-कच्ची शराब के धंधे का आबकारी विभाग ने किया भंडाफोड़
-35 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर 150 किलोग्राम लहन को किया नष्ट
-आबकारी अधिकारी ने अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्यवाही करने के दिए निर्देश
लखनऊ। लोकसभा का चुनाव नजदीक आते ही कच्ची शराब का कारोबार भी तेज हो गया है। शराब की खपत बढऩे पर शाम होते ही क्षेत्र में नहर और नालों के किनारे शराब की भट्टियां धधकने लगी हैं। साथ ही बाजार से महुआ की खरीदारी भी बढ़ गई है। चुनाव और त्योहारी सीजन में कच्ची शराब की बिक्री तेज हो जाती है। जिसके चलते महिलाएं भी सुबह खाना बनाने से पहले चूल्हों पर कच्ची शराब के पतीले चढ़ा देती हैं। सुबह शाम चूल्हों पर खाना बनने से पहले महुआ से भरी पतीले व पीपे चढऩे शुरू हो जाते है। वहीं बड़ी मात्रा में बनाने वाले सुबह और शाम जंगलों में नहर व नालों के किनारे भट्टियों पर शराब उतारना शुरू कर देते हैं।
कच्ची शराब को ठेके की शराब से अधिक नशीला बनाने के लिए इसमें नीम की पत्ती, नौसादर, बेसरम के पत्ते के साथ यूरिया, डायजापाम, नाइट्राबेट की गोलियां व ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन मिलाते है। जिससे नशा बढ़ाने के चक्कर मे यह कच्ची शराब जहरीली हो जाती। ठिकानों से कच्ची शराब बेचने के साथ ही एजेंटो के जरिए होम डिलीवरी भी कराई जाती है। इसके चलते क्षेत्र में हर गांव के दिन निर्धारित कर दिए जाते हैं। पुलिस के सामने से ही साइकिल में एक झोले के अंदर पानी के जैसे पाउच बनाकर एजेंट निकल जाते है। यह शराब बाजार से लेकर गांव के कई ठिकानों तक पहुंचाई जाती है। इसका रंग पानी की तरह होने से कोई नहीं जान पाता कि पानी है या शराब। इसके शौकीन साइकिल देख पास जाकर पाउच खरीदते हैं।
आबकारी विभाग की सख्ती के बीच चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए शराब बांटना इस बार प्रत्याशियों के लिए मुश्किल हो गया है। आबकारी विभाग ने चुनाव में अवैध रुप से शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन करने वाले माफिया पर नकेल कसने के लिए मुखबिरों का जाल फैलाया है। यह मुखबिर उम्मीदवार के साथ उनके लोगों के समूह पर निगरानी रख उनकी हर गतिविधि की जानकारी विभाग को दे रहे हैं। जिसके चलते इस बार चुनावी माहौल में अवैध शराब का कारोबार करने में माफिया नाकामयाब नजर आए। आबकारी विभाग को जैसे ही अवैध शराब कारोबार की सूचना मिलती है, उधर टीम धावा बोल देती है। मगर शराब तस्कर हर बार की तरह बचकर गायब हो जाते है। चुनाव के समय प्रत्याशियों की तरफ से मतदाता को लुभाने के लिए तरह तरह के प्रलोभन दिए जाते है साथ ही दारू मुर्गा का दौर भी चलता है, मतदाता भी प्रलोभन के चक्कर में पड़कर अपना कीमती मत उन्हे देने का काम करते है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने अवैध शराब का भंडाफोड़ करते हुए 35 लीटर अवैध कच्ची शराब और 150 किलोग्राम लहन बरामद किया है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में पुलिस आयुक्त व जिलाधिकारी के निर्देशन में अवैध मदिरा के निर्माण, बिक्री और तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए जनपद में प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार सुबह आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-2 सुभाष चन्द्र ने प्रधान/आबकारी सिपाही कमलेश श्रीवास्तव, अश्वनी कुमार, सुजीत कुमार के साथ मिलकर थाना काकोरी अंतर्गत ग्राम खालिसपुर तथा लुधौसी में बेहता नाला के किनारे, खेतों एवं आम के बगीचों में संदिग्ध स्थानों पर दबिश और सघन तलाशी अभियान चलाया। दबिश के दौरान मौके से लगभग 35 लीटर अवैध कच्ची शराब और 150 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। बरामद लहन को मौके पर नष्ट करते हुए आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 2 अभियोग पंजीकृत किए गए।
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि सभी आबकारी निरीक्षकों को अपने सम्पर्क सूत्रों को और बेहतर बनाते हुए मुखबिर की मदद से अधिक से अधिक अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये है। जनपद में अवैध शराब/कच्ची शराब के निर्माण और परिवहन को सख्ती से रोका जाए और कच्ची शराब का भण्डारण पाया जाए, तो तत्काल नष्ट किया जाए। उन्होंने जनपद की समस्त देशी-विदेशी लाइसेंसी दुकानों की भी नियमित जांच कर स्टॉक और बिक्री को देखने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा जनपद के होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल, इवेंट बार, होटल बार, रेस्टोरेंट बार के साथ ही हाईवे, चेक पोस्ट एवं ढाबों पर लगातार चेकिंग करने के निर्देश दिए गये है।