उदय भूमि ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के 44 करोड़ से ज्यादा बचत खाताधारकों के लिए खुशखबरी है। उन्हें अब मिनिमम बैलेंस और एसएमएस की एवज में कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। इस मद में शुल्क वसूली की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। इससे खाताधारकों को बड़ी राहत मिलेगी। एसबीआई ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। ट्वीट के मुताबिक मासिक न्यूनतम राशि नहीं रखने और एसएमएस सेवा के बदले खाताधारकों को शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। दोनों सुविधाएं निशुल्क कर दी गई हैं। एसबीआई के इस कदम से 44 करोड़ से अधिक बचत खाताधारकों को लाभ मिलेगा। दरअसल बैंक एकाउंट में एक लाख रुपए से अधिक का औसत मासिक बैलेंस करने वाले बचत खाताधारकों को असीमित लेन-देन की सुविधा मिली हुई है। उधर, अन्य नियमित बचत खाताधारकों को बैंक 8 निशुल्क लेन-देन की सुविधा देता है। इनमें 5 एसबीआई एटीएम और किसी अन्य बैंक के 3 एटीएम से निशुल्क लेन-देन की सुविधा है। गैर मेट्रो शहरों में 10 निशुल्क एटीएम लेन-देन होते हैं। एसबीआई ने मार्च 2020 में घोषणा की थी कि सभी बचत बैंक खातों हेतु औसत मासिक न्यूनतम राशि रखने की बाध्यता समाप्त कर दी गई है। इससे अब बैंक के सभी बचत खाताधारकों को जीरो बैलेंस की सुविधा मिल सकेगी। उस वक्त मेट्रो शहरों में बचत खाताधारकों को न्यूनतम राशि तीन हजार, कस्बों में दो हजार और ग्रामीण अंचल में एक हजार रुपए खाते में रखने होते थे। वहीं, बचत खाताधारकों ने एसबीआई के इस निर्णय पर खुशी जाहिर की है। खाताधारकों का कहना है कि कोरोना काल में आर्थिक मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। इनसे निपटने में कुछ राहत मिल पाएगी।