डीजल चोरी के मामले में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने रविवार को बड़ी कार्रवाई कर दी। पंप के सुपरवाइजर को जहां निलंबित कर दिया। वहीं, दो कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। नगर आयुक्त की इस कार्रवाई से नगर निगम के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही जोनल सेनेटरी ऑफिसर तथा संबंधित बाबू से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
गाजियाबाद। नगर निगम का नंदग्राम स्थित नंदी गौशाला के पास डीजल पंप से 2000 लीटर डीजल चोरी के मामले में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने रविवार को बड़ी कार्रवाई कर दी। नगर आयुक्त ने डीजल चोरी के मामले में डीजल पंप के सुपरवाइजर को जहां निलंबित कर दिया। वहीं, दो कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। दोनों कर्मचारी आउटसोर्सिंग पर नगर निगम में रखे गए थे। नगर आयुक्त की इस कार्रवाई से नगर निगम के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही जोनल सेनेटरी ऑफिसर तथा संबंधित बाबू से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
दरअसल, नगर निगम के डीजल पंप से डीजल चोरी होने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। नंदग्राम स्थित नगर निगम के डीजल पंप से निगम के सभी विभागों के वाहनों को डीजल की आपूर्ति की जा रही है। जिसमें नगर आयुक्त को 2000 लीटर डीजल की चोरी की शिकायत प्राप्त हुई। नगर आयुक्त ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की है। मौके पर महापौर द्वारा जाकर प्रकरण की जानकारी ली गई। नगर आयुक्त ने नंदी गौशाला के सामने स्थित डीजल पंप पर तैनात सुपरवाइजर संजय जो स्थाई कर्मचारी है। उसे तत्काल निलंबित कर दिया। जबकि दो आउट सोर्सिंग कर्मचारी सत्येंद्र तोमर तथा सत्येंद्र पोद्दार को बर्खास्त कर दिया।
नगर आयुक्त ने डीजल पंप की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा पेट्रोल पंप की बाउंड्रीवाल करने के निर्देश दिए है। इसके साथ डीजल पंप का सभी डाटा डिजिटल करने के लिए टीम को निर्देश दिए गए। डीजल चोरी प्रकरण की शिकायत प्राप्त होते ही सेनेटरी जोनल आॅफिसर ने मौके पर जांच की तो डीजल वितरित करते समय अनियमिता पाए जाने पर डीजल तथा गाड़ी को जब्त कर लिया गया। रविवार को छुट्टी के दिन डीजल चोरी करने का काम किया जा रहा था। इसकी शिकायत प्राप्त होने के बाद कड़ी कार्रवाई की गई। महापौर तथा नगर आयुक्त को भी इसकी सूचना दी गई।
नगर आयुक्त ने बताया कि नंदग्राम स्थित नगर निगम के डीजल पंप से सभी विभागीय वाहनों को डीजल की आपूर्ति की जाती है। उन्होंने बताया कि शिकायत प्राप्त हुई कि डीजल चोरी किया जा रहा है।
नगर आयुक्त ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए तत्काल संबंधित सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया। जबकि आउटसोर्सिंग के दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया गया है। जोनल सेनेटरी आफिसर ओमपाल व संबंधित बाबू को स्पष्टीकरण जारी किया गया है। इसके साथ ही इस प्रकरण की पूरी जांच करने के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी भी बनाई गई है। जांच के उपरांत दोषियों के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। नगर आयुक्त ने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही करने वाले या प्रकरण में शामिल को ब शा नहीं जाएगा। उन्होंने अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मिथिलेश कुमार को डीजल पंप की मॉनिटरिंग प्रबल रखने के कड़े निर्देश दिए हैं।