बांग्लादेशी हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार के विरुद्ध पावन चिंतन धारा आश्रम ने खोला मोर्चा

-जातिभेद को छोड़, हिन्दू को हिन्दू अस्मिता के लिए खड़ा होना होगा: डॉ. पवन सिन्हा  
-बांग्लादेश में निर्दोष लोगों को धर्म के आधार पर बनाया जा रहा है निशाना
-सीएए जल्द लागू हो अन्यथा पाकिस्तान और बांग्लादेश में बढ़ती समस्याओं का भारत पर भी पड़ेगा असर

गाजियाबाद। पिछले कई दिनों से बांग्लादेश में हो रही हिंदुओं पर हिंसा के खिलाफ गुरुवार को डॉ पवन सिन्हा गुरुजी के नेतृत्व में पावन चिंतन धारा आश्रम के आह्वान पर नवयुग मार्किट स्थित दुर्गा भाभी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में आश्रम के संस्थापक परम पूज्य डॉ. पवन सिन्हा गुरुजी सहित सांसद अतुल गर्ग, पूर्व मेयर आशु वर्मा, पार्षद राजीव शर्मा उपस्थित रहे। डॉ पवन सिन्हा गुरुजी ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि जहां कहीं भी हिंदू समाज बहुसंख्यक है वह अल्पसंख्यक को सुरक्षा देता है, उनका सम्मान करता है, उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा करता है एवं भाईचारे के साथ संबंध निभाता है। परन्तु इसके विपरीत, जहाँ कहीं भी हिन्दू अल्पसंख्यक होता है। वहां उस पर अत्याचार होते हैं, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज बांग्लादेश है जहाँ हिन्दू मंदिरों में घुसकर मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है तथा हिन्दू संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। हिन्दू महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। निर्दोष लोगों को धर्म के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है। श्री गुरुजी ने आगे कहा कि हिंदुओं को एकजुट होना होगा। क्योंकि स्ट्रेंथ ही डिफेंस (शक्ति ही रक्षा) है। जातिभेद को छोड़, हिन्दू को हिन्दू अस्मिता के लिए खड़ा होना होगा, अपनी आवाज मुखर होकर उठानी होगी।

गुरुजी ने भारत सरकार से हिंदू शरणार्थियों को भारत में जल्द से जल्द शरण देने का अनुरोध किया। साथ ही नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए्र) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को शीघ्र लागू करने का अनुरोध किया अन्यथा पाकिस्तान और बांग्लादेश में बढ़ती समस्याओं का असर भारत पर पड़ेगा। गुरुजी ने निवेदन किया कि बांग्लादेश और पाकिस्तान से आ रही भड़काऊ खबरों का भारत की शांति और सौहार्द पर फर्क नही पड़ना चाहिए, सब मिलजुल कर रहें। पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने भी बांग्लादेशी हिंदुओ के समर्थन में पुरजोर आवाज उठाई और कहा वर्तमान मोदी सरकार ने स्थिति पर नजर रखी हुई है और यदि कड़ा फैसला लेना भी पड़ा तो लेंगे। सांसद अतुल गर्ग ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति हो रहे अमानवीय व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हर छोटी बात पर हो हल्ला मचाने वाला विपक्ष बंग्लादेश में इतना बड़े स्तर पर होने वाले खून खराबे पर मौन है।

ये हिन्दू जातियों में बंटा हुआ है जिसका फायदा देश विरोधी ताकतों सहित विपक्ष भी उठाता है। हमें एकजुट होना होगा। गौरतलब है इस विरोध प्रदर्शन में पावन चिंतन धारा आश्रम के सैकड़ों साधको सहित व्यापारी वर्ग के लोगों ने बांग्लादेश में उत्पन्न अनिश्चितता, हिंसा एवं अराजकता पर मिलकर रोष प्रकट किया तथा बांग्लादेश के हिंदु भाई बहनों के लिये एकजुट होने का आह्वान भी किया। इस दौरान कवि राज कौशिक, बीके शर्मा हनुमान, रवि कटारिया, महेश आहूजा, संदीप त्यागी रसम जी की उपस्थिति रही। सभा के अंत मे बांग्लादेश में मारे गए बेकसूर हिंदुओं की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया।