-पूर्व चैयरमेन के खिलाफ डीएम को सौंपा ज्ञापन
गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के प्रदेशाध्यक्ष सचिन शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी मुलाकात की। इस दौरान पूर्व चैयरमेन नगर पालिका लोनी के ऊपर लगे 300 करोड़ के घोटाले के मामले में ज्ञापन सौंपा गया। प्रदेशाध्यक्ष सचिन शर्मा ने कहा कि मंडलायुक्त द्वारा की जा रही जांच में जिला प्रशासन द्वारा बार-बार रिमाइंडर के बाद भी जांच से संबंधित दस्तावेज पूर्व चैयरमेन मनोज धामा और वर्तमान चैयरमेन रंजीता धामा के दबाव में नगर पालिका नहीं सौंप रही है। ऐसे में जांच पूरी होने तक रंजीता धामा के वित्तीय अधिकारों को सीज किया जाए। डीएम ने मामले में संज्ञान लेकर अग्रिम कार्यवाही के आदेश दिए हैं। भाकियू का कहना है कि पूर्व चैयरमेन मनोज धामा एवं तत्कालीन अधिशासी अधिकारी डीके राय के विरूद्ध भ्रष्टाचार के मामले में शासन से गठित जांच मेरठ मंडलायुक्त के स्तर पर की जा रही है। मंडलायुक्त के स्तर से निर्मित समिति द्वारा लोनी नगर पालिका में लगभग 200 करोड़ से अधिक के भ्रष्टाचार संबंधित मामले में पिछले 5 साल के 25-25 पत्रावलियां एवं अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए थे। जिला प्रशासन द्वारा 2 बार इस संबंध में नगर पालिका लोनी को अनुस्मारक भेजने के बाद भी भ्रष्टाचार से संबंधित एक भी पत्रावली और दस्तावेज जिला प्रशासन को उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। वर्तमान अधिशासी अधिकारी और लोनी नगर पालिका चैयरमेन एवं पूर्व चैयरमेन की पत्नी रंजीता धामा के साथ मिलीभगत कर प्रभाव में काम कर रही और भ्रष्टाचार को दबाना चाहती हंै। इसलिए वर्तमान चैयरमेन रंजीता धामा और अधिशासी अधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार किए गए वास्तविक कार्यों की पत्रावलियां न तो उपलब्ध कराई जा रही और न ही उनकी मंशा ऐसी प्रतीत हो रही है। इसके अतिरिक्त भाकियू ने डीएम से चैयरमेन रंजीता धामा द्वारा भारी भ्रष्टाचार करते हुए 40-40 हजार रुपए लेकर सभासदों के कोरे लैटर पेड खरीदने के प्रकरण में पूर्व एसडीएम के नेतृत्व में गठित समिति के पास लंबित पड़े जांच को अतिशीघ्र कराने की मांग की है, जिससे नगर पालिका भ्रष्टाचार मुक्त हो सके। इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण शर्मा नीटू, जिलाध्यक्ष अमित कसाना, मास्टर राजकुमार गौड़, सौरव सेन, जोगिंदर मलिक व संतराम चौधरी आदि उपस्थित रहे।