-जंगल में अवैध शराब का निर्माण कर घर छिपाकर रख
-सर्दी आते ही खादर क्षेत्र के जंगलों में बन रही थी कच्ची शराब
-आबकारी विभाग की टीम ने अवैध शराब की भट्टी को तोड़कर 20 लीटर कच्ची शराब की जब्त
उदय भूमि
रामपुर। सर्दी आते ही खादर क्षेत्र में अवैध शराब की भट्टियां सुलग चुकी हैं। शराब का कारोबार जोर पकड़ चुका है। वहीं आबकारी विभाग की टीमें भी अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए उनके संगठित गिरोह के नेटवर्क को तोडऩे का काम कर रही है। भले ही तस्कर अवैध शराब का निर्माण कर लेते हो, मगर उसकी बिक्री से पहले ही आबकारी विभाग की टीम ने उसे जब्त कर रही है। जिस कारण अवैध शराब के निर्माण करने वालों को हर बार हजारों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। आबकारी विभाग का पूरा जोर बाहरी राज्यों की शराब तस्करी रोकने पर होता है, मगर आबकारी अधिकारी ने खादर क्षेत्र में होने वाले अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए भी टीमें गठित की है। यह टीमें दिन हो या फिर रात क्षेत्र में पहुंच जाती है। उसके बाद शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश देकर उनके अड्डों को ध्वस्त कर रही है। अवैध शराब के निर्माण में शामिल तस्कर इतने शातिर है कि अवैध शराब के निर्माण के लिए वह खेत, जंगल, खादर क्षेत्र किनारे झाडिय़ों के बीच में ही भट्टी सुलगा लेते है।
जब शराब तैयार हो जाती है तो उसके आसपास ही गड्ढा खोदकर उसे कई हिस्सों में छिपा देते है। जिससे आबकारी विभाग की कार्रवाई हो तो कुछ अवैध शराब बरामद हो और बाकी को वह आसानी से बेच सकें। लेकिन आबकारी विभाग की टीमें जब भी दबिश देने पहुंचती है तो शराब तस्करों द्वारा छिपाई गई शराब को धरती से निकाल ही लेती है। रामपुर का खादर क्षेत्र अवैध शराब बनाने का बड़ा केंद्र है। यहां हजारों हेक्टेयर जमीन में शराब माफियाओं ने अपना कब्जा जमाया हुआ है। होली और चुनाव के समय यहां बड़े पैमाने पर शराब बनाने का काम शुरू हो जाता है। केमिकल मिलाकर इस जहरीली शराब को सप्लाई किया जाता है। सर्दी आते ही अवैध शराब की भट्टियां धुंआ उगलने लगी हैं। देखा जाए तो आबकारी विभाग की फौज भले ही कम हो, मगर यहीं फौज जिले में अपनी कार्रवाई का डंका पीट रही है। जिले की हालत को सुधारने के लिए आबकारी अधिकारी ने अपनी कार्रवाई का डंका पीटना शुरु कर दिया है। भले ही पहले शराब तस्कर जुगाड़ लगाकर अपने धंधे को अंजाम देने में सफल हो जाते है, मगर अब अवैध शराब के धंधे में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए आबकारी विभाग की टीमें तस्करों की सोच से दस कदम आगे बढ़कर अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने एक बार फिर से अवैध शराब के निर्माण पर अपना डंडा चलाते हुए शराब की भट्टी को नष्ट करते हुए कच्ची शराब बरामद किया है।
जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम द्वारा शनिवार सुबह शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई की गई। आबकारी निरीक्षक अरविंद कुमार मिश्रा और अनुपम सिंह की संयुक्त टीम द्वारा मिल्क क्षेत्र में स्थित अवैध/कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री से संबंधित संदिग्ध स्थलों, कमोरा, गंगापुर कदीम, सिहारी में दबिश दी गई। दबिश के दौरान मौके से टीम को लगभग 20 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 1 अभियोग पंजीकृत किया गया। साथ ही आसपास के लोगों से अपील की गई कि अपने आसपास होने वाले अवैध शराब से संबंधित कोई भी सूचना हो, आबकारी विभाग को दें। किसी भी गांव को अवैध शराब से मुक्त करने के लिए जागरूकता बेहद जरुरी है। जिससे आपकी आने वाली पीढ़ी इस धंधे से निकल कर आगे अपने भविष्य में आगे बढ़ सकें। नहीं तो इसी तरह आपकी आने वाली पीढ़ी भी इस धंधे में लिप्त होकर कोर्ट कचहरी की चक्कर काटने को मजबूर होगी।
आबकारी विभाग की अपील से प्रेरित होकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने आबकारी विभाग को उनकी कार्रवाई में सहयोग का आश्वासन दिया। जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह का कहना है कि शराब माफिया को खत्म करने के लिए उनके नेटवर्क को तोडऩा बेहद जरुरी है और उसके लिए उनकी जड़ों पर कार्रवाई करना बेहद जरुरी है। जब जड़े कमजोर होंगी तो खुदबाखुद शराब माफिया का खात्मा होगा। अवैध शराब के तस्करों की बढ़ती सक्रियता को रोकने के लिए विभाग द्वारा कार्रवाई तेजी से की जा रही है। आबकारी निरीक्षकों को मुख्य मार्गों पर चेकिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शराब तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और मार्गों पर पैनी नजर रखी जा रही है, ताकि तस्करों पर शिकंजा कसा जा सकें। सभी आबकारी निरीक्षक टीम वर्क के साथ फील्ड में उतरकर कार्रवाई कर रहें हैं।