गाजियाबाद। बैंकों में फर्जी खाता खुलवाकर साइबर ठगी करने के बाद उसमें करोड़ों रुपए का लेनदेन करने वाली युवती व उसका भाई समेत 6 शातिर ठगों को इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 16 बैंक अकाउंट किट,चेक बुक,डेबिट कार्ड,9 मोबाइल,89 हजार रुपए बरामद किए है। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि रविवार को इंदिरापुरम थाना प्रभारी जितेंद्र दीखित ने टीम के साथ दर्ज मुकदमे में युवती प्रिया पाठक पुत्री राजेश पाठक व भाई अमन पाठक पुत्र राजेश पाठक निवासी फ्लैट नंबर-864 नीति खंड-1 इंदिरापुरम,पवन सिंह पुत्र पुष्कर निवासी खती गांव थाना पिथौरागढ़ जनपद पिथौरागढ़ उत्तराखंड हाल पता दुर्गापुर रूद्रपुर जिला उधमसिंह नगर, सूर्य प्रताप सिंह पुत्र रामसेवक सिंह निवासी मोहल्ला काजी टोला गायत्रीनगर जीटी रोड थाना बेबर जिला मैनपुरी, सौरभ कुशवाह पुत्र रमेश चन्द्र कुशवाह निवासी काजी टोला फर्रूखाबाद थाना बेबर जिला मैनपुरी, प्रदीप सिंह पुत्र श्रीपाल सिंह निवासी अरनिया तलेशरा थाना सिकन्द्राराऊ जिला हाथरस को गिरफ्तार किया गया। एसीपी ने बताया कि साइबर थाना से प्राप्त साइबर ठगी से संबंधित बैंक खातों के सत्यापन कराए जा रहे थे।
इसमें पीएनबी बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खाता संख्या-1207102100000691 खाता धारक दी डार्क कैफे एंड रेस्टोरेंट जो प्रिया पाठक के नाम पर है। इसकी जांच की गई तो इसमें 30 मार्च से 31 मार्च तक करीब 1.56 करोड़ रुपए की अनाधिकृत ट्रांजेक्शन की गई।इसमें साइबर ठगी से संबंधित शिकायत मिली। इसकी गहनता से जांच करने के बाद साइबर ठगी करने वाली प्रिया व उसके भाई समेत 6 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में इन्होंने बताया कि लोगों के फर्जी बैंक खाता खुलवाकर उन्हें पैसों का लालच देते थे।इन खातों में साइबर ठगी कर करोड़ों रुपए मंगाते थे। प्रिया पाठक और इसके भाई अमन पाठक से उक्त बैंक खाते में हुई ट्रांजेक्शन के बारे में पूछताछ की गई तो प्रिया ने बताया कि अपने भाई अमन पाठक व प्रदीप कुमार गांव के पास सिकन्दराराऊ का रहने वाला है।
उसके कहने पर मैने यह खाता खुलवाया था।इसकी किट अपने भाई के कहने पर प्रदीप को दे दी थी। इस खाते में जो रुपए आए। उसमें कमीशन मिलता था। जांच में सामने आया कि यह बैंक खाता एनसीसीआरपी पोर्टल पर तीन राज्यों कर्नाटक, महाराष्ट्र व तेलांगना की पांच साइबर ठगी की शिकायत में रिपोर्ट दर्ज है। जांच के लिए जब प्रिया पाठक व अमन पाठक के माध्यम से प्रदीप सिंह पुत्र श्रीपाल सिंह निवासी अरनिया तलेशरा थाना सिकन्द्राराऊ जिला हाथरस को थाने पर बुलाया गया तो उसने बताया कि यह करंट खाता है, इसमें रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर 8755320392 प्रिया व अमन ने दिए थे। इसके अलावा अन्य बैंक खाते भी अपने साथी पवन सिंह, सूर्य प्रताप, सौरभ कुशवाहा को उपलब्ध कराए थे।
यह सभी बी-3,इको विलेज सेकेंड सेक्टर-16 बी ग्रेटरनोएडा वेस्ट गौतमबुद्धनगर में रहते है। इन तीनों ने पूछताछ में बताया कि फर्जी आईडी पर करंट व कारपोरेट बैंक खाते खुलवाकर उनको पैसों का लालच देते है। इन खातों में बीमा पालिसी, साइबर धोखाधड़ी करके आनलाइन रुपए मंगवाते है। प्रदीप इन्हें बैंक खाते लाकर देता था। जबकि प्रशांत निवासी आगरा और सन्नी निवासी उदयपुर राजस्थान देते है। इन खातों में इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर की गई ठगी का ऑनलाइन पैसा मंगाते है। पूछताछ में पवन ने बताया कि प्रिया ने जो बैंक खाता दिया,वह खाता भी इन्हें दिया था। इसमें करोड़ों रुपए की ट्रांजेक्शन हुई है। इस पर कमीशन मिलता है। जिसे आपस में बांट लेते है। पुलिस ने बरामद की चेक बुक,डेबिट कार्ड व नगदी भी इन्हीं बैंक खातों में मिले कमीशन से संबंधित है।पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।