गाजियाबाद में धर्म-परिवर्तन का गंदा खेल, मासूम बच्चे को गोद लेकर कराया खतना, गिरफ्तार

गाजियाबाद। जनपद में एक ऐसा गिरोह सक्रिय हुआ है। जो अनाथ बच्चों को गोद लेकर उनका खतना कराकर धर्म परिवर्तन कराने का गंदा काम करता था। कविनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत लोहा मंडी में बच्चे को गोद लेकर उसका खतना कराकर बच्चे का धर्म परिवर्तन कराने के सनसनीखेज मामले में कविनगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। वहीं इस मामले में आरोपित की पत्नी समेत चार आरोपी फरार है। पकड़ा गया मुख्य आरोपित उमर मोहम्मद बुलंदशहर जिले के अगौता क्षेत्र के लोहरा गांव का निवासी है। कविनगर थाने में अनाथ बच्चे को गोद लेने के बहाने उसका खतना कराकर मुसलमान बनाने के मामले में पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

कविनगर एसएचओ आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि लोहा मंडी चौकी प्रभारी यशपाल सिंह की शिकायत पर बिहार के औरंगाबाद जिले में रफीगंज निवासी कुन्नी देवी उर्फ सोनी, पति मिथलेश यादव, बुलंदशहर के अगौता निवासी जुल्फिकार, उमर मोहम्मद,उ सकी पत्नी बबली के खिलाफ मारपीट, अंग-भंग करने, षडयंत्र रचने, किशोर न्याय अधिनियम-2000 की धारा-75 व 80 और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की धारा तीन व पांच के तहत केस दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। औरंगाबाद में रफीगंज गांव के मूल निवासी 9 वर्षीय बच्चे की मां अंशु की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। उस दौरान बच्चा डेढ़ वर्ष का था और उसके पिता का पता नहीं चला है। अंशु की दोस्त सोनी बच्चे का पालन-पोषण कर रही थी। अप्रैल 2022 में लोहामंडी में कार्यरत जुल्फिकार ने सहकर्मी सोनी के पति मिथिलेश से बात की और मिथिलेश ने पालन-पोषण के लिए बच्चा उमर मोहम्मद को सौंप दिया।

दोनों का कहना है कि उन्होंने नोटेरी कराकर बच्चे को गोद लिया था। जबकि केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (कारा) की वेबसाइट पर आवेदन करने के बाद ही बच्चा गोद लिया जा सकता है। बच्चे को सुपुर्दगी में लेते ही उसका खतना कराकर धर्म परिवर्तन करा दिया गया। जिसकी ट्विीटर पर वीडियो के साथ 8 जून को शिकायत की गई थी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और बच्चे को बरामद कर लिया था। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने बच्चे को बाल गृह भेज दिया। पुलिस के अनुसार बच्चे छोटी उम्र में ही मां को खो दिया था और सोनी को मां और मिथिलेश को पापा कहता है। उमर समेत पांचों लोगों पर गलत तरीके से गोद लेने और धर्म परिवर्तन कराने का आरोप तो पहले से ही था। बच्चे के बयान के बाद मानव तस्करी के भी आरोपित बनाए जा सकते हैं। यही वजह है कि पुलिस ने तुरंत अपनी ओर से रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।