मधुबन-बापूधाम आरओबी का शुरू हुआ निर्माण

-जीडीए ने सेतु निर्माण निगम को किया 3.50 करोड़ रुपए का भुगतान

गाजियाबाद। मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना को दिल्ली-मेरठ मार्ग से हापुड़ रोड को सीधा जोडऩे के लिए योजना में रेलवे ट्रैक के ऊपर निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का सेतु निर्माण निगम ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा सेतु निर्माण निगम को पिछले दिनों 3.50 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया था। इसके चलते अब सेतु निर्माण निगम ने तेजी से आरओबी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। जीडीए की ओर से किश्त का 3.50 करोड़ रुपए न मिलने की वजह से पूर्व में इसका काम पूर्णत:बंद कर दिया था।खास बात यह है कि मधुबन-बापूधाम योजना के निमार्णाधीन आरओबी की 15 प्रतिशत तक लागत बढ़ गई है। जीडीए बोर्ड बैठक में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी संंबंधी प्रस्ताव पास भी कराया जा चुका हैं।

जीडीए अब बढ़ी निर्माण की लागत भी सेतु निगम को देगा। जीडीए द्वारा इस आरओबी का सेतु निर्माण निगम से निर्माण कराया जा रहा है। सेतु निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक रजनीश कुमार का कहना है कि आरओबी का फिर से तेजी से निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है। इसका लगभग 70 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि जीडीए की ओर से 3.50 करोड़ रुपए की किश्त पिछले दिनों रिलीज कर दी गई थी। हालांकि जीडीए के पास पहले ही सेतु निर्माण पर हिंडन नदी पुल का 4.50 करोड़ रुपए भी बकाया है। सेतु निर्माण निगम द्वारा मधुबन-बापूधाम योजना के इस आरओबी का निर्माण अब करीब 51 करोड़ रुपए में किया जाना है। इसमें से जीडीए द्वारा करीब 33.50 करोड़ रुपए की धनराशि सेतु निर्माण निगम को दी जा चुकी हैं। इसके अलावा करीब 17.50 करोड़ रुपए जीडीए पर सेतु निर्माण निगम का बकाया रह जाएगा। वहीं,रेलवे लाइन के ऊपर रेलवे विभाग को निर्माण करना है। इसके लिए जीडीए द्वारा करीब 13 करोड़ रुपए भी रेलवे विभाग को दिया जा चुका हैं। रेलवे विभाग अब बाकी पूरा पैसा करीब 13 करोड़ रुपए मिलने के बाद बाद ही इस पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कह चुका है।

मधुबन-बापूधाम योजना में इस चार लेन के आरओबी का निर्माण पूरा होने से आसपास क्षेत्र के 60 हजार से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। वहीं,गाजियाबाद होते हुए हापुड़ से मेरठ आने जाने वालों को करीब 14 किलोमीटर का लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा। 750 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ाई के इस आरओबी के निर्माण होने से हजारों लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। जीडीए का इस आरओबी पर कुल 70 करोड़ रुपए खर्च होगा। आरओबी का निर्माण दो साल पहले पूरा हो जाना चाहिए था। मगर जीडीए की फाइनेंशियल स्थिति खराब होने के चलते आरओबी का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इस आरओबी का निर्माण होने के बाद दिल्ली-मेरठ मार्ग से लोग सीधे आरओबी होते हुए मधुबन-बापूधाम योजना के अलावा गोविंदपुरम, स्वर्णजयंतीपुरम, बालाजी एन्क्लेव,रतन एन्क्लेव समेत अन्य कॉलोनियों और हापुड़ रोड पर सीधे डासना तक पहुंच सकेंगे।

जीडीए के प्रभारी चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मधुबन-बापूधाम योजना के आरओबी का निर्माण कार्य सेतु निर्माण निगम ने तेजी से शुरू कर दिया है। निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने के लिए कहा गया है।उन्होंने बताया कि आरओबी की निर्माण लागत करीब 15 फीसदी तक बढ़ गई है। इस बढ़ी लागत से संबंधित जीडीए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास कराया जा चुका है। सेतु निगम को पिछले दिनों 3.50 करोड़ रुपए की किश्त का भुगतान कर दिया गया था। आरओबी का निर्माण कार्य लगभग 70 फीसदी तक पूरा हो चुका है। वहीं,रेलवे विभाग से भी ट्रैक के ऊपर निर्माण करने के लिए अनुरोध किया जाएगा। रेलवे को ट्रैक के ऊपर निर्माण करना है। ताकि रेलवे विभाग रेलवे ट्रैक के ऊपर निर्माण शुरू कर सकें। इस आरओबी के निर्माण पर जीडीए का करीब 70 करोड़ रुपए खर्च होगा।