राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल और विधायक को सौंपा ज्ञापन
उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में विद्युत कर्मचारियों का आंदोलन जारी है। इसी क्रम में 29 सितंबर से कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इसके पहले 28 सितंबर को मशाल जुलूस निकाला जाएगा। सांसद कौशल किशोर ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निजीकरण निरस्त करने की मांग की है। जनपद में आंदोलनत विद्युत कर्मियों ने शनिवार को प्रदर्शन किया। बाद में राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल और विधायक अजीत पाल त्यागी को ज्ञापन सौंपा गया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर सभी बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर व अभियंता 29 सितंबर से 3 घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे। यदि निजीकरण का प्रस्ताव निरस्त न किया गया तो 5 अक्टूबर से पूरे दिन का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार ने कहा कि निजीकरण और फ्रेन्चाइजी के जरिये निजी क्षेत्र को विद्युत वितरण सौंपने का प्रयोग उत्तर प्रदेश के लिए नया नही है। यह ग्रेटर नोएडा और आगरा में पूरी तरह विफल रहा है।
पूरे देश में भी ऐसे प्रयोग विफल हो चुके है और वांछित परिणाम न दे पाने के कारण अन्य प्रदेशों में लगभग सभी फ्रेंचाइजी करार रद्द कर दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश में भी आगरा में टोरेंट पावर कंपनी की लूट चल रही है और कंपनी करार की कई शर्तों का उल्लंघन कर रही है। सीएजी ने भी टोरेंट कंपनी के घोटाले का पर्दाफाश किया किन्तु टोरेंट की ऊंची पहुंच होने के कारण कोई कार्यवाही नही हुई। वर्तमान में पॉवर कारपोरेशन घाटा उठाकर आगरा में टोरेन्ट कम्पनी को 4.45 रूपए प्रति यूनिट पर बिजली दे रहा है जबकि आगरा में बिजली का औसत टैरिफ 7.65 रूपए प्रति यूनिट है। निजीकरण से पॉवर कारपोरेशन को अरबों खरबों रूपए का घाटा हो रहा है। जबकि टोरेन्ट कम्पनी भारी मुनाफा कमा रही है। टोरेन्ट कम्पनी ने पॉवर कारपोरेशन का 2500 करोड़ रु से अधिक का राजस्व का बकाया दबा रखा है और 10 साल बाद भी नही दिया है। निजीकरण का यही प्रयोग अब पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में दोहराया जा रहा है जिससे बिजली कर्मियों में भारी रोष है। इस दौरान अनिल चौरसिया, हिर्देश गोस्वामी, आलोक त्रिपाठी, उमाकांत शर्मा, रजनीश, दीपक गुप्ता, सौरभ राय, अरशद अली, भुवनेश तिवारी, रामनारायण, के.के. सोलंकी, योगेंद्र लाखा, दिलनवाज, पंकज भारद्वाज, गौरव, शेर सिंह, धीरज सिंह, राज सिंह, सुनील, अवनीश गुप्ता, दिलीप सक्सेना, विजय शर्मा, आशीष कुमार आदि ने बताया कि कार्य बहिष्कार आंदोलन के पहले शहीद-ए- आजम भगत सिंह के जन्मदिन पर 28 सितंबर को राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपदों व परियोजनाओं पर मशाल जुलूस निकाले जाएंगे। उधर, प्रदेश भर में बिजली कर्मचारियों ने शाम 4 से 5 बजे तक विरोध सभा कर निजीकरण के विरोध में अपना गुस्सा प्रकट किया।