गाजियाबाद स्थित देश की सबसे लंबी एलिवेटेड रोड का नाम होगा श्री राम सेतु नगर निगम बैठक में प्रस्ताव पास

राममय माहौल में गाजियाबाद नगर निगम ने देशवासियों को प्रफुलित करने वाला एक शानदार निर्णय लिया है। बृहस्पतिवार को गाजियाबाद नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में देश के सबसे बड़े एलिवेटेड रोड का नाम प्रभु श्री राम के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया। मेयर सुनीता दयाल की अध्यक्षता और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की मौजूदगी में बृहस्पतिवार सुबह 11:00 बजे निगम सभागार में कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई। मेयर सुनीता दयाल ने दिल्ली यूपी गेट को गाजियाबाद राजनगर एक्सटेंशन से जोड़ने वाली देश की सबसे लंबी छह लेन वाले 10.30 किमी. लंबी एलिवेटेड रोड सड़क का नाम श्री राम सेतु रखने का प्रस्ताव रखा जिसको सर्वसम्मति से पास किया गया।

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
गाजियाबाद। पूरा देश मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की भक्ति में डूबा हुआ है। पूरी दुनिया में राम नाम की गूंज है। अयोध्या से लेकर यूएई में अबू धाबी तक भव्य राम मंदिर की चर्चा हो रही है। राममय हुए इस माहौल में गाजियाबाद नगर निगम ने देशवासियों को प्रफुलित करने वाला एक शानदार निर्णय लिया है। बृहस्पतिवार को गाजियाबाद नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में देश के सबसे बड़े एलिवेटेड रोड का नाम प्रभु श्री राम के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया। निगम कार्यकारिणी के इस निर्णय के बाद प्रस्ताव को बोर्ड में रखा जाएगा और उसके बाद औपचारिक रूप से एलिवेटेड रोड पर प्रभु श्री राम मार्ग के नाम का बोर्ड लगाया जाएगा।
मेयर सुनीता दयाल की अध्यक्षता और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की मौजूदगी में बृहस्पतिवार सुबह 11:00 बजे निगम सभागार में कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई। वंदे मातरम गान के बाद कार्यकारिणी के एजेंट को सभी के समक्ष रखा गया। बैठक के दौरान मेयर सुनीता दयाल ने दिल्ली यूपी गेट को गाजियाबाद राजनगर एक्सटेंशन से जोड़ने वाली देश की सबसे लंबी छह लेन वाले 10.30 किमी. लंबी एलिवेटेड रोड सड़क का नाम श्री राम सेतु रखने का प्रस्ताव रखा जिसको सर्वसम्मति से पास किया गया। बैठक में मौजूद सभी पार्षदों एवं निगम अधिकारियों ने इस प्रस्ताव पर प्रसन्नता जताई और हर्ष के माहौल में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पास हुआ।
एलिवेटेड रोड गाजियाबाद की पहचान है। सबसे लंबे एलिवेटेड रोड का निर्माण होने के बाद वर्ष 2016 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एलिवेटेड रोड सड़क का उद्घाटन किया था। इसके निर्माण पर लगभग 1100 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। एलिवेटेड रोड की खास बात यह है कि किसी भी जगह एक से ज्यादा पिलर का सपोर्ट नहीं है। यह सिंगल पिलर सिस्टम पर 282 पिलर पर टिकी है। एलिवेटेड रोड की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रहे इसके लिए यहां पर सेंसरयुक्त कूड़ेदान लगे हुए हैं। कूड़ेदान भरते ही नगर निगम को सूचना मिलती है। सेंसर युक्त कूड़ेदान कूड़ा भरते ही यह कूड़ेदान सेंसर के माध्यम से नगर निगम को सूचना भेजते हैं जिससे इनकी सफाई में मदद मिलती है। सीसीटीवी कैमरे एलिवेटेड रोड पर ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी जिससे कि यहां पर हर गतिविधियों पर पुलिस की नजर रहती है। द्वारका एक्सप्रेस-वे पर बनी एलिवेटिड रोड सबसे लंबी थी। ये 9 किमी सड़क दिल्ली से हरियाणा को जोड़ती है। लेकिन द्वारका वाली एलिवेटेड रोड भी राजनगर एक्सटेंशन एलिवेटेड रोड से छोटी है।

एलिवेटेड रोड की क्या है खासियत
– दिल्ली से गाजियाबाद जाने और आने में आसानी । नेशनल हाइवे-24 से एनएच-58 आना-जाना भी हुआ आसान ।
– एंट्री प्वाइंट पर रेट्रो रिफलेक्टिव हाई क्वालिटी शीट्स लगाई गईं हैं, जिन पर वाहनों की लाइट पड़ते ही यह दूर से ही दिखने लगती है।
– ट्रक व बस की एंट्री नहीं है। इस पर सिर्फ हल्के वाहन जैसे कार, बाइक व अन्य ही चलते हैं। भारी वाहनों की एंट्री रोकने के लिए दोनों तरफ लो-हाइट बैरियर लगाए गए हैं।
– यूपी गेट से राजनगर एक्सटेंशन तक सिर्फ 8 मि. में पहुंच जाएंगे। अभी 25 मिनट से ज्यादा का समय लगता था।