त विक्रेताओं को नियमानुसार शराब बिक्री के निर्देश दिए हैं। साथ ही चेतावनी दी गई कि किसी भी विक्रेता से शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक की वसूली बिल्कुल न की जाए। नहीं तो कार्रवाई के साथ आबकारी विभाग के पोर्टल से हमेशा के लिए ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही होटल, रेस्टोरेंट, बार एवं ढाबों की भी चेकिंग की गई और बिना लाइसेंस के शराब पिलाने पर दंडात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। गौरतलब हो कि जनपद में अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश एवं हाईवे पर संचालित ढाबों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा बाहरी राज्यों से शराब लाने वालों पर नजर बनाए हुए है।