एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी में सात दिवसीय मेडिकल कोडिंग कार्यशाला का उद्घाटन

गाजियाबाद। डासना स्थित एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज ने जीनस हेल्थ केयर सॉल्यूशन एंड आईटी कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से 20 जनवरी से 27 जनवरी तक चलने वाली एक सप्ताह की मेडिकल कोडिंग कार्यशाला का भव्य उद्घाटन किया। कार्यशाला का शुभारंभ डायरेक्टर, स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, डॉ. शालिनी शर्मा के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने सभी अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत किया और कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह कार्यक्रम छात्रों को नवीनतम तकनीकों और विचारों से अवगत कराने के साथ-साथ उनके कौशल और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देगा।

इस आयोजन में एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी के माननीय कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) प्रसेनजीत कुमार, प्रो-वाइस चांसलर (प्रशासन) पीयूष श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार डॉ. राजीव रतन, जीनस हेल्थकेयर सॉल्यूशन के प्रबंध निदेशक विकास महेश्वरी, और सुंदर दीप फार्मेसी कॉलेज के निदेशक डॉ. आर.डी. गुप्ता सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने इस पहल को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के समग्र विकास के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। कार्यशाला में एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी के माननीय चांसलर महेंद्र अग्रवाल ने छात्रों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने इस तरह के आयोजनों को छात्रों के व्यावसायिक और व्यक्तिगत विकास के लिए अत्यधिक उपयोगी बताया।

कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) प्रसेनजीत कुमार ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों के करियर निर्माण में मील का पत्थर साबित होते हैं। प्रो-वाइस चांसलर (एडमिन) श्री पीयूष श्रीवास्तव और रजिस्ट्रार डॉ. राजीव रतन ने भी कार्यशाला की सफलता की कामना करते हुए इसे छात्रों के व्यावसायिक कौशल और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का एक सुनहरा अवसर बताया। जीनस हेल्थ केयर सॉल्यूशन प्रा. लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विकास महेश्वरी और अमरजीत कुमार ने मेडिकल बिलिंग, कोडिंग, और फार्मेसी में उभरते रोजगार अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे यह कौशल छात्रों की रोजगार क्षमता में वृद्धि करता है।

कार्यशाला की विशेषताएं और लाभ:
• सीपीसी (प्रमाणित व्यावसायिक कोडर) प्रमाणन प्रक्रिया की जानकारी।
•  व्यावहारिक कोडिंग कौशल का विकास।
• फार्मेसी-विशिष्ट कोडिंग प्रथाओं में विशेषज्ञता।

तकनीकी सत्रों का संचालन जीनस हेल्थकेयर की प्रशिक्षक पलक गोयल, हिमानी सिंघल और सोमेश भट्ट ने किया। कार्यशाला में स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, सुंदर दीप फार्मेसी कॉलेज और अन्य संस्थानों के छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में मेडिकल कोडिंग के बढ़ते महत्व को दर्शाता है। कार्यक्रम का संचालन स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज की सहायक प्रोफेसर गौरी गोयल ने किया, जबकि धन्यवाद प्रस्ताव प्रोफेसर डॉ. जसप्रीत कौर ने दिया। इस आयोजन की समन्वयक प्रोफेसर डॉ. बबीता अग्रवाल थीं। यह कार्यशाला न केवल छात्रों के तकनीकी ज्ञान को समृद्ध करने का मंच बनी, बल्कि उन्हें व्यावसायिक दुनिया के बदलते परिदृश्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी सिद्ध हुई।