गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोचा अंतरराज्यीय गिरोह का शराब तस्कर, 13 लाख की शराब बरामद

-कैंटर में छिपाकर बिहार जा रही थी हरियाणा की शराब, माल पहुंचाने के मिलते थे 15 हजार रुपए

उदय भूमि
गाजियाबाद। अवैध शराब की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा करते हुए क्राइम ब्रांच और वेव सिटी थाना पुलिस की संंयुक्त टीम ने एक शराब तस्कर को गिरफ्तार किया है। तस्कर द्वारा कैंटर में लाई जा रही करीब 13 लाख रुपए की शराब बरामद की गई है। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए गिरोह ने कैंटर में विशेष केबिन बनवा रखा था। शराब केबिन में छिपाने के बाद ऊपर से अन्य सामान रख लिया जाता था। रविवार को खुलासा करते हुए एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि स्वॉट टीम प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने टीम और वेव सिटी थाना पुलिस के संयुक्त टीम ने अवैध शराब की तस्करी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी थाना बेलसंड जिला सीतामढ़ी बिहार के गांव पाचनौर निवासी नागेंद्र पुत्र अशरफी राय है। नागेंद्र कैंटर चालक है। उसके कैंटर से हरियाणा राज्य से शराब तस्करी कर कैंटर में लाई जा रही शराब की 150 पेटी बरामद हुई हैं। बरामद शराब की कीमत करीब 13 लाख रुपए है।

एडीसीपी क्राइम ने बताया कि नागेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह पांचवीं तक पढ़ा हुआ है। वर्ष-2003 में दिल्ली आकर उसने ट्रक चलाना सीखा और गाजियाबाद की एक ट्रांसपोर्ट में चालक की नौकरी करने लगा। वर्ष 2015 में वह गुरूग्राम चला गया और कश्मीर के रूट पर ट्रक चलाने लगा। वर्ष 2017 में वह काम छोड़कर बिहार चला गया और 2021 में फिर से गुरूग्राम में आकर ड्राइवरी करने लगा। करीब छह माह पहले ही नागेंद्र का संपर्क हरियाणा निवासी ट्रक चालक वीरू से हुआ। वीरू ने उसे पंजाब, हिमाचल, हरियाणा आदि प्रांतों की शराब बिहार और गुजरात में शराब तस्करी करने वाले विक्की के बारे में बताया। लालच में आकर नागेंद्र विक्की के साथ मिलकर शराब तस्करी के धंधे में जुड़ गया और हरियाणा,पंजाब और हिमाचल प्रदेश की शराब बिहार में पहुंचाने लगा।

विक्की उसके एक चक्कर के 15 हजार रुपए देता था। विक्की हरियाणा के सोनीपत के आसपास शराब लदी कैंटर नागेंद्र के हवाले करता था। नागेंद्र ने बताया कि बिहार में शराब लेने वाली पार्टियों के बारे में विक्की ही जानता है। एडीसीपी क्राइम ने बताया कि विक्की ने पुलिस से बचने के लिए कैंटर में एक विशेष केबिन बनवाया हुआ था। केबिन में शराब छिपाने के बाद उसमें अन्य सामान लाद लेते थे। कभी-कभार विक्की भी दूसरी गाड़ी से नागेंद्र के कैंटर के आगे-पीछे रहकर बिहार तक जाता था। एडीसीपी ने बताया कि शराब तस्करी के दौरान आरोपी अपने मोबाइल बंद रखते थे। नागेंद्र से पूछताछ में विक्की के अलावा गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है। उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।