ट्रैफिक सिपाही समेत 3 की मौत, 5 घायल

ट्रैफिक सिपाही समेत 3 की मौत, 5 घायल

बेटी से मिलने की चाहत, बेटी के शादी की कार्ड बांटने की खुशी रह गई अधूरी

गाजियाबाद। विजयनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत नेशनल हाइवे-9 पर रविवार की दोपहर में अनियंत्रित दूध के कैंटर ने राहगीरों को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। कैंटर की टक्कर लगने से ट्रैफिक पुलिस के सिपाही समेत 3 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही सीओ फस्र्ट अभय कुमार मिश्र, विजयनगर थाना प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह चौहान पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंंचे। पुलिस ने मौके पर गंभीर रूप से घायल हुए सभी लोगों को जिला एमएमजी अस्पताल में पहुंंचाया। जहां ट्रैफिक सिपाही समेत 3 घायलों की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस हादसे में घायल हुए 5 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सीओ फस्र्ट अभय कुमार मिश्र ने बताया कि मौके से कैंटर चालक को गिरफ्तार कर लिया। इस हादसे के चलते वहां पर लोगों का हुजुम लग गया। दूध के कैंटर ने सड़क पर खड़े राहगीरों को टक्कर मारी।
रविवार की दोपहर में एनएच-9 पर विजय नगर इलाके में सड़क पर कुछ लोग खड़े थे। तभी एक दूध का कैंटर आया और सड़क पर खड़े लोगों को टक्कर मार दी। इस हादसे में दो पुरुष और एक महिला की मौत हो गई। मृतकों में शामिल ट्रैफिक पुलिस के सिपाही मनोज सिंह (32) पुत्र शिवराज सिंह निवासी बरौला अलीगढ़, महिला रीमा पत्नी महेश कुमार निवासी प्रताप विहार विजयनगर, हरिओम शर्मा पुत्र भगवत प्रसाद निवासी लालकुंआ की मौत हो गई। सिपाही मनोज सिंह विजय नगर तिराहे पर ट्रैफिक संचालित कर रहे थे। मनोज के परिवार में पत्नी के अलावा दो माह की बेटी है। बेटी के पैदा होने के बाद अवकाश नहीं होने की वजह से मनोज केवल एक बार उसका चेहरा देख पाए थे। हादसे के बाद सिपाही के परिवार में कोहराम मच गया। वहीं, घायल रेनू पत्नी बृजेश, सोनी पत्नी खुशीराम निवासी डूण्डाहेडा विजयनगर, दीपा पत्नी स्व: रोहताश निवासी प्रताप विहार विजयनगर, महिला कांस्टेबल बाला रानी, देवेन्द्री का एमएमजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। विजयनगर का बाईपास तिराहा अति व्यस्त स्थानों में एक है। यहां हर समय बड़ी संख्या में लोग अपने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए पहुंचते हैं। इसके साथ ही ऑटो चालकों और ई रिक्शा चालकों की भी भरमार रहती है। हादसे के बाद जहां लोगों में चीख-पुकार मच गई, वहीं जाम लग गया, जो काफी देर बाद सुचारू हो सका।
दो माह की बेटी से मिलने के लिए घर जाने वाला था मनोज
हादसे में जिस ट्रैफिक पुलिसकर्मी मनोज सिंह की दर्दनाक मौत हुई है। वह हादसे के समय बाईपास पर ड्यूटी कर रहा था।बताया गया है कि मनोज सिंह की पत्नी ने दो महीने पहले ही एक बेटी को जन्म दिया है। उसे मनोज सिंह ने केवल एक बार ही अभी तक देखा था और छुट्टी न मिलने के चलते दोबारा घर नहीं जा सका था। लेकिन बताया जा रहा है कि मनोज सिंह को घर जाने के लिए जल्द ही छुट्टी मिलने वाली थी। इसको लेकर वह और उसका परिवार काफी खुश था, लेकिन किसी को क्या पता था कि मनोज सिंह अब कभी भी घर नहीं आ सकेगा। उसकी मौत की सूचना मिलने के बाद जहां उसकी पत्नी का बुरा हाल है। वहीं परिजनों में भी कोहराम मचा है।
बेटी की शादी का कार्ड बांटने निकला था हरिओम शर्मा
हादसे का शिकार हुए हरिओम शर्मा रविवार को घर से बेटी की शादी के कार्ड बांटने के लिए निकले थे। बताया गया है कि 16 फरवरी को उनकी बेटी की शादी है। हादसे के बाद वर और वधू पक्ष के परिजनों में मातम का माहौल है। उसे क्या मालूम था कि जिस सड़क को वह रोजाना पार करता था, वही सड़क उसके लिए काल बन जाएगी।
बहन के साथ ड्यूटी कर घर लौट रही थी रीमा देवी
मृतकों में रीमा देवी नोएडा में स्थित एक कॉल सेंटर में घायल बहन दीपा के साथ सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करती थी। बताया गया है कि रविवार को ड्यूटी के बाद वह नोएडा से बहन दीपा के साथ ऑटो से घर लौट रही थी। जैसे ही वह बाईपास पर ऑटो से उतरी और घर जाने लगी। तभी पीछे से आए डीसीएम ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में जहां उनकी मौत हो गई, वहीं उनकी बहन दीपा घायल हो गई।
घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे डीएम-एसएसपी
भीषण हादसे की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे और एसएसपी कलानिधि नैथानी जिला अस्पताल पहुंचे और पूरे हादसे की जानकारी लेने के बाद घायलों का हालचाल जाना। दोनों अधिकारियों ने डॉक्टरों से भी बातचीत की और घायलों को उचित इलाज देने के निर्देश दिए।