-प्रतिष्ठित विद्यालयों के प्रतिभागियों ने नृत्य के माध्यम से दिखाई सांस्कृतिक छटा, निर्णायक बने सुप्रसिद्ध कलाकार पारुल अवस्थी और भुवन राव
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। कविनगर स्थित के.डी.बी. पब्लिक विद्यालय में शुक्रवार को ‘ओपन कैनवसÓ शीर्षक के अंतर्गत अंतर विद्यालयीय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन विश्व नृत्य दिवस के उपलक्ष्य में बड़े ही भव्य स्वरूप में किया गया। कार्यक्रम में शहर के दस प्रतिष्ठित विद्यालयों के प्रतिभागियों ने अपनी अद्वितीय नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर प्रख्यात कथक नृत्यांगना पारुल अवस्थी तथा लॉर्ड नृत्य केंद्र के संस्थापक भुवन राव निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे और प्रतिभागियों की कलात्मक प्रस्तुतियों का रसास्वादन किया।
विश्व नृत्य दिवस, जो प्रति वर्ष 29 अप्रैल को समर्पित होता है, नृत्य की विविध शैलियों एवं सांस्कृतिक परंपराओं को सम्मान देने का अवसर प्रदान करता है। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए, के.डी.बी. पब्लिक विद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष इस अवसर पर अंतर विद्यालयीय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिससे सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल होती है।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। विद्यालय की प्रधानाचार्या निवेदिता राणा और उप-प्रधानाचार्या नम्रता दूबे ने पुष्पगुच्छ भेंट कर विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत आयोजक विद्यालय के.डी.बी. पब्लिक विद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली नृत्य प्रस्तुति से हुई, जो कि प्रतियोगिता का भाग नहीं थी, परंतु दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ गई। प्रतियोगिता में चौधरी छबीलदास विद्यालय, डी.पी.एस. डासना रोड, श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय, स्टेप अप विद्यालय, आर्मी पब्लिक विद्यालय नोएडा, प्लैटिनम विद्यालय ब्रिज विहार, डी.डी.पी.एस गोविंदपुरम, डी.ए.वी. प्रताप विहार सहित अन्य विद्यालयों ने भाग लिया। आठवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों ने अपनी रचनात्मकता एवं कल्पनाशक्ति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए दर्शकों को भारतीय सांस्कृतिक विविधता से परिचित कराया।
पारुल अवस्थी (कथक नृत्यांगना) ने कहा कि आज के बच्चों में जो नृत्य के प्रति समर्पण और कलात्मकता देखने को मिली, वह अत्यंत सराहनीय है। ओपन कैनवस जैसे मंच विद्यार्थियों को अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक विविधता को आत्मसात करने का अवसर प्रदान करते हैं। मैं सभी प्रतिभागियों के प्रदर्शन से अत्यंत प्रभावित हूं। यह देख कर गर्व होता है कि हमारी सांस्कृतिक विरासत इतनी मजबूती से आगे बढ़ रही है।
निवेदिता राणा (प्रधानाचार्या, के.डी.बी. पब्लिक स्कूल) ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल एक प्रतियोगिता कराना नहीं था, बल्कि छात्रों को एक ऐसा मंच देना था जहाँ वे आत्मविश्वास, सृजनात्मकता और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रदर्शन कर सकें। ‘ओपन कैनवसÓ के माध्यम से हम यह दिखाना चाहते हैं कि नृत्य केवल एक कला नहीं, बल्कि एक संवाद का माध्यम है, जो भावनाओं, विचारों और परंपराओं को जोड़ता है।
हमें गर्व है कि इतने प्रतिष्ठित विद्यालयों ने इसमें भाग लेकर इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। अतिथियों के स्वागत में के.डी.बी. विद्यालय के छात्रों ने ‘रुद्राक्षÓ शीर्षक से एक नृत्य-नाटिका प्रस्तुत की, जिसमें रुद्राक्ष के आध्यात्मिक, औषधीय और सांस्कृतिक पक्ष को नृत्य के माध्यम से जीवंत किया गया। कार्यक्रम के अंत में निर्णायकों द्वारा परिणाम घोषित किए गए, जिसमें डी.डी.पी.एस. गोविंदपुरम को प्रथम स्थान, श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय को द्वितीय स्थान और चौधरी छबीलदास विद्यालय को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। विजेताओं को प्रशस्ति-पत्र और पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। दर्शकों ने कार्यक्रम की सराहना की और मुख्य अतिथियों ने भी छात्रों की प्रस्तुति की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए इसे एक अत्यंत प्रेरणादायक आयोजन बताया। कार्यक्रम का समापन विद्यालय की प्रधानाचार्या निवेदिता राणा के धन्यवाद ज्ञापन और प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ हुआ।