वैश्विक स्तर पर हो रहे परिवर्तन की जानकारी होना बढ़ते समय की मांग: अर्पित चड्ढा

मानव संसाधन विभाग संस्था की रीढ़: प्रो सुनील पांडेय

-मानव संसाधन के प्रबंधन एवं विकास, चुनौतियां एवं परिवर्तन में टेक्नोलॉजी विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय समिट का आयोजन

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस में रविवार को मानव संसाधन के प्रबंधन एवं विकास मे अपेक्षाएं, चुनौतियां एवं परिवर्तन मेंं टेक्नोलॉजी की बढ़ती भूमिका विषय पर एक ऑनलाइन राष्ट्रीय समिट का आयोजन किया गया। इस समिट में शिक्षा, व्यवसाय जगत तथा अनेक संस्थानों के साथ-साथ आईटी इंडस्ट्री के स्थापित विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए।
समिट के आरम्भ में आईटीएस दि एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए वर्तमान में मानव संसाधन के क्षेत्र मे टेक्नोलॉजी की बढ़ती भूमिका एवं उसके अनुप्रयोगों पर चर्चा करते हुए कहा कि जिस प्रकार वैश्विक स्तर पर परिवर्तन हो रहे हैं। उनसे कोई भी संस्था इसके प्रभाव से अछूता नहीं रह सकता है और हम सभी को इसके बारे में जानकारी होना समय की मांग है। उन्होने विश्वास व्यक्त किया की इस समिट से सभी लाभान्वित होंगे।
आईटीएस के आईटी एवं स्नातक परिसर के निदेशक प्रो सुनील पांडेय ने कहा की किसी भी संस्था की रीढ़, उसका मानव संसाधन विभाग होता है। जिसकी भूमिका संस्था के विकास के साथ-साथ उसकी उत्पादकता पर बहुत कुछ निर्भर करती है। जिस प्रकार टेक्नोलॉजी ने व्यवसाय जगत के प्रत्येक पर आर्थिक गतिविधियां चल रही हैं। उसके कारण सभी देशों की एक दूसरे पर निर्भरता के साथ-साथ उनके सफलता एवं विकास भी एक दूसरे के साथ जुड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में हम सभी इनके बारे में जानकारी रखें, बहुत आवश्यक है।

समिट के मुख्य अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में ख्यातिप्राप्त शिक्षाविद, बिजनेस एवं स्टार्टअप मेंटर तथा आईआईटी रूड़की के प्रबंधन विभाग के पूर्व विभाग्याध्यक्ष और डीन प्रोफ0 विनय नांगिया ने मानव संसाधन के विकास एवं इसके प्रबंधन से जुड़े बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए विश्व में वर्तमान तीव्र गति से हो रहे परिवर्तनों के परिप्रेक्ष्य मे टेक्नोलॉजी के समावेश एवं उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। इसके पूर्व आईटीएस मोहन नगर की स्नातक परिसर की उपप्राचार्या प्रोफ. नैंसी शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस समिट की रूप रेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने व्यवसाय जगत मे टेक्नोलॉजी की बढ़ती भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा की सही प्रकार से उपलब्ध तकनीकों मे से प्रभावी अनुप्रयोगों का चयन इनके सफलता की कुंजी है।

मुख्य वक्ता के रूप में अपने सम्बोधन में ख्यातिप्राप्त मानव संसाधन विशेषज्ञ एवं रिलायंस जिओ मार्ट के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी, डॉ अनिल कुमार मिश्रा ने वैश्वयक संस्थानों मे एचआर प्रक्रिया मे चल रहे सुधार एवं परिवर्तनों पर प्रकाश डालते हुए कहा की वर्तमान की सबसे बड़ी चुनौती प्रतिष्ठानों की अपेक्षाओं तथा उपलब्ध मानव संसाधन को उनके अनुसार प्रवीण कार्मिकों का चयन तथा उनकी तैयार करना है। उन्होंने विभिन्न तकनीकों जिसमें डाटा साइंस, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग के अनुप्रयोगों जैसे चैटबोट्स के बारे मे विस्तार से चर्चा की।

वक्ताओं के क्रम मे जी मीडिया कारपोरेशन के वरिष्ठ मानव संसाधन प्रबंधक शुभम त्रिपाठी ने मानव संसाधन के क्षेत्र मे सेवायोजन की पूरी प्रक्रिया के ज्यादा प्रभावी बनाने मे सूचना प्रद्योगिकी एवं अन्य टेक्नोलॉजी के योगदान तथा इसके वाणिज्यिक अनुप्रयोगों पर चर्चा करते हुए कहा की इस तकनीक की प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति एवं प्रभावी सुधारों में बड़ी भूमिका निभायी है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मे पूरी प्रक्रिया के डिजिटलीकरण के प्रयास की सराहना की।
अपने सम्बोधन में मेवेस एआई के संस्थापक एवं सीईओ सम्यक जैन ने एचआर के क्षेत्र मे बढ़ती तकनीकी विकास एवं इसके अनुप्रयोगों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए विभिन्न विशेष रूप से प्रतिष्ठानों मे उपयोग होने वाली तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की।

मानव संसाधन विभाग के महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करते हुए विभिन्न बिजनेस मॉडल पर चर्चा करते हुए कहा कि तकनीकी विकास एवं एचआर में इसके उपयोगिता न केवल एचआर प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बना रही वरन सभी के लिए सुगमता भी ला रही है। उन्होंने आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के बारे में महत्वपूर्ण चर्चा करते हुए इसके विकास, अनुप्रयोगों के साथ-साथ शोध कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम के अंत में प्रो0 अनुभा श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस समिट में देश एवं विदेश के लगभग 750 लोगों ने भाग लिया।