सेना प्रमुख नरवणे दक्षिण कोरिया की यात्रा पर

द्विपक्षीय सैन्य सहयोग के विस्तार का प्रयास

नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया के साथ द्विपक्षीय सैन्य सहयोग का विस्तार करने के लिए भारत ने प्रयास तेज कर दिए हैं। इसके मद्देनजर थलसेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे 3 दिन की दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए हैं। नरवणे की इस यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। थलसेना प्रमुख नरवणे सोमवार को दक्षिण कोरिया की यात्रा के लिए रवाना हो गए। यात्रा के दरम्यान वह द्विपक्षीय सैन्य सहयोग का विस्तार करने के उपायों पर दक्षिण कोरिया के शीर्ष रक्षा अफसरों के साथ बातचीत करेंगे। अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण कोरिया भारत को सैन्य सामान और हथियारों की सप्लाई करने वाला एक प्रमुख देश है। सेना प्रमुख नरवणे करीब 2 सप्ताह पहले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और सऊदी अरब की 6 दिवसीय अह्म यात्रा पर गए थे। सेना प्रमुख की यह यात्रा खाड़ी के 2 प्रभावशाली देशों के साथ भारत के बढ़ते रणनीतिक रिश्तों को दिखाती है। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में जनरल नरवणे का देश के रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। सेना प्रमुख नरवणे दक्षिण कोरिया के रक्षा खरीद योजना प्रशासन (डीएपीए) मंत्री से भी मिलेंगे। सेना ने एक बयान में बताया कि सेना प्रमुख भारत-कोरिया गणराज्य के मध्य रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे। सेना प्रमुख नरवणे गैंगवॉन प्रांत में कोरिया कॉम्बैट ट्रेनिंग सेंटर और डेयजोन में एडवांस डिफेंस डेवलपमेंट (एडीडी) का भी दौरा करेंगे। सेना प्रमुख नरवणे पिछले माह 3 दिन की नेपाल यात्रा पर और अक्तूबर में सेना प्रमुख विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला संग म्यांमार की यात्रा पर गए थे। सूत्रों का कहना है कि भारत अपने सहयोगी देशों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। भारतीय सेना प्रमुख की दक्षिण कोरिया यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों में और गर्माहट आने की उम्मीद जाहिर की जा रही है।