उदय भूमि संवाददाता
गौतमबुद्ध नगर। अवैध शराब के गोरखधंधे पर अब गाज गिरनी तय है। जिले में चल रहे संगठित तस्करी के जाल को तोड़ने के लिए आबकारी विभाग ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने खुद की पहल पर शुरू किया विशेष अभियान ऑपरेशन नाइट जो अब शराब माफियाओं के लिए बुरा सपना बन गया है। ये कोई आम प्रशासनिक कार्रवाई नहीं, बल्कि एक सुनियोजित, चौतरफा और चौबीसों घंटे चलने वाला मिशन है, जिसका लक्ष्य है, जिले को शराब माफियाओं से मुक्त करना। रविवार रात आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय और थाना दादरी पुलिस की संयुक्त टीम ने मिशन के तहत गुप्त सूचना पर बड़ी कार्रवाई की। मोहल्ला मेवातियन टंकी के पास दबिश देकर अमित पुत्र बालकिशन, निवासी अंबेडकर कॉलोनी को रंगे हाथ पकड़ा गया।
उससे 27 पौवे मिस इंडिया ब्रांड की अवैध देशी शराब (यूपी मार्का) बरामद की गई। वहीं दूसरी बड़ी गिरफ्तारी फरदीन पुत्र शाकिर, निवासी बड़ा बाजार दादरी की हुई, जिसके पास से 25 टेट्रा पैक ट्विन टावर ब्रांड की अवैध शराब बरामद हुई। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में अवैध शराब की तस्करी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऑपरेशन नाइट हमारी अपनी पहल है, जिसका मकसद है रात के अंधेरे में सक्रिय इन तस्करों की गतिविधियों पर लगाम लगाना। अब विभाग की टीमें 24 घंटे एक्टिव हैं और जो भी व्यक्ति या गिरोह अवैध शराब के कारोबार में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह सिर्फ शुरुआत है, या तो ये तस्कर सुधर जाएं या फिर सलाखों के पीछे जाने को तैयार रहें।
तस्करों की साजिश बेनकाब- लाइसेंसी दुकानों से शराब, रात में ब्लैक में बिक्री
पकड़े गए तस्कर कोई छोटे-मोटे गुर्गे नहीं, बल्कि संगठित नेटवर्क का हिस्सा हैं। ये लोग जिले की लाइसेंसी दुकानों से शराब खरीदते और रात में दुकानों के बंद हो जाने के बाद उसे ब्लैक में महंगे दामों पर बेचते थे। आबकारी विभाग की नजरों से बचे रहने के लिए ये रात के अंधेरे में गलियों और मोहल्लों में डिलीवरी करते थे। अभियान का नाम भले ही ऑपरेशन नाइट हो, लेकिन इसका असर पूरे दिन देखा जा रहा है। ये महज़ छापेमारी नहीं, बल्कि अवैध शराब तस्करी के खिलाफ युद्ध है। हर थाना क्षेत्र में आबकारी विभाग की टीमें सक्रिय हैं। 24&7 निगरानी, चेकिंग, रेड, दबिश अब लगातार जारी रहेगी। जिले में शराब माफियाओं को या तो जेल जाना होगा या जिले से भागना होगा। यह अभियान अब मॉडल बनकर अन्य जिलों में लागू किया जा सकता है।
जनता को उम्मीद- अब खत्म होगा शराब का अवैध कारोबार
शराब माफिया के जाल में फंसी बस्तियों और मोहल्लों को अब राहत मिलने की आस है। आमजन खुलेआम कह रहे हैं। अब लग रहा है कि प्रशासन वाकई में हमारे बच्चों के भविष्य को लेकर गंभीर है। आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव की ये पहल अब सिर्फ विभागीय कार्रवाई नहीं रही, ये जनआंदोलन बनता जा रहा है, क्योंकि ऑपरेशन नाइट सिर्फ एक नाम नहीं है ये तस्करों के लिए चेतावनी है। अब या तो सुधर जाओ या सलाखों के पीछे जाओ।