गौतमबुद्ध नगर में शराब तस्करी पर लगा अंकुश आबकारी विभाग के राजस्व में हुई करोड़ों की बढ़ोतरी

-तीन माह में शौकीन पी गए 463.42 करोड़ की शराब
-पिछले वर्ष के तीन माह का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड किया स्थापित
-आबकारी विभाग ने कार्रवाई के बीच सरकार का भरा खजाना

गौतमबुद्ध नगर। जीवन में सफल बनने के लिए सर्वाधिक आवश्यक है एक निर्धारित लक्ष्य। लक्ष्य किसी भी रूप में हो सकता है। यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस लक्ष्य को लेकर सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। लक्ष्य पूर्णत: स्पष्ट होना चाहिए। इस मामले में कभी भी दोहरी मानसिकता नहीं अपनानी चाहिए। सदैव एक लक्ष्य होना चाहिए। इन्हीं बातों को गौतमबुद्ध नगर जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव चरितार्थ करते नजर आ रहे है। गौतमबुद्ध नगर जिला आबकारी अधिकारी की कमान संभाले उन्हें भले ही करीब एक वर्ष हुआ है, मगर शासन से निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के साथ-साथ जिले को अवैध शराब के चंगुल से मुक्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। गौतमबुद्ध नगर में शराब माफिया का सफाया करते हुए अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। सरकार के राजस्व को शत-प्रतिशत बढ़ाने में आबकारी विभाग अपनी अहम भूमिका निर्वहन करता नजर आ रहा है। आबकारी विभाग के राजस्व में किस प्रकार से बढ़ोतरी की जा सकती है, उन सभी स्रोतों पर अपनी कार्यवाही को अंजाम दे रहा है। पिछले वर्ष अप्रैल से जून माह तक इस वर्ष 33.3 करोड़ का राजस्व अधिक हासिल किया है। जो कि पिछले वर्ष से 7.67 प्रतिशत अधिक है। राजस्व में हो रही बढ़ोतरी कहीं न कहीं अपने आप में यह दर्शाती है कि जिले में अवैध रूप से शराब तस्करी करने वालों का काफी हद तक आबकारी विभाग सफाया कर चुका है।

जिले में आबकारी अधिकारी की कुर्सी संभालने के बाद हर किसी अधिकारी की मंशा यही रहती है कि जनपद पूरी तरह से सुरक्षित और राजस्व में बढ़ोतरी करना होता है। जिला आबकारी अधिकारी ने अपनी कुशल कार्यशैली से मंशा साफ कर दी है कि राजस्व में बढ़ोतरी और शराब तस्करों पर कार्रवाई किस तरह से की जा सकती है। जिले की सीमा दो राज्य हरियाणा व दिल्ली से लगी है। दोनों राज्यों में उत्तर प्रदेश की अपेक्षा शराब की कीमत कम है। कई वर्षों से यहां बड़ी मात्रा में शराब की तस्करी होती थी। हरियाणा के तस्कर तो शराब की होम डिलीवरी भी करते थे। कुछ समय से शराब तस्करी पर अंकुश लगा है। आबकारी विभागों की टीमों ने सैकड़ों तस्करों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में शराब पकड़ी। इसका असर यह हुआ है कि लाइसेंसी दुकानों से शराब की बिक्री में बढ़ोतरी हुई। आबकारी विभाग अपने कई रोल को बखूबी निभा रहा है। जिसमें आम जनमानस के लिए जागरूकता अभियान चलाकर अवैध शराब के सेवन से लोगों को बचाकर उनकी जिंदगी को बचाना, दुसरों अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तस्करों को सलाखों के पीछे भेजना, तीसरा शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए राजस्व में बढ़ोतरी करना।

इन सबको अंजाम देने में आबकारी विभाग की टीमें दिन और रात भूल कर अपने कर्तव्यों को अंजाम दे रही है। गौरतलब हो कि प्रदेश सरकार की माली हालत को सुधारने में गौतमबुद्ध नगर का आबकारी विभाग अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। संकट कोई भी हो, लेकिन उस संकट को अवसर के रूप में लेकर आबकारी विभाग की टीम राजस्व की बढ़ोतरी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ता है। दरअसल प्रदेश सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग हर संभव प्रयास करता है। साथ ही अवैध शराब का कारोबार करने वाले तस्करों पर भी कार्रवाई करने से भी नहीं चूकता है। बॉर्डर, हाईवे, चेक पोस्ट समेत दिल्ली व हरियाणा सीमा से जुड़े सभी रास्तों पर शराब लाने वालों की निगरानी के लिए आबकारी विभाग की टीम 24 घंटे मुस्तैद रहती है। शराब माफिया पर शिकंजा कसने के साथ-साथ लाइसेंसशुदा शराब विक्रेताओं को भी समय-समय पर नियम-कानून का पाठ पढ़ाने से नहीं चूकता है। शराब माफिया से निपटने के लिए गौतमबुद्ध नगर में जिस प्रकार के प्रयोग किये जा रहे है, उसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले है।

तीन माह में पिछले वर्ष से 33.3 करोड़ का अधिक राजस्व हासिल
यूपी सरकार ने इस वर्ष गौतमबुद्ध नगर को इस वर्ष 2307.57 करोड़ रुपये आबकारी राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसमें आबकारी विभाग ने वर्ष 2024-25 अप्रैल से जून माह तक तीन माह में 463.42 करोड़ का राजस्व हासिल किया है। जिस तरह से आबकारी विभाग कार्रवाई कर रहा है, इस तरह से कयास लगाए जा रहे है कि आबकारी विभाग इस बार शासन के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के साथ-साथ और अधिक राजस्व हासिल करेगा। वर्ष 2023-24 में अप्रैल से जून माह तक 430.39 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था। जो कि पिछले से 33.3 करोड़ का राजस्व इस बार अधिक है। आबकारी अधिकारी ने अपने पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है। वहीं वर्ष 2024-25 अप्रैल माह में 135.66 करोड़ और वर्ष 2023-24 में 136.51 करोड़, वर्ष 2024-25 मई माह में 168.28 और वर्ष 2023-24 में 152.78 करोड़, वर्ष 2024-25 जून माह में 159.48 और वर्ष 2023-24 में 141.10 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। आबकारी विभाग हर माह अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाने के लिए पूरी शिद्दत से जुटा हुआ है।

वर्ष 2024-25 अप्रैल से जून माह तक तीन माह में 54 लाख 6 हजार 676 बल्क लीटर, अंग्रेजी 34 लाख 70 हजार बोतल, बीयर 1 करोड़ 72 लाख कैन की बिक्री हुई है। वर्ष 2023-24 में देशी 47 लाख 27 हजार 494 बल्क लीटर, अंग्रेजी 35 लाख 26 हजार बोतल और बीयर 1 करोड़ 51 लाख कैन की बिक्री हुई थी। शराब तस्करों पर आबकारी विभाग द्वारा ताबड़तोड़ हुई कार्रवाई से आबकारी विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। जिला आबकारी अधिकारी की सख्ती का ही असर है कि गौतमबुद्ध नगर में अवैध शराब का कारोबार करने वाले माफिया आज त्यौहार हो या फिर चुनाव अपना अवैध शराब का धंधा करने से डरते है। आबकारी विभाग अपनी मुहिम से छोटे शराब तस्करों का सफाया करने में जुट गई है।

सुबोध कुमार श्रीवास्तव
जिला आबकारी अधिकारी

जिले का राजस्व बढ़ाने और शराब तस्करी रोकने के लिए हर दिन नई रणनीति के तहत कार्यवाही की जा रही है। जिसके लिए सभी आबकारी निरीक्षकों के साथ बैठक कर रोजाना होने वाली कार्रवाई पर मंथन किया जाता है और किसी तरह से आबकारी विभाग के राजस्व बढ़ाने के लिए अन्य स्रोतों पर कार्य कर सकते है इस पर विचार किया जाता है। आबकारी विभाग का कार्य सिर्फ कार्रवाई करना ही नहीं है। बल्कि राजस्व को बढ़ाने के साथ-साथ बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोकना भी है। जिसके लिए जागरुकता अभियान चलाया जाता है। साथ ही शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। आगे भी जनपद में शराब तस्करी पर कार्रवाई जारी रहेगी। अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती बरती जा रही है। आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही है। राजस्व में वृद्धि करना विभाग की प्राथमिकता में हमेशा से शुमार है। जिसके लिए समय-समय पर हर संभव प्रयास किए जा रहे है। जनपद में जहां भी शराब तस्करों के ठिकाने थे, उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त किया जा चुका है। इसके साथ ही आबकारी विभाग की टीम द्वारा शराब की दुकानों पर भी लगातार टेस्ट परचेजिंग कराई जा रही है। जिससे दुकानों पर नियमानुसार शराब की बिक्री हो सके और ओवर रेटिंग की शिकायत पर रोक लग सकें। बिना लाइसेंस के शराब पार्टी करने वाले होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, बार पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है और शराब पार्टी के लिए लाइसेंस लेने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
सुबोध कुमार श्रीवास्तव
जिला आबकारी अधिकारी