शिकायतकर्ता की संतुष्टि बनी नगर निगम की कसौटी, हर विभाग एकजुट

-जन समस्याओं के समाधान में निगम ने पकड़ी रफ्तार, हर शिकायत पर तुरंत हो रही कार्रवाई
-आईजीआरएस प्रणाली बनी भरोसे का माध्यम, विभागीय अधिकारी सीधे कर रहे शिकायतकर्ताओं से संवाद

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम प्रशासन अब जन समस्याओं के निस्तारण को लेकर पूरी तरह से गंभीर और सक्रिय हो गया है। नगर निगम द्वारा एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) के माध्यम से प्राप्त समस्याओं को तीव्र गति से हल किया जा रहा है। संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक शिकायत का न केवल समाधान हो, बल्कि शिकायतकर्ता भी पूरी तरह संतुष्ट रहे। इस दिशा में अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव खुद निगरानी कर रहे हैं और विभागों के कार्यों की दैनिक समीक्षा कर रहे हैं।
मई माह के पहले दस दिनों में नगर निगम को आईजीआरएस के माध्यम से कुल 413 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से लगभग सभी पर त्वरित कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। इनमें से 100 शिकायतों का गुणवत्ता के साथ निस्तारण कर दिया गया है। बाकी पर तेजी से कार्य जारी है। निगम ने तय किया है कि हर शिकायत के बाद संबंधित अधिकारी सीधे शिकायतकर्ता से संपर्क करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि समाधान उनकी अपेक्षाओं के अनुसार हो।

आईजीआरएस प्रभारी अरुण कुमार यादव ने बताया कि प्रतिदिन औसतन 70 से 80 शिकायतें आईजीआरएस पर प्राप्त हो रही हैं, जिनमें सबसे अधिक शिकायतें जलकल विभाग से जुड़ी होती हैं। इनका तेजी से निस्तारण किया जा रहा है। वहीं विजयनगर जोन की सबसे कम शिकायतें आ रही हैं, जो प्रशासनिक सतर्कता का संकेत है। शिकायतों के निस्तारण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे सीधे शिकायतकर्ताओं से संवाद स्थापित करें और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें। महापौर सुनीता दयाल एवं नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के निर्देश पर गाजियाबाद नगर निगम ने शिकायतों के समाधान को लेकर त्वरित प्रक्रिया अपनाई है। सभी विभाग प्रतिदिन की कार्यसूची में शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर समाधान कर रहे हैं।

खास बात यह है कि प्रकाश विभाग से जुड़ी सबसे कम शिकायतें आई हैं, जो कि विभाग की तत्परता को दर्शाता है। जनप्रतिनिधि भी इस व्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। पार्षदों के सहयोग से भी शिकायतों का समाधान और अधिक प्रभावी हो रहा है। नगर आयुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण किया जाए और जनता को राहत पहुंचाने में कोई कोताही न हो। गाजियाबाद नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार, निर्माण विभाग की 78, प्रकाश विभाग की 52, जलकल विभाग की 105, स्वास्थ्य विभाग की 87, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र से संबंधित 5, उद्यान विभाग की 38, संपत्ति कर से जुड़ी 4, तथा अतिक्रमण संबंधी 17 शिकायतों पर कार्यवाही चल रही है। सभी शिकायतें संबंधित विभागों को सौंपी जा चुकी हैं और समाधान की प्रक्रिया तीव्र गति से जारी है। नगर निगम का यह प्रयास जनविश्वास को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय पहल के रूप में देखा जा रहा है। इससे न केवल जनता को राहत मिल रही है, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही भी सुनिश्चित हो रही है।

नगर निगम का उद्देश्य सिर्फ शिकायतों का निस्तारण करना नहीं, बल्कि नागरिकों की संतुष्टि सुनिश्चित करना है। हमारी प्राथमिकता है कि हर संदर्भ का समाधान समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्ता पूर्ण ढंग से हो। सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सीधे शिकायतकर्ताओं से संवाद करें और समाधान प्रक्रिया की निगरानी स्वयं करें। गाजियाबाद नगर निगम जनहित में पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से कार्य कर रहा है।
विक्रमादित्य सिंह मलिक
नगर आयुक्त
नगर निगम गाजियाबाद।