शराब माफिया के नेटवर्क में आबकारी विभाग ने लगाई सेंध, दिन-रात चेकिंग जारी

मुखबिर तंत्र के सहारे अवैध शराब के कारोबार पर कस रहा शिकंजा, 
चेकिंग अभियान के जरिये तस्करी पर भी रखी जा रही नजर, दहशत में माफिया

गाजियाबाद। हर बार की तरह शराब माफिया इस बार भी दिवाली से पहले और बाद में त्योहारों के बीच सक्रिय हो गए हैं।  दिवाली से पहले दूसरे राज्यों से अंग्रेजी शराब की तस्करी बढ़ गई है। भले ही सालों से शराब माफिया ने शहर व ग्रामीण क्षेत्र में अपना नेटवर्क फैला दिया है। मगर उनके नेटवर्क में सेंध लगाने का काम आबकारी विभाग ने किया है। दिवाली त्योहार को सकुशल संपन्न कराने के लिए अवैध शराब के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने के लिए आबकारी विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया है। आबकारी विभाग ने अवैध शराब बनाने और तस्करी करने वाले माफियाओं के ठिकानों पर छापेमारी एवं दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रहा है।

दीपावली को लेकर बाजारों में रौनक लौट आई है। दुकानों में खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इन सबके बीच में आबकारी विभाग की टीम अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर नागरिकों की रक्षा के लिए अपने परिवार की खुशियों को छोड़ कर दिन-रात अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही है। जिससे दिवाली पर्व पर किसी प्रकार की कोई अनहोनी न हो और सभी नागरिक अपने परिवार के साथ खुशियों का त्योहार दिवाली पर्व धूमधाम से मना सकें। आबकारी विभाग शराब माफिया के गाजियाबाद में कई सिंडिकेट को पहले ही ध्वस्त कर चुका है।

अगर बात की जाए जिले में शराब तस्करी की तो पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अवैध शराब के कारोबार को रोक पाने काफी हद तक आबकारी विभाग ने सफलता हासिल की है। जिला आबकारी अधिकारी शराब माफिया के खिलाफ हर दिन नई रणनीति तैयार कर आबकारी निरीक्षकों के साथ कार्रवाई को अंजाम देते है। कार्रवाई के साथ ही शराब तस्करों के खिलाफ जागरुकता अभियान को भी अपना विशेष हथियार बनाया है। जहां आज गाजियाबाद के नागरिक भी आबकारी विभाग की कार्रवाई में अपना सहयोग दे रहे है। नागरिकों को जागरूक कर अवैध शराब का सेवन न करने की अपील की जा रही है। इसके तहत विभिन्न स्थानों पर पोस्टर चस्पा किए गए हैं। जानकारी के अभाव में नागरिक अक्सर अवैध शराब का सेवन कर लेते हैं। अवैध शराब जानलेवा भी साबित होती है। जनपद में आबकारी विभाग अब अवैध शराब के घातक नतीजों के विषय में जन-साधारण को जागरूक कर रहा है।


जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहार वर्मा और राकेश त्रिपाठी द्वारा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे डासना टोल प्लाजा पर छोटे एवं बड़े वाहनों की चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान वाहन चालकों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूक भी किया गया। दिवाली नजदीक आते ही बाहरी राज्यों की शराब तस्करी की आशंका रहती है। जिसके लिए टीम द्वारा प्रतिदिन अभियान चलाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। वहीं आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, मनोज शर्मा, अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह की टीम द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्र में शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई की और शराब की दुकानों का भी निरीक्षण एवं गोपनीय टेस्ट परचेजिंग कराई गई।

हैबिटेट सेंटर इंदिरापुरम, एंजेल मॉल इंदिरापुरम एवं आरडीसी राजनगर, साहिबाबाद, लोनी, नंदग्राम, लोहिया नगर, जीटी रोड़ स्थित शराब की दुकान एवं राजनगर एवं इंदिरापुरम में स्थित ओकेजनल बार अनुज्ञापनों/रेस्टोरेंट/ रेस्टोरेंट बार की चेकिंग की गई। सभी रेस्टोरेंट/ रेस्टोरेंट बार/ओकेजनल बार संचालकों को उनके परिसर में अन्य प्रांत की शराब पाये जाने एवं बिना लाइसेंस शराब पिलाए जाने की स्थिति में नियमानुसार सख्त कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई। दुकानों पर संचित स्टॉक के क्यू.आर. कोड एंव बारकोड को स्कैन किया गया। साथ ही विक्रेताओं को भी सख्त निर्देश दिए गए कि शराब पर ओवर रेटिंग बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। शराब पर ओवर रेटिंग मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अनुज्ञापियों को नियमित विक्रेताओं पर नजर रखने के निर्देश दिए। चेकिंग के दौरान कोई भी अवैध शराब बरामद नही पाया गया।

राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी
गाजियाबाद।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि गाजियाबाद में शराब तस्करों से निपटना कभी आसान नहीं रहा है, मगर अच्छी नीयत, ठोस रणनीति और बगैर दबाव के काम किया जाए तो परिणाम अच्छे मिलते हैं। उन्होंने कहा कि शराब माफिया को यह जान लेना चाहिए कि कोई त्यौहार हो या फिर चुनाव गाजियाबाद में उनकी दाल गलने नहीं दी जाएगी। इसके बाद भी यदि कोई शराब तस्कर या उसका गुर्गा नहीं मानता तो नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करने को विभाग पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि विभाग के एक्शन के चलते कई शराब तस्कर जिला छोड़कर जा चुके हैं। तस्करों के गुर्गों पर भी विभाग की पैनी नजर है। जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर के निर्देशन में विभाग निरंतर कार्रवाई करता रहेगा।