गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना क्षेत्र अंतर्गत वसुंधरा के प्रॉपर्टी डीलर राकेश वाष्र्णेय की उनके पार्टनर राजू उपाध्याय ने करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी कब्जाने के लिए अपहरण कर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए पार्टनर समेत 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है। प्रॉपर्टी डीलर राकेश वाष्र्णेय तीन महीने से संदिग्ध परिस्थिति में गायब थे। पुलिस जांच में आया कि राजू ने दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में तैनात नर्सिंग स्टाफ की मदद से प्रॉपर्टी डीलर को कई एनेस्थीसिया (नशा)के इंजेक्शन लगाकर घटना को अंजाम दिया था। वारदात के बाद पार्टनर ने उनके शव को मुरादनगर गंगनहर में फेंक दिया। बुलंदशहर पुलिस ने शव को बरामद किया था। शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि थाना शालीमार गार्डन प्रभारी नरेंद्र कुमार एवं स्वाट ट्रांस हिंडन की संयुक्त टीम ने चारों हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है। डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया नीति खंड निवासी ममता वार्ष्णेय ने पति राकेश वार्ष्णेय ने 28 फरवरी को अधिवक्ता के साथ डीसीपी ट्रांस हिंडन कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था जिसमें उन्होंने अपनी और परिवार की जान का खतरा बताया था। वहां से अधिवक्ता दीपक को कड़कडड़ूमा कोर्ट छोडऩे गए थे।
शाम छह बजे अंतिम बार पति से बात हुई और रात 11 बजे उनका फोन बंद हो गया। दिल्ली पुलिस से शिकायत में पता चला कि कड़कडड़ूमा कोर्ट में ही राकेश से उसका पार्टनर राजू उपाध्याय मिला था। वह भी प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। उसने पति राकेश को किसी बहाने से दूसरी जगह ले जाकर उनको अगवा कर लिया। उन्होंने बताया राजू ने घटना को अंजाम देने के लिए राकेश को एनेस्थीसिया के इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया था। फिर उनकी हत्या करके शव को तीन दोस्तों की मदद से मुरादनगर गंग नहर में फेंक दिया। उधर, देर रात जब राकेश घर नहीं पहुंचे तो पत्नी ममता को चिंता होने लगी। कॉल करने पर फोन भी स्विच ऑफ था। वह राजू के घर पहुंची लेकिन वह नहीं मिला। राजू का भी नंबर तभी से बंद आ रहा है। उन्होंने दिल्ली पुलिस में पति की गुमशुदगी दर्ज कराई। जांच में पता चला कि कड़कडड़ूमा कोर्ट में राकेश और राजू की मुलाकात हुई थी जबकि अगले दिन पति की कार डीएलएफ कॉलोनी के पास चाबी लगी हुई मिली थी। उन्होंने मामले की गहनता से जांच के लिए पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई थी।
बीते शनिवार को शालीमार गार्डन पुलिस ने पुलिस आयुक्त के निर्देश पर राजू के खिलाफ नामजद अपहरण समेत अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया था। शुक्रवार को राजू उपाध्याय पुत्र भूकन शरण निवासी यमुना विहार भजनपुरा दिल्ली, अनुज गर्ग पुत्र स्वर्गीय हरी गोपाल गर्ग निवासी उस्मानपुर ब्रह्मपुरी दिल्ली, कृष्ण अग्रवाल पुत्र यादराम अग्रवाल निवासी अजीत नगर गांधी नगर दिल्ली, हरीश कुमार शर्मा पुत्र किशोरी लाल शर्मा निवासी ग्राम जैनपुर जिला बुलंदशहर को शिव चौक शालीमार गार्डन से गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से मृतक की शर्ट (कमीज), जूते, पासपोर्ट साइज फोटो,ड्राइविंग लाइसेंस,पैन कार्ड,पर्स,पर्स में रखे 766 रुपए बरामद किए है। डीसीपी ने बताया राजू उपाध्याय मृतक राकेश वाष्र्णेय के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था।
राजू उपाध्याय ने मृतक राकेश की एक मुरादाबाद स्थित जमीन जो करीब 20-22 करोड़ की है। उसकी 19 जून 2023 को वसीयत व पावर ऑफ अटॉर्नी अपने मिलने वाले मनीष सिंघल के नाम कराई थी। इसी जमीन को हड़पने के लिए राजू उपाध्याय ने अपने साथी अनुज गर्ग, कृष्ण अग्रवाल और हरीश कुमार शर्मा को मकान व पैसे का लालच देकर अपने साथ लेकर 28 फरवरी की रात में राकेश वाष्र्णेय को शराब में नीला थोथा मिलाकर शराब पिलाकर बेहोशी की हालत में एनीथीशिया की ओवरडोज (6 इंजेक्शन) देकर मृतक राकेश वाष्र्णेय को क्रेटा कार से मुरादनगर गंग नहर में शव को छिपाने के उद्देश्य से फेंक दिया था। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।