Ghaziabad में पूर्व प्रेमी को मुकदमें में फंसाने के लिए नए प्रेमी के साथ मिलकर महिला ने बेटे के अपहरण की रची कहानी

-पुलिस ने झूठे अपहरण की घटना का खुलासा कर मां उसके नए प्रेमी को किया गिरफ्तार

गाजियाबाद। पति से विवाद के बाद अलग रह रही एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर बेटे के अपहरण का नाटक रचा। महिला ने शुक्रवार को पुलिस को कॉल करके सूचना दी थी कि उसके सात वर्षीय बच्चे का अपहरण हो गया है। महिला ने दो युवकों पर शक भी जाहिर किया था। लेकिन पुलिस ने जांच के बाद इस नाटक का पर्दा उठा दिया। आरोपी महिला ने ही अपने पुराने प्रेमी को फंसाने के लिए नए प्रेमी के साथ मिलकर बेटे के अपहरण का नाटक किया था और बच्चे को प्रेमी के साथ हापुड भेज दिया। मगर जब पुलिस की जांच शुरु हुई तो प्रेमी ने डर की वजह से बच्चे को उसकी मौसी के यहां पर छोड़ दिया। हालांकि पुलिस ने महिला के झूठ की पोल खोलकर बच्चे को भी बरामद कर लिया है। रविवार को पुलिस ने झूठी सूचना देकर पुलिस को परेशान करने के आरोप में सरिता पांडेय (काल्पनिक नाम) और उसके प्रेमी नीरज अधाना को गिरफ्तार कर लिया है।

डीसीपी (नगर) कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी की मौजूदगी में बताया दीपिका का विवाह जोनपुर जनपद में हुआ था लेकिन पति से विवाद के बाद वह कई वर्षों से विजयनगर स्थित प्रताप विहार में पति से अलग रह रही है। सरिता का आशु शर्मा पुत्र प्रेमचन्द शर्मा व लोकेश चौपडा पुत्र श्रीमदन लाल चौपडा के साथ विवाद चल रहा है। पूर्व में आशु शर्मा के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा भी दर्ज कराया हुआ है। उसके बाद उसी युवक के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले में जांच के बाद पुलिस कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर चुकी है। दूसरों को फंसाने के लिए इस बार महिला ने अपने ही पुत्र का अपहरण करने का नाटक रच डाला। डीसीपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि सरिता का बच्चा पास के ही एक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है। शुक्रवार को स्कूल की आया घर छोडऩे आई थी, जहां से सरिता के ही कहने पर उसकी एक मित्र ने बच्चे को रिसीव किया और अपने घर ले गई।

सरिता ने अपनी मित्र से कहा था कि मैं बीमार हूं, बच्चे को अपने पास ही रखो। दूसरी ओर स्कूल से लौटते समय बच्चे के अपहरण की झूठी एफआईआर दर्ज करा दी। बाद में मित्र ने बच्चे को ले जाने के लिए कहा तो उसने हापुड़ में रहने वाले अपने मित्र नीरज के यहां भेज दिया। पुलिस को बच्चे के हापुड़ में होने की सूचना मिली तो पुलिस हापुड़ पहुंची। इस बीच नीरज ने पुलिस के डर से बच्चे को सरिता की बहन के पास पहुंचा दिया। जहां से पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। अपहरण के झूठे मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी ने बताया कि सरिता पांडेय अपने पति से विवाद के बाद आशु नाम के युवक के संपर्क में आई। दोनों दोस्त हो गए लेकिन बाद में किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया था। आशु के खिलाफ उसने दुष्कर्म का झूठा मुकदमा भी दर्ज कराया था। मामले में आशु के दोस्त लोकेश ने उसकी बुरे वक्त में मदद की थी। इसी रंजिश के चलते सरिता ने अपने पुत्र के अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी और आशु व लोकेश पर शक जाहिर किया। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।