गौतम पब्लिक स्कूल में धूमधाम से मनाया गया तीज का त्योहार

  • -बच्चों ने मस्ती से भरा सावन गीत गाकर वातावरण को बनाया खुशनुमा

  • उल्लास और उमंग का उत्सव है हरियाली तीज का महोत्सव: पूनम गौतम

  • हमारी संस्कृति को दर्शाता है तीज का त्योहार: तनूजा

गाजियाबाद। गौतम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल पी ब्लॉक प्रताप विहार में शुक्रवार को हरियाली तीज का त्यौहार एवं ग्रीन डे मनाया गया। विद्यालय की छात्राओं ने हरे रंग की ड्रेस में सबका मन मोह लिया। एक्टिविटी इंचार्ज निधि शर्मा के देखरेख में विभिन्न प्रकार की एक्टिविटी करवाई गई। कक्षा तृतीय से पांच बैंगल्स डेकोरेशन
एवं कक्षा 6 से 8 वॉल हेगिंग और कक्षा 9 से 12वीं के बच्चों के लिए गो ग्रीन ग्रीटिंग कार्ड मेकिंग व मेंहदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चे रंग- बिरंगी पोशाक में सज धज कर आए और विद्यालय में उन्होंने सजे हुए झूले झूलने का आनंद लिया, नृत्य भी किया और तीज के गीत भी गाए। बच्चों ने मस्ती से भरा सावन गीत गाकर वातावरण को खुशनुमा बना दिया गया। जिसमें प्रथम विजेता गुनगुन, द्वितीय अंशू, तृतीया पूजा कुशवाहा उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया।

प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए बताया तीज का त्योहार हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक मूल्यों को प्रदर्शित करता है। इस त्योहार के माध्यम से अतीत के दर्शन भी होते हैं। इस दिन हिंदू समुदाय के लोग भगवान शिव और पार्वती की पूजा करते हैं। सावन का महीना भी चल रहा है और यह सबसे शुभ महीनों में से एक माना जाता है। हरियाली तीज उल्लास और उमंग का उत्सव है जो हमारे जीवन में भी हरियाली लाने का प्रयास करता है। तीज को हरियाली तीज या कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है। तीज का पर्व हर वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है जो कि नाग पंचमी से दो दिन पहले आता है। हरियाली तीज व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन ग्रहों की भी उत्तम स्थिति बन रही है। सूर्य और बुध दोनों ही सिंह राशि में विराजमान है। दोनों ग्रहों के साथ होने पर बुधादित्य योग बन रहा है। इस बार हरियाली तीज पर की गई पूजा से शुभ फल और बढ जाएगा।

उपप्रधानाचार्या तनूजा ने कहा तीज का त्योहार हमारी संस्कृति को दर्शाता है। हरियाली तीज भी मुख्यत: स्त्रियों का त्यौहार है, जो श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। लहलहाती प्रकृति और प्रेम के रंगों को समेटे हरियाली तीज, अखंड सौभाग्य एवं परिवार की कुशलता के लिए किया जाने वाला व्रत है। महिलाएं पूजन-वंदन कर झूला झूलती है और सुरीले स्वर में सावन के गीत- मल्हार गाती हैं। पूजा-अर्चना के साथ उल्लास-उमंग का यह त्यौहार एक पारंपरिक उत्सव के रूप में जीवन में नए रंग भरता है। हरियाली तीज के अवसर पर उपप्रधानाचार्य तनूजा बच्चों को हरे रंग का महत्व भी बताया और गो ग्रीन और अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए भी प्रेरित किया।