गाजियाबाद में करोड़ो की चरस बरामद, काठमांंडू नेपाल के पहाड़ी जंगलों से चरस लेकर सहारनपुर में करना था डिलवर

गाजियाबाद। देश के विभिन्न राज्यों में नशीले पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय तस्करी कर लाई जा रही अवैध चरस से भरी कार समेत दो तस्करों को मसूरी एवं दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने चार करोड़ रूपए का अवैध चरस बरामद किया गया है। पकड़े गये आरोपी अंतर्राष्ट्रीय नशीले पदार्थ के तस्कर है। पकड़े गये आरोपी काठमांंडू नेपाल के पहाड़ी जंगलों से अवैध नशीले पदार्थ की तस्करी कर देश के विभिन्न राज्यों में बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे। वहीं गिरोह में शामिल दो तस्कर जो कि फरार है। काठमांडू नेपाल के पहाड़ी जंगलों से अवैध नशीले पदार्थ की तस्करी के लिए बीच-बीच में गाड़ी को रोककर उसका नंबर प्लेट बदल देते थे। अगर पुलिस गाड़ी को चेक भी करती थी तो भी पुलिस उनसें चरस बरामद नही कार पाती थी। आरोपियों ने पुलिस चेकिंग से बचने के लिए कार की डिग्गी के नीचे बम्पर के पास एक जगह बनाई हुई थी। जिसमें पूरा चरस भरा हुआ था। चरस भरने के बाद आरोपियों ने उसके ऊपर बम्पर लगा दिया था। जिस ढूंढ पाना पुलिस के लिए भी बहुत मुश्किल था। मगर दिल्ली पुलिस की सूचना पर मसूरी पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया। बरामद चरस को आरोपी सहारनपुर में तस्करी के लिए लेकर जा रहे थे। तस्करी के बाद आए रूपयों को आपस में बांट लेते थे।
हरसांव पुलिस लाइन में रविवार को घटना का खुलासा करते हुए एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि शनिवार देर रात दिल्ली पुलिस से सूचना मिली की काठमांडू नेपाल से करोड़ो रूपए की चरस कार में भरकर ईस्टर्न पेरिफेरल हाईवे के रास्ते तस्कर सहारनपुर जाने वाले है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीओ सदर आकाश पटेल के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस टीम एसआई विकास कुमार, एएसआई गोपीनाथ मुतैना स्पेशल सैल एनआर सैक्टर-06 रोहिणी दिल्ली एवं मसूरी थाना इंस्पेक्टर प्रताप बालियान एवं एसआई उमेश कुमार की टीम ने रविवार तड़के मेरठ एक्सप्रेस-वे के पास गंगनहर पटरी पर पुल के नीचे चेकिंग के दौरान रिनाल्ट डस्टर कार को रूकने का इशारा किया तो आरोपी भागने लगे। टीम ने पीछा कर आरोपी संजीत पुत्र वृजपाल सिंह निवासी जगदम्बा विहार सागरपुर साउथ वेस्ट दिल्ली, अंकुर पुत्र रमेश चन्द्र निवासी गीतांजली पार्क वेस्ट सागरपुर साउथ वेस्थ दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जब गाड़ी की जांच की गई तो गाड़ी में कुछ नही मिला। मगर थाने लाकर जब आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपियों ने कार में ही चरस होने की बात कहीं। कार के पीछे लगा जब बम्पर आरोपियों ने खोला तो उसके अंदर एक लंबी सुंरग बनाई हुई थी। जिसमें 104 किलो 900 ग्राम अवैध चरस बरामद किया गया। बरामद चरस की कीमत करीब 4 करोड़ रूपए है।

सीओ सदर आकाश पटेल ने बताया कि पकड़े गये तस्कर काठमांडू नेपाल के पहाड़ी जंगलों से अवैध नशीले पदार्थ लेकर देश के विभिन्न राज्यों में तस्करी करते थे। गिरोह के सरगना संजय पुत्र राजेन्द्र निवासी सागरपुर साउथ वेस्ट दिल्ली एवं बब्लू पण्डित पुत्र नामालूम के साथ मिलकर नेपाल में काठमांडू के आसपा से पहाड़ी जंगलों से तस्कर करके लाने के लिए संजय एवं बब्लू पण्डित ही अलग-अलग गाड़ी को उपलब्ध कराते थे। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाया हुआ था। जिसे बीच-बीच में बदल देते थे। बरामद चरस आरोपी सहारनपुर में तस्करी के लिए लेकर जा रहे थे। आरोपित पिछले काफी समय से चरस तस्करी का कारोबार कर रहे है, जिनका अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पकड़े गये तस्कर 10 हजार रूपए के लालच में काठमांडू नेपाल से भारत में चरस की तस्करी करते थे। गिरोह के सरगना ने पकड़े गये तस्करों को भरोसा दिलाया था, अगर रास्ते में पुलिस उन्हें पकड़ लेती है तो वह उनका और उनके घर का खर्च भी उठाएंगे। फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम प्रयास कर रही है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।