यमुना प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी करेंगे श्रमदान

– अभियान 1 अक्टूबर 2023 को प्रात: 10 बजे एक घंटे के लिए संचालित किया जायेगा

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत रविवार को यमुना प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी श्रमदान करेंगे। श्रमदान के जरिये सभी स्वच्छता का संदेश देंगे। स्वच्छ भारत अभियान के 9 साल पूरे होने के अवसर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के हिस्से के रूप में महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय कल ‘एक तारीख, एक घंटा, एक साथ’ पहल शुरू करेगा। अभियान 1 अक्टूबर 2023 को प्रात: 10 बजे एक घंटे के लिए संचालित किया जायेगा। इसी कड़ी में यमुना प्राधिकरण द्वारा सलारपुर अंडरपास के पास सामूहिक श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह श्रमदान कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे। प्राधिकरण के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को 60 मीटर रोड गोल चक्कर सलारपुर अंडरपास के एकत्रित होने को गया है।

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय की एक प्रमुख पहल, स्वच्छ भारत मिशन ने “स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) – 2023” कार्यक्रम को शुरू किया है, जो 15 सितंबर से 2 अक्टूबर 2023 तक आयोजित किया जा रहा है। एसएचएस-2023 का विषय श्रमदान और जन भागीदारी के माध्यम से उच्च स्तर पर स्वच्छता को उजागर करके “कचरा मुक्त भारत” की तरफ अग्रसर होना है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि अभियान के तहत सामुदायिक भागीदारी के साथ सफाई गतिविधियां संचालित की जाएं जिनका जमीनी स्तर पर असर दिखाई दे। इस पहल में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 29000 से अधिक कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिसमें देश भर से 15 लाख से अधिक लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। “एक तारीख, एक घंटा, एक साथ” अभियान के हिस्से के रूप में, मंत्रालय के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों, वन स्टॉप सेंटरों और राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) के कार्यालयों में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।

ये स्वच्छता अभियान मुख्य रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आंगनवाड़ी केंद्रों, बस और रेलवे स्टेशनों, समुद्र तटों, पर्यटन स्थलों, नदी तटों, घाटों, नालों आदि के पास सार्वजनिक स्थानों पर चलाए जाएंगे। इसके अलावा, बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच स्वच्छता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों में विशेष अभियान आयोजित किए गए हैं। इस अभियान में लोगों की सहज भागीदारी स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाने के प्रति समाज के विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।