उद्यमियों की शिकायतों का जल्द होगा समाधान CEO एनजी रवि कुमार ने अधिकारियों को कसे पेंच

– ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उद्योग विभाग में अटके पड़े हैं उद्यमियों के 400 क्रियाशील प्रमाण पत्र

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
ग्रेटर नोएडा। उद्यमियों की शिकायतों एवं समस्याओं को प्राथमिकता पर निस्तारित करने की प्रतिबद्धता का असर दिखाई देने लगा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने प्राधिकरण अधिकारियों के पेंच कसें और शिकायतों एवं आवदेन पत्रों की स्क्रूटनी करनी शुरू कर दी है। बीते दिनों सीईओ को पता चला कि औद्योगिक विभाग में 400 क्रियाशील (फंग्शनल) प्रमाण पत्र अटके पड़े हैं। इसके चलते उद्यमियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्राधिकरण द्वारा उद्यमियों को औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित किया जाता है। फैक्ट्री निर्माण के बाद उद्यमी उसका संचालन करता है।

औद्योगिक इकाई का संचालन शुरू होने के बाद प्राधिकरण उन्हें क्रियाशील प्रमाण पत्र जारी करता है। इस प्रमाण पत्र का उपयोग उद्यमियों को कई जगह करना पड़ता है। अगर वह फैक्ट्री संचालन के लिए ऋण लेना चाहे तो उसे यह प्रमाणपत्र लगाना पड़ता है। औद्योगिक ईकाईयों का विस्तार, फाइनैंशियल गतिविधियों सहित अन्य कार्यों के लिए भी उद्यमियों को इस सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है। लेकिन सर्टिफिकेट जारी करने की सुस्त रफ्तार से उद्यमियों को परेशानी होती है। उद्यमियों की परेशानी को देखते हुए सीईओ ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वह मौके पर जाएं अपनी रिपोर्ट तैयार करें और जल्द से जल्द उद्यमियों को सर्टिफिकेट जारी करें। लेकिन किसी भी तरह से उद्यमियों को परेशान ना करें।

सीईओ एनजी रवि कुमार ने इस बात को लेकर भी नाराजगी जताई है कि औद्योगिक विभाग द्वारा किसी ना किसी बहाने फाइल को लटकाया जा रहा है। हालांकि विगत कुछ समय से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में ऑनलाइन सिस्टम भी बंद पड़ा हुआ है। इसके कारण भी फाइलों के निस्तारण में थोड़ी देरी हुई है। ऑनलाइन प्रक्रिया में फाइल जल्द से आगे बढ़ती है और इसकी ऑनलाइन ट्रैकिंग भी हो जाती है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि क्रियाशील प्रमाण पत्र जारी करने के लिए काम चल रहा है। बहुत जल्द 60 आवेदनों का निस्तारण कर दिया जाएगा। इनकी प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। आवेदकों को प्रमाण पत्र मिल जाएगा। जो भी आवेदन आ रहे हैं उन पर तेजी से काम किया जाएगा।