आईटीएस डेंटल कॉलेज में दो दिवसीय फेशियल एस्थेटिक्स कोर्स के 6वां मॉड्यूल का समापन

-कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री के अन्तर्गत चेहरे की सुंदरता को ज्यादा बढ़ाने के लिए प्रतिभागियों को दिए टिप्स

मुरादनगर। दिल्ली-मेरठ रोड़ स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज मुरादनगर के पीरियडोनटोलॉजी विभाग द्वारा बुधवार से दो दिवसीय फेशियल एस्थेटिक्स कोर्स के 6वां मॉड्यूल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिनमें निजी दंत चिकित्सक, कॉलेज के पूर्व छात्र, संस्थान के दंत चिकित्सक, एमडीएस के विद्यार्थी और विभिन्न कॉलेजों के अध्यापक शामिल थे। यह कोर्स सेंटर फॉर फेशियल एस्थेटिक्स ट्रेनिंग (सीएफएटी) और प्सकोव स्टेट विश्वविद्यालय, रूस के सहयोग से आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा के सहयोग से आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य मरीजों के बीच दंत सौंदर्य चिकित्सा के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा मरीजों में चेहरे और दंत सौन्दर्य में वृद्धि-दंत चिकित्सा की मांग करने वाले रोगियों की प्राथमिक वैकल्पिक लक्ष्यों को प्राप्त करना एवं रोगी को समग्र उपचार प्रदान करना है।

पाठ्यक्रम के गेस्ट स्पीकर डॉ शोर्य शर्मा थे जो एक दंत चिकित्सक के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय वक्ता भी है। जिन्होंने फेशियल एस्थेटिक्स तथा ओरल इंप्लांटोलॉजी पर इस तरह की अनेकों कार्यशालाएं की है। वह एक ट्रेनर के साथ-साथ सेंटर फॉर फेशियल एस्थेटिक्स ट्रेनिंग (सीएफएटी) के अध्यक्ष भी है। कार्यक्रम के दौरान डॉ शौर्य ने कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री के अन्तर्गत चेहरे की सुंदरता को ज्यादा बढ़ाने के लिए विभिन्न विकल्पों के बारे में सभी प्रतिभागियों को समझाया। इस कार्यक्रम में डॉ अरूण श्रीनिवासन, एमडीएसए, डॉ विपुल शांडिल्य एवं उनकी टीम ने भी डॉ शोर्य के सहयोगी के रूप में अपनी-अपनी भूमिका निभायी।

पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को भविष्य में अभ्यास में डर्मल फिलर्स, थ्रेड लिफ्ट्स, लेजर हेयर रिडक्षन, बोटॉक्स, केमिकल पील्स और अन्य फेशियल ऐस्थेटिक्स उपचारों को सफलतापूर्वक एकीकृत करने के लिये तैयार करना है। कार्यक्रम ने व्यापक रूप से मेसोथेरेपी और थ्रेड लिफ्ट्स के उन्नत अनुप्रयोगों के बारे में ज्ञान प्रदान किया, जो दुनिया भर में रोगियों द्वारा उनके तत्काल प्रभाव, उचित लागत और वितरण में आसानी, गैर-शल्य चिकित्सा के कारण उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में सुधार के रूप में व्यापक रूप से स्वीकार किये जाते है।

डॉ शौर्य ने इस कार्यक्रम के माध्यम से एमडीएस के विद्यार्थियों और अन्य दंत चिकित्सकों को एस्थेटिक मूल्यांकन, उपचार, उचित इंजेक्शन योग्य चयन, चेहरे के सौंदर्य बढाने के उपचार की प्रक्रियाओं के बारे में नवीनतम ज्ञानवर्धक मंच के आयोजन के लिये संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए गुरुवार को कार्यक्रम का समापन किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को सर्वश्रेष्ठ फेशियल एस्थेटिक्स उपचार के बारे में ज्ञान प्राप्त हुआ। जिसके लिये सभी ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।