-रोस्टर के क्रम में रात्रि में भी निगम चलाएगा अवैध होर्डिंग हटाने का अभियान: अवनींद्र कुमार
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में गाजियाबाद नगर निगम ने अवैध विज्ञापन के विरुद्ध सख्त रुख अपनाते हुए शनिवार रात को एक बड़ा अभियान चलाया। इस रात्रिकालीन महाअभियान में कविनगर और सिटी जोन के विभिन्न इलाकों से 500 से अधिक अवैध होर्डिंग, बैनर और किओस्क बोर्ड हटाए गए। नगर आयुक्त द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों के क्रम में यह कार्रवाई की गई, जिसमें साफ संदेश दिया गया कि शहर को विज्ञापन प्रदूषण से मुक्त किया जाएगा और अब किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अभियान का नेतृत्व अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार ने किया, जो विज्ञापन प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह और दोनों जोनों के जोनल प्रभारी राकेश गुप्ता (कविनगर) और महेंद्र अहिरवार (सिटी जोन) के साथ स्वयं सड़कों पर उतरे। टीम ने कविनगर जोन में रामलीला मैदान से लेकर आरडीसी, राजनगर, कलेक्ट्रेट रोड, हापुड़ चुंगी चौराहे तक फैले इलाके में कार्यवाही की।
वहीं सिटी जोन में नवयुग मार्केट, होली चाइल्ड चौराहा, अंबेडकर मार्ग, चौधरी मोड़, घंटाघर और नया बस अड्डा से होते हुए साइन उपवन तक अभियान चलाया गया। नगर निगम की टीम ने रातभर अभियान चलाकर सैकड़ों बैनर, होर्डिंग्स और किओस्क हटाए, जिसमें चार ट्रैक्टर ट्रॉली और एक टिप्पर सामग्री जब्त की गई। नगर आयुक्त के अनुसार, यह महाअभियान केवल एक शुरुआत है और अब प्रतिदिन रात्रि में रोस्टर के अनुसार कार्यवाही जारी रहेगी। नगर निगम इस कार्रवाई को न केवल शहर की सुंदरता बनाए रखने के लिए कर रहा है, बल्कि यह नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए एक कड़ा संदेश भी है। व्यापारी वर्ग और जनप्रतिनिधियों ने भी इस पहल में नगर निगम का भरपूर सहयोग दिया, जिसे निगम ने सराहा। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने दो टूक शब्दों में स्पष्ट किया कि जो लोग तय मानकों के विपरीत अवैध विज्ञापन लगाकर शहर की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई और तेज होगी। उन्होंने कहा कि अब गाजियाबाद में कागजी चेतावनी नहीं, बल्कि जमीनी कार्रवाई का दौर शुरू हो चुका है। जो समय पर नहीं हटेगा, उसे निगम बुलडोजर से हटाएगा।
गाजियाबाद की सड़कों और इमारतों को अवैध विज्ञापनों से मुक्त कराना हमारी प्राथमिकता है। यह सिर्फ सौंदर्यकरण का मामला नहीं, बल्कि शहर के नियम-कानूनों की प्रतिष्ठा से जुड़ा विषय है। हमने स्पष्ट कर दिया है कि अब चेतावनियों का नहीं, कार्रवाई का समय है। हर वो विज्ञापन जो बिना अनुमति लगा है, वो हटेगा – चाहे दिन हो या रात। नगर निगम की छवि और शहर की गरिमा से कोई समझौता नहीं होगा।
विक्रमादित्य सिंह मलिक
नगर आयुक्त