आईटीएस डेंटल कॉलेज में 7वें कम्प्रेहैन्सिव इम्प्लांट कोर्स के अंतिम मॉड्यूल का आयोजन

गेस्ट स्पीकर डॉ वरूण राज कामत ने सर्जिकल, प्रोस्थेटिक और पेरियोडोंटल की जटिलताओं से निपटने की दी जानकारी

गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ रोड़ स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज द्वारा 7वें कम्प्रेहैन्सिव इम्प्लांट कोर्स के अंतिम मॉड्यूल का सोमवार को सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कोर्स में 4 मॉड्यूल सम्मिलित थे जो प्रत्येक 3 दिनों के थे। इस कार्यक्रम में 49 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिनमें निजी दंत चिकित्सक, कॉलेज के पूर्व छात्र, संस्थान के दंत चिकित्सक, एमडीएस के विद्यार्थी और विभिन्न कॉलेजों के अध्यापक शामिल थे। यह कोर्स बार्सिलोना विश्वविद्यालय, स्पेन और जीएमआई इम्प्लांट्स, स्पेन के सहयोग से आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन, अर्पित चड्ढा के सहयोग से आयोजित किया गया।

जिसका उद्देश्य मरीजों के बीच इम्प्लांट्स के महत्तव के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। जिसके माध्यम से मरीजों के फिक्स्ड दांत इम्प्लांट्स के जरिए लगाया जा सकें एवं रोगी को समग्र उपचार प्रदान कर सकें। इस पाठ्यक्रम के गेस्ट स्पीकर डॉ वरूण राज कामत थे जिन्हें ओरल इंप्लांटोलॉजी के क्षेत्र में व्यापक ज्ञान प्राप्त है और वह नियमित रूप से इस तरह के कोर्स संचालित कर रहे है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों के क्लीनिकल ज्ञान में वृद्धि करना तथा भविष्य में उन रोगियों में इम्प्लांट को सफलतापूर्वक स्थापित करने और लगाने के लिये तैयार करना था जिन रोगियों के दांत नहीं है। डॉ वरूण ने सभी प्रतिभागियों को व्यापक रूप से ओरल इंप्लांटोलॉजी के बारे में ज्ञान प्रदान किया गया।

डॉ वरूण ने सभी प्रतिभागियों को ओरल इंप्लांटोलॉजी में सर्जिकल, प्रोस्थेटिक और पेरियोडोंटल की जटिलताओं की गहरी समझ दी। डॉ वरूण एवं संस्थान की फैकल्टी ने भी कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों के लिये विभिन्न व्याख्यान के साथ-साथ ओरल इंप्लांटोलॉजी में सॉफ्ट एवं हार्ड टिश्यू प्रक्रिया पर एक लाइव प्रदर्शन भी किया गया। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों के लिये इम्प्लांट स्कैन बॉडी और इंट्रा-ओरल स्कैनर का उपयोग किया गया और इम्प्लांट इम्प्रेशन तकनीक का लैब मॉडल पर डेमोंस्ट्रेशन और हैंड्स ऑन आयोजित किया गया। साथ ही कार्यक्रम का समापन आईटीएस-द एजुकेशन गु्रप वाइस चेयरमैन, अर्पित चड्ढा ने अपने प्रेरक शब्दों के साथ प्रतिभागियों को बधाई दी और उन्हें प्रोत्साहित करते हुए बताया कि संस्थान में नियमित रूप से इस तरह के ज्ञानवर्धक पाठ्यक्रमों का आयोजन करना ही संस्थान का उद्देश्य है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नवीनतम उपचार के तौर-तरीकों के प्रति संस्थान का हमेशा एक प्रगतिशील दृष्टिकोण रहा है।

इसलिए छात्रों के ज्ञान को बढाने के संस्थान द्वारा इस जानकारीपूर्ण ओरल इंप्लांटोलॉजी कोर्स का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक-प्रधानाचार्य डॉ देवी चरण शेट्टी के साथ-साथ सभी दंत विभागों के एचओडी एवं दंत चिकित्सक उपस्थित रहे। अंत में सभी प्रतिभागियों को कोर्स सर्टिफिकेट प्रदान किये गए। कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को ओरल इंप्लांटोलॉजी के बारे में नीवनतम ज्ञान प्राप्त हुआ जिसके लिये सभी ने आईटीएस-द एजुकेशन गु्रप के चेयरमैन डॉ आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।