जेल में रहकर शेखर ने रची थी प्रॉपर्टी डीलर हत्या की साजिश, मुठभेड़ में दो शूटर गिरफ्तार

गाजियाबाद। मुरादनगर थाना क्षेत्र के गांव उखलारसी में प्रॉपर्टी डीलर एवं ठेकेदार नवीन भारद्वाज की हत्या की घटना का पुलिस ने शुक्रवार को पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने गंगनहर पटरी मार्ग पर मुठभेड़ के दौरान दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर शेखर गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। दोनों ने हत्या के बदले शेखर के गैंग के मुख्य सदस्यों से एक लाख रुपए पहले ही वसूले थे। शेष रकम बाद में देने की बात तय हुई थी। पुलिस अब फरार मोनू व योगेश की तलाश में दबिश दे रही है। शेखर और नवीन में पुरानी रंजिश चल रही थी। कई बार कहासुनी भी हुई थी। इसी के चलते नवीन की शेखर ने हत्या कराई। एक अप्रैल को प्रॉपर्टी डीलर व ठेकेदार नवीन भारद्वाज की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। आरोपित बिना नंबर की बाइक पर आए थे। मामले में परिजनों ने उखलारसी के ही शेखर समेत अन्य के खिलाफ  हत्या की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मरने से पहले शेखर का नाम नवीन ने भी अपने परिवार के लोगों को बताया था। शुक्रवार को अपने ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने एसीपी सदर निमिष पाटिल की मौजूदगी में खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की छानबीन में सामने आया कि शेखर घटना से एक सप्ताह पहले एक अन्य मामले में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था।

उन्होंने बताया कि पुलिस को रात में मुखबिर से सूचना मिली कि नवीन की हत्या करने वाले आरोपित गंगनहर पर मौजूद हैं और कहीं जाने की फिराक में लगे हैं।मुरादनगर थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी व डीसीपी ग्रामीण की टीम ने घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई। गोली दोनों के पैर में लगी है। आरोपियों की पहचान आयुष राणा पुत्र संजीव राणा एवं साहिर पुत्र मुन्शब निवासी कस्बा बनत आदर्श मंडी शामली के रूप में हुई। दोनों ने पुलिस को बताया कि वे शेखर गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। शेखर के इशारे पर उखलारसी के मोनू व योगेश ने उनको नवीन की हत्या करने के लिए बुलाया था। 28 मार्च को वह रेकी करने आए थे। 29 मार्च को वापस चले गए और फिर एक अप्रैल को वारदात को अंजाम दिया। आरोपितों की घटना में प्रयुक्त बाइक, दो पिस्टल, सात जिंदा कारतूस व दो खोखे बरामद किए गए हैं। मोनू, योगेश फरार है। इनकी तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही है। इन दोनों ने आयुष व साहिर को एक लाख रुपए पहले दे दिए थे। घटना से जुड़े कई तथ्य मोनू, योगेश की गिरफ्तारी के बाद सामने आएंगे। शेखर को भी पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ होगी। गांव उखलारसी में शेखर का मकान नवीन से सटा हुआ है। अपना मकान बड़ा करने के लिए वह नवीन का मकान खरीदना चाहता था। नवीन ने अपना मकान बेचने से मना कर दिया था।

इसको लेकर नवीन और शेखर की कहासुनी हो गयी थी। इसके बाद शेखर ने नवीन को रास्ते से हटाने का मन बना लिया था। पुलिस जांच में सामने आया है कि नवीन भारद्वाज की बेटी की भी हाल ही में संदिग्ध मौत हो गई थी। नवीन की बेटी शेखर के घर चली जाती थी। इस पर नवीन को आपत्ति थी। शेखर आए दिन मृतक नवीन और मृतक नवीन के घर वालों से लड़ाई झगड़ा करता रहता था। शेखर मृतक नवीन से पहले से ही रंजिश रखता था। शेखर ने जेल के अंदर रहकर मृतक नवीन भारद्वाज को मारने की साजिश रची और मोनू से शूटर उपलब्ध कराने को कहा। आयुष राणा के खिलाफ जनपद में हत्या, हत्या के प्रयास के दो मुकदमें एवं जनपद शामली में आम्र्स एक्ट/ हत्या के प्रयास के दो मुकदमें दर्ज है। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं तंमचा और कारतूस व घटना में बिना नंबर प्लेट की बाइक बरामद की है।