नगर निगम ने सील किए 2 बैंक्वेट हॉल, सीलिंग के बाद बकाया राशि का भुगतान

टैक्स वसूली अभियान, एक दिन में 77 लाख रुपए सरकारी कोष में आए

गाजियाबाद। नगर निगम ने बड़े बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। डिमांड नोटिस जारी किए जाने के बाद भी बकाया राशि का भुगतान न करने पर बकाएदारों पर शिकंजा कसा जा रहा है। नगर निगम ने सोमवार को कविनगर में 2 बैंक्वेट हॉल को सील कर दिया। बाद में संबंधित प्रतिष्ठान की तरफ से बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश पर बड़े बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा के नेतृत्व में बकाएदारों पर शिकंजा कसा जाने लगा है। नगर निगम ने सोमवार को कविनगर जोन के अंतर्गत जैफ्रीनो बैंक्वेट हॉल तथा एनआर ग्रैंड बैंक्वेट हॉल पर कार्यवाही की। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा ने बताया कि दोनों बैंक्वेट हॉल को पूर्व में कई बार नोटिस जारी किया गया था, किंतु बकाया कर जमा नहीं कराने पर मजबूरन सील की कार्यवाही करनी पड़ी। सीलिंग कार्रवाई के बाद दोनों बैंक्वेट हॉल द्वारा तत्काल कर का भुगतान किया गया। जैफिनो बैंक्वेट द्वारा 938520 तथा एनआर ग्रैंड द्वारा 1350248 जमा कराए गए। नगर निगम ने सोमवार को हाउस टैक्स यूजर चार्जेस व अन्य मदों से लगभग 77 लाख रुपए की वसूली की। मोहन नगर जोन प्रभारी राजवीर सिंह के नेतृत्व में 13 लाख 75 हजार 18 रुपए टैक्स बकायेदारों से वसूल किया गया। जिसके अंतर्गत राजेंद्र नगर, शालीमार गार्डन के नागरिकों द्वारा बकाया हाउस टैक्स की धनराशि जमा कराई गई तथा कुछ को टाइम मांगने पर समय अवधि मुहैया कराई गई। सिटी जोन में जोनल प्रभारी गजेंद्र द्वारा 438000 कर वसूली के रूप में निगम कोष में जमा कराया गया। साथ ही कई प्रतिष्ठानों पर सीलिंग की कार्यवाही का नोटिस जारी किया गया।

कविनगर जोन के अंतर्गत जोनल प्रभारी बनारसी दास तथा टैक्स टीम द्वारा कर वसूली अभियान चलाया गया, जिससे 22 लाख 55 हजार रुपए टैक्स वसूली की गई। साथ ही बकायेदारों से समय पर टैक्स जमा करने की अपील की गई। विजय नगर जोन में जोनल प्रभारी द्वारा 257000 की वसूली की गई तथा हाउस टैक्स बकायेदारों पर सील की कार्यवाही भी कराई गई। सील की कार्यवाही के उपरांत सभी ने अपना हाउस टैक्स जमा कराया।

वसुंधरा जोन में जोनल प्रभारी सरिता सिंह के नेतृत्व में सीलिंग की कार्यवाही कर 250000 वसूल किए गए। साथ ही हाउस टैक्स समय पर जमा कराने के लिए नागरिकों से अपील की गई। इस प्रकार हाउस टैक्स से लगभग 32 लाख रुपए की वसूली जोनल प्रभारियों द्वारा की गई। इसके अलावा यूजर चार्जेस व अन्य मदों से वसूली के उपरांत 77 लाख रुपय लगभग निगम कोष में जमा कराए गए।