बढ़ता साइबर अपराध तकनीकी प्रगति का हैं परिणाम: डॉ सुनील पाण्डेय

-आईटीएस मोहननगर में बीबीए एवं बीसीए छात्रों को साइबर अपराध से बचने के दिए टिप्स, कार्यशाला का आयोजन

गाजियाबाद। जहां एक तरफ हम डिजिटल युग की तरफ कदम बढ़ाते जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस टेक्नोलॉजी के जमाने में मुश्किलें भी लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन डेटिंग, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के इस समय में ऑनलाइन अपराध यानी कि साइबर क्राइम के आंकड़े भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रम के छात्रों के लिए मोहननगर स्थित आईटीएस संस्थान में साइबर अपराध, निवारक उपाय और प्रक्रिया के रूप में रिपोर्ट कैसे करें विषय पर गुरूवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन साइबर सेल के नोडल अधिकारी एवं सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा, उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर सुरक्षा सलाहकार राहुल मिश्रा, आईटीएस (यूजी कैंपस एंड आईटी) के निदेशक डॉ सुनील पांडेय, स्नातक परिसर की उपप्राचार्य प्रोफ नैंसी शर्मा ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इस कार्यशाला का आयोजन संयुक्त रूप से उप पुलिस एकेटीयू लखनऊ एवं इनोवेटिव आइडियाज द्वारा किया गया। प्रो0 (डॉ.) सुनील कुमार पांडेय ने डिजिटल युग में साइबर क्राइम्स के बढते हुए घटनाओं पर चर्चा करते हुए इस विषय की गंभीरता पर प्रकाश डाला। साइबर अपराध तकनीकी प्रगति का परिणाम है। यह एक खतरनाक अपराध है, जिसमें इंटरनेट और कंप्यूटर का उपयोग शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक चरण में साइबर क्राइम पकड़ में नहीं आता है, लेकिन अपने परिणामों के साथ यह सभी की नजर में आ जाता है। डेटा और जानकारी का अवैध हस्तांतरण किया जाता है, जो किसी व्यक्ति या समूह के लिए गोपनीय और बहुमूल्य हो सकता है। आईटीएस दि एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने कहा की इस डिजिटल युग में सभी को बहुत सावधानी से तकनीक का प्रयोग करने की आवयश्कता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया की यह सत्र सभी को अपने आपको सुरक्षित रखने की प्रक्रिया में बहुत उपयोगी होगा। प्रो0 नैंसी शर्मा ने छात्रों को साइबर चुनातियों पर उल्लेख करते हुए कहा की हमें इस काल में बहुत सावधानी के साथ तकनीक एवं अनुप्रयोगों का उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों को सत्र में अपने से सम्बंधित प्रश्नों के समुचित उत्तर प्राप्त करने का सही अवसर है।
साइबर सेल के नोडल अधिकारी एवं सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा ने कहा वर्तमान में जैसे जैसे डिजिटल तकनीक का प्रयोग बढ़ रहा है, विभिन्न प्रकार के अपराध एवं घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं। साइबर अपराधों पर नियंत्रण रखने के लिए लोगों को स्वयं जागरूक होना होगा। आनलाइन लेनदेन करते समय सावधानी बरतें। बैंक द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन करें। निजी जानकारी को किसी भी बाहरी व्यक्ति से साझा कदापि न करें। उन्होंने नए अनुप्रयोगों को इनस्टॉल करने से पहले भलीभांति जांच करने की बात की। उन्होंने किसी साइबर अटैक की घटना होने पर किस प्रकार से सूचित करते हुए वैधानिक प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की। विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर सिक्योरिटी केने साइबर अपराधों पर विस्तार से चर्चा करते हुए विभिना प्रकार के वास्तविक घनाओं पर चर्चा की। उन्होंने विभिना प्रकार के अपराधों जैसे सोशल मीडिया, फण्ड ट्रांसफर आदि के जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए छात्रों को सतर्क, सावधान एवं कैसे सुरक्षित रहा जा सकता है, पर चर्चा की। उन्होंने अपने सम्बोधनं में कहा की वर्तमान समय में हम अपने आपको डिजिटल टेक्नोलॉजी से अलग नहीं कर सकते। क्योंकि यह छात्रों के लिए स्वर्णिम अवसर प्रदान करता है। सत्र का संचालन बीसीए पाठ्यक्रम के चेयरपर्सन डॉ विदुषी सिंह ने किया।