गाजियाबाद। अंतरराज्यीय स्तर पर हथियारों की तस्करी करके उन्हें सप्लाई करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 4 अदद पिस्टल मय मैगजीन व 6 अदद तमंचे व तस्करी में प्रयुक्त स्कूटी व बाइक बरामद किया है। लोहिया नगर स्थित अपने कार्यालय में हथियार तस्करी की घटना का खुलासा करते हुए एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया शुक्रवार रात को क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने मुरादनगर से अनस पुत्र इमरान निवासी सरला रोड मोहल्ला तेलियान नियर नमरा मस्जिद कस्बा मुरादनगर, अनस पुत्र यूनुस पहलवान निवासी रावली रोड जीतपुर रामा कृष्णा गार्डन के सामने कस्बा मुरादनगर, आरिफ पुत्र शौकत निवासी मोहल्ला कुरैशियान फरुखनगर टीला मोड एवं ईनाम पुत्र रहम ईलाही निवासी मिल्लू का मकान मोहल्ला कस्साम डासना गेट को गिरफ्तार किया है। अनस गाजी व अनस अल्वी जहां जिला बदर होने के साथ-साथ हिस्ट्रीशीटर भी है वहीं चारों तस्कर लूट, हत्या, रंगदारी व हथियारों की तस्करी जैसे संगीन अपराधिक मामलों में जेल भी जा चुके हैं।
एडीसीपी ने बताया अनस दिल्ली यूनिवर्सिटी सेमॉस कम्यूनिकेशन से ग्रेजुएशन किया हुआ है। पढाई के बाद दिल्ली से वापस आने के पर उसकी दोस्ती आपराधिक प्रवृत्ति के लोगो से हो गई। इसी बीच उसकी मुलाकात मेरठ के अमन उर्फ अन्नू से हुई जो बिहार व मध्य प्रदेश से तस्करी कर लाकर पिस्टल सप्लाई का काम करता था। उससे मिलकर ये भी आस-पास के क्षेत्रों में तस्करी कर पिस्टल बिकवाने लगा। अनस वर्ष 2021 मे मुरादनगर में शाहरुख के मर्डर में जेल गया था। जेल से छूटने के बाद इसकी मुलाकाल अनस गाजी से हुई। वह भी हत्या, रंगदारी व हत्या के प्रयास आदि मामलों मे जेल जा चुका है। दोनो मिलकर मोईन निवासी बिजली बम्बा मेरठ व अमन उर्फ अन्नू निवासी हुमायू नगर मेरठ से पिस्टल व तमंचे लाते और उसको ईनाम निवासी डासना गेट, आरिफ निवासी फरूखनगर व अंकित निवासी ग्राम शेरपुर पैंगा निवाडी के माध्यम से आगे बेच देते थे। अनस 10वीं पास है। वर्ष 2016 में पहली बार हत्या के प्रयास मे जेल गया था। जेल से आकर उसका आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से मेलजोल बढ गया। वह बदमाशी व रंगदारी करने लगा। वर्ष 2020 में रंगदारी मांगने के मुकदमे में और वर्ष 2021 में मुरादनगर मे समीर अंसारी की हत्या मे भी जेल जा चुका है। आरिफ कुरैशी 5वीं पास एंव शातिर किस्म का अपराधी है।
जिसके खिलाफ दिल्ली एनसीआर, हापुड़, गाजियाबाद, बागपत में चोरी, लूट, हत्या, हत्या के प्रयास आदि के करीब डेढ दर्जन मुकदमे दर्ज है। इसकी जान पहचान अपने जेल के अपराधी साथियों के माध्यम से ईनाम कुरैशी व अनस पुत्र इमरान से हुई और ये भी हथियार खरीदने व बेचने का काम करने लगा। ईनाम कुरैशी मूल रूप से जारचा गौतम बुद्ध नगर का रहने वाला है और हाल मे डासना गेट गाजियाबाद में किराए के मकान में रहता है। पैसों के खरीदने-बेचने का काम करता था। वर्ष 2014 मे नौशाद मर्डर में जेल गया था उसके बाद फिर लूट व हत्या के प्रयास आदि में जेल जा चुका है। उन्होंने बताया मेरठ के अमन उर्फ अन्नू व मोईन जो बिहार व मध्य प्रदेश से पिस्टल की तस्करी करके लाते, और इन्हें पिस्टल 32 बोर 30 से 32 हजार रुपये मे लेकर 40 से 45 हजार रुपये तक व तमंचा 2200 रुपये मे लेकर 4,500 रूपये आगे बेच देते थे। अनस अलवी थाना मुरादनगर का ए श्रेणी का सक्रिय हिस्ट्रीशीटर (289ए) है और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के आदेश पर 3 मई से 3 अक्टूबर तक के लिए जिला बदर किया जा चुका है।