डीएफसी प्रोजेक्ट : रेलवे करेगा ट्रायल, पलवल से दादरी तक दौड़ेगा इंजन

ग्रेटर नोएडा। वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसीसी) पर मंगलवार को रेल इंजन का ट्रायल होगा। हरियाणा के पलवल से दादरी के बीच रेल इंजन चलाकर ट्रायल को जांचा जाएगा। माल ढुलाई में यह कॉरिडोर भविष्य में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इस रूट पर औपचारिक ट्रायल 30 जून के उपरांत कराया जाना है। रेलवे विभाग ने सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। जानकारी के अनुसार वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसीसी) के ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर को आरंभ करने के लिए तेजी से प्रयास चल रहे हैं।

चूंकि इसके बाद माल ढुलाई में बड़ा परिवर्तन आ जाएगा। माल ढुलाई से संबंधित समस्या का समाधान हो सकेगा। डीएफसीसी का वेस्टर्न और ईस्टर्न कॉरिडोर दादरी के पास आकर मिलेगा। वेस्टर्न कॉरिडोर का काम पिछले साल दिसंबर तक पूरा किया जाना था, लेकिन कोविड-19 के चलते यह काम पूरा नहीं हो पाया है। अब वेस्टर्न कॉरिडोर का काम गौतम बुद्ध नगर जिले में लगभग पूरा हो गया है। गौतम बुद्ध नगर जिले में यह कॉरिडोर करीब 17 किलोमीटर है। मंगलवार को हरियाणा के पलवल जिले के पृथला से दादरी तक के ट्रैक पर रेल इंजन चलाया जाएगा।

यह दूरी करीब 51 किलोमीटर की होगी। यह रेलवे का आंतरिक ट्रायल होगा। औपचारिक ट्रायल 30 जून के बाद किया जाएगा। औपचारिक ट्रायल रन में कई बड़े अधिकारी आएंगे। अधिकारियों के मुताबिक इस ट्रायल में जो कमियां होंगी, उन्हें दूर किया जाएगा। यह काम 30 जून तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद औपचारिक ट्रायल रन शुरू होगा। डीएफसीसी के वेस्टर्न कॉरिडोर में गौतम बुद्ध नगर जिले की सीमा में पांच ओवर ब्रिज बनाए गए हैं। 13 अंडरपास बनाए गए हैं। सभी का काम लगभग पूरा हो गया है।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर बना आरओबी सबसे खास है। यहां एक साथ एक्सेप्रेसवे और मेट्रो लाइन यह पुल पार कर रहा है। इसका सफलतापूर्वक काम पूरा कर लिया गया है। ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम जुलाई-अगस्त तक पूरा हो जाएगा। दादरी वाले सेक्शन में काम दादरी से खुर्जा तक किया जाना है। यह करीब 54 किलोमीटर का ट्रैक है। इसका काम तेजी से किया जा रहा है। जुलाई में काम पूरा होने के बाद ट्रायल किया जाएगा। बोड़ाकी के पास दोनों कॉरिडोर आपस में मिलेंगे। बोड़ाकी के पास जमीन की जो बाधाएं आई थीं, उन्हें दूर कर लिया गया है।