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क्रॉसिंग में सरकारी भूमि पर किसान कर रहे खेती, कार्रवाई की दी चेतावनी
गाजियाबाद। नगर निगम सीमा क्षेत्र में साउथ साईड ऑफ जीटी रोड औद्योगिक क्षेत्र में डाले जा रहे कूड़ा और गैराज का शनिवार को महापौर सुनीता दयाल औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंची। महापौर ने औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इंडस्ट्रियल एरिया में पड़ रहे कूड़े को जल्द हटाया जाए। क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में नगर निगम की सरकारी जमीन पर किसान खेती कर रहे हैं। किसानों को मौके पर समझाया गया। अन्यथा कार्रवाई होगी। शनिवार को महापौर सुनीता दयाल ने निगम के वार्ड-25 और वार्ड-27 साउथ साइड ऑफ जीटी रोड औद्योगिक क्षेत्र और क्रॉसिंग रिपब्लिक ने औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान क्षेत्र के पार्षद कन्हैया लाल,पार्षद नरेश जाटव, नगर निगम के अवर अभियंता एस के सरोज आदि उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान महापौर ने मौके पर पाया कि इंडस्ट्रियल एरिया में नगर निगम का गैराज है। जिसमे डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की गाडिय़ां खड़ी होती है। यह गाड़ी सुबह 10 से 11 बजे तक क्षेत्र में कूड़ा लेने के लिए जाना चाहिए। मगर अधिकतम गाडिय़ां गैराज में ही खड़ी मिली। महापौर से गैराज में उपस्थित सुपरवाइजर के बारे में जाना तो पता चला कि वह सुबह 8 बजे आते और फिर चले जाते हैं। विजयनगर जोन क्षेत्र में नगर निगम स्वयं ही कूड़ा अपनी 150 गाडिय़ां से कलेक्शन कर रहा है। लेकिन विजयनगर जोन क्षेत्र के लगभग सभी वार्डों में यह शिकायत मिल रही है कि गाड़ी कूड़ा लेने सप्ताह में एक या दो दिन नहीं आती हैं। इस पर महापौर ने निरीक्षण किया। यह भी सामने आया कि बहुत से टैंपों की बैट्री चोरी हो गई है। जबकि कुछ टैंपों खराब है। इस पर महापौर ने सख्ती दिखाते हुए संबंधित अधिकारी को जमकर फटकार लगाई।
इसके साथ ही इंडस्ट्रियल एरिया के एक प्लॉट में कूड़ा पड़ा मिला। महापौर ने अधिकारियों को तत्काल कूड़ा हटाए जाने और कार्यप्रणाली में सुधार करने के निर्देश दिए। डोर-टू-डोर कूड़े की गाडिय़ों को नियमित समय तक क्षेत्र में कूड़ा उठाने और घर-घर व गली में भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित सफाई कर्मचारियों पर भी सख्ती करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही महापौर ने क्रॉसिंग रिपब्लिक स्थित नगर निगम की खाली पड़ी भूमि भी देखी। जिसमें आसपास के लोगों द्वारा खेती की जा रही थी। महापौर ने उन लोगों को मौके पर बुलाकर समझाया कि यह सरकारी भूमि है। इस पर खेती न करें। ऐसे में कभी भी आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसलिए उक्त भूमि पर खेती करना बंद करें, अन्यथा नगर निगम द्वारा कार्रवाई की जाएगी।