• पुलिस की कार्रवाई से बढ़ी सुरक्षा, रातोंरात लूट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पुलिस का जाल पकड़ने में सफल
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। नगर क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में डीसीपी सिटी राजेश कुमार सिंह द्वारा चलाई जा रही मुहिम अब धरातल पर प्रभाव दिखा रही है। उनके नेतृत्व में गाजियाबाद पुलिस लगातार संगठित अपराधियों और गैंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में सिहानी गेट थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो रात के समय ऑटो में सवारी बनाकर लोगों को सुनसान इलाकों में ले जाकर लूटपाट करता था। डीसीपी सिटी की टीम ने इस गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों चेतन शर्मा और सचिन को गिरफ्तार किया है। दोनों पर पहले से ही चोरी, लूट और आर्म्स एक्ट के तहत चार-चार मुकदमे दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी न सिर्फ क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने वाली है, बल्कि यह दिखाता है कि अपराधियों के खिलाफ डीसीपी सिटी की रणनीति बेहद कारगर सिद्ध हो रही है।
गाजियाबाद। नगर क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में डीसीपी सिटी राजेश कुमार सिंह द्वारा चलाई जा रही मुहिम अब धरातल पर प्रभाव दिखा रही है। उनके नेतृत्व में गाजियाबाद पुलिस लगातार संगठित अपराधियों और गैंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में सिहानी गेट थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो रात के समय ऑटो में सवारी बनाकर लोगों को सुनसान इलाकों में ले जाकर लूटपाट करता था। डीसीपी सिटी की टीम ने इस गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों चेतन शर्मा और सचिन को गिरफ्तार किया है। दोनों पर पहले से ही चोरी, लूट और आर्म्स एक्ट के तहत चार-चार मुकदमे दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी न सिर्फ क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने वाली है, बल्कि यह दिखाता है कि अपराधियों के खिलाफ डीसीपी सिटी की रणनीति बेहद कारगर सिद्ध हो रही है।
एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि शनिवार को थाना सिहानीगेट पुलिस को रूटीन चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध ऑटो मिला। जब इसकी गहनता से जांच की गई, तो पता चला कि यह वही ऑटो है जिसका इस्तेमाल लूट की वारदातों में किया जा रहा था। यह गिरोह रात में ऑटो में अकेले या असहाय दिखने वाले यात्रियों को बैठाता और फिर उन्हें अंधेरे व सुनसान इलाकों में ले जाकर मोबाइल, लैपटॉप और नकदी लूट लेता था। गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, चार्जर और 2000 रुपये नकद बरामद किए गए हैं। इस गैंग का एक अन्य सदस्य राकेश, जो नंदग्राम का निवासी है, फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस को उसके पास भी लूट का सामान होने की जानकारी मिली है।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार की कार्यशैली की बात करें तो वे अपराधियों के खिलाफ न केवल तेज कार्रवाई कर रहे हैं, बल्कि स्मार्ट पुलिसिंग, तकनीकी निगरानी और जमीनी सूचना तंत्र को भी मजबूत बना रहे हैं। हाल ही में उन्होंने नगर क्षेत्र में अपराध दर को कम करने के लिए सघन चेकिंग, रात्रि गश्त और संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनके नतीजे अब सामने आने लगे हैं।यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि डीसीपी सिटी की अगुवाई में गाजियाबाद पुलिस अपराधियों को शहर में टिकने नहीं दे रही। जनता में सुरक्षा की भावना बढ़ी है और पुलिस का भरोसा और मजबूत हुआ है।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार का कहना है कि हमारी प्राथमिकता गाजियाबाद नगर क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाना है। इस दिशा में हम लगातार संगठित अपराधियों और गैंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। इस गिरोह की गिरफ्तारी के बाद हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसे अपराधी जल्द से जल्द सलाखों के पीछे हों। पुलिस की तकनीकी निगरानी और सक्रिय चेकिंग की रणनीति को लगातार मजबूत किया जा रहा है, ताकि शहर के नागरिक सुरक्षित रहें और अपराधी किसी भी कीमत पर बच न सकें।