बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता बोनी कपूर और रियल स्टेट की कंपनी भूटानी ग्रुप की संयुक्त कंपनी बेव्यू की स्थिति नाम बड़े और दर्शन छोटे वाली हो गई है। कंपनी की सुस्त कार्य प्रणाली की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट इंटरनेशनल फिल्म सिटी का शिलान्यास अटक गया है। प्रोजेक्ट को लेकर हीलाहवाली बरतने के मामले में यमुना प्राधिकरण द्वारा कंपनी को नोटिस भेजकर चेतावनी दी गई है। जब तक ले-आउट प्लान पास नहीं कराया जाएगा तब तक प्रोजेक्ट का शिलान्यास अटका रहेगा। उधर, यह आरोप भी लग रहे हैं कि भूटानी ग्रुप फिल्म निर्माण से जुड़े कार्यों को ठंडे बस्ते में डालकर फिल्म सिटी के नाम पर वहां कामर्शियल गतिविधियों को प्रोमोट करने में लगा है। भूटानी ग्रुप के इस कार्य से उसे तो लाभ मिल रहा है। लेकिन फिल्म सिटी का प्रोजेक्ट लटक रहा है। यदि समय से प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ तो बेव्यू को प्रतिमाह लगभग 45 से 50 लाख रुपये का जुर्माना देना होगा।
उदय भूमि संवाददाता
ग्रेटर नोएडा। बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता बोनी कपूर और रियल स्टेट की कंपनी भूटानी ग्रुप की संयुक्त कंपनी बेव्यू की स्थिति नाम बड़े और दर्शन छोटे वाली हो गई है। कंपनी की सुस्त कार्य प्रणाली की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट इंटरनेशनल फिल्म सिटी का शिलान्यास अटक गया है। प्रोजेक्ट को लेकर हीलाहवाली बरतने के मामले में यमुना प्राधिकरण द्वारा कंपनी को नोटिस भेजकर चेतावनी दी गई है। कंसेशन एग्रीमेंट के मुताबित तीन साल की अवधि में फेज-वन का काम पूरा नहीं करने पर बेव्यू कंपनी पर तगड़ा जुर्माना लगेगा। पिछले वर्ष कंसेशन एग्रीमेंट पर दस्खत हुए थे और शर्त के मुताबिक एक साल के अंदर काम शुरू हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी तक ले-आउट प्लान भी पास नहीं कराया गया है। जब तक ले-आउट प्लान पास नहीं कराया जाएगा तब तक प्रोजेक्ट का शिलान्यास अटका रहेगा। उधर, यह आरोप भी लग रहे हैं कि भूटानी ग्रुप फिल्म निर्माण से जुड़े कार्यों को ठंडे बस्ते में डालकर फिल्म सिटी के नाम पर वहां कामर्शियल गतिविधियों को प्रोमोट करने में लगा है। भूटानी ग्रुप के इस कार्य से उसे तो लाभ मिल रहा है। लेकिन फिल्म सिटी का प्रोजेक्ट लटक रहा है।
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बन रहे इंटरनेशनल फिल्म सिटी प्रोजेक्ट का फेज-वन 230 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। फेज-वन को डेवलप करने का काम फिल्म निमार्ता बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम, बेव्यू भूटानी फिल्म सिटी प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। पिछले वर्ष 27 जून को कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुए थे और उसके अनुसार एक वर्ष के भीतर निर्माण कार्य शुरू करना अनिवार्य है और तीन साल में फेज-वन को पूरा किया जाना है। इसके लिए वर्क प्रोग्रेस से लेकर वित्तीय प्रबंधन और व्यय को लेकर भी समय सीमा निर्धारित है। लेकिन कंसेशन एग्रीमेंट कराने के बाद से भूटानी ग्रुप के अधिकारी और बोनी कपूर सुस्त पड़ गये हैं। कंपनी की सुस्ती को देखते हुए 2 मई को बेव्यू भूटानी फिल्म सिटी प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस जारी किया गया है। यमुना प्राधिकरण द्वारा कंसेशन एग्रीमेंट की शर्तों का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। इसमें कहा गया है कि फिल्म सिटी प्रोजेक्ट की शुरुआत फिल्म स्टूडियो और फिल्म प्रशिक्षण संस्थान से होनी है। ऐसे में काम को समय से पूरा किया जाना आवश्यक है। फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के शिलान्यास में हो रही देरी को लेकर भूटानी ग्रुप द्वारा अभी तक कोई स्पष्टीकरण भी जारी नहीं किया गया है। कंसेशन एग्रीमेंट की शर्तों के मुताबिक समय से फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को पूरा नहीं करने पर भारी भरकम जुर्माना लगेगा। कंपनी पर प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगेगा। जानकारी के मुताबिक यदि समय से प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ तो बेव्यू को प्रतिमाह लगभग 45 से 50 लाख रुपये का जुर्माना देना होगा।
फिल्म सिटी का फेज वेन 230 एकड़ में डेवलप होगा। जिसमें से 155 एकड़ औद्योगिक उपयोग (स्टूडियो और संस्थान) और 75 एकड़ वाणिज्यिक उपयोग के लिए निर्धारित है। इन योजनाओं में स्टूडियो, संस्थान, पार्किंग, लैंडस्केपिंग और भवन-स्तरीय अनुमतियां शामिल होंगी, जो अथॉरिटी के निर्माण उपनियमों के अनुरूप होनी चाहिए। प्रोजेक्ट का काम शुरू करने के लिए ले-आउट पास करना जरूरी है। फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के निर्माण में पर्यावरणीय मानकों का पालन करना होगा। इसके तहत ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणपत्र ग्रह 4-स्टार या आईजीबीसी गोल्ड रेटिंग प्राप्त करना अनिवार्य है।