प्लास्टिक सर्जरी से बदरंग लोगों की जिंदगी में आ रही खुशियां: डॉ मुकेश

-विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस पर नि:शुल्क परामर्श शिविर का आयोजन

गाजियाबाद। विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस हर वर्ष 15 जुलाई को मनाया जाता है। समय के साथ प्लास्टिक सर्जरी और कास्मेटिक सर्जरी का चलन बढ़ा है। इंफेक्शन, कैंसर, एक्सीडेंट, जलने या अन्य किसी कारण से शरीर के अंगों को हुए नुकसान पर प्लास्टिक सर्जरी की जाती है। वहीं कास्मेटिक सर्जरी का उद्देश्य अंगों की सुंदरता को निखारना होता है। महिलाएं अपने स्तन, नाक और पलकों की सर्जरी करवाती हैं। अब भारत में भी यह चलन बढ़ता जा रहा है। इसको मनाने का निर्णय दुनिया के सभी प्लास्टिक सर्जिकल एसोसिएशन के प्रमुखों ने 15 जुलाई 2021 को अमेरिका में हुए सम्मेलन के दौरान लिया था। यह आज के चिकित्सीय जगत में प्लास्टिक सर्जरी की अलग-अलग स्ट्रीम की अहमियत को समझने व समझाने की दिशा मे एक संयुक्त प्रयास है। प्लास्टिक सर्जरी डे के मौके पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद में हॉस्पिटल के वरिष्ठ प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जन डॉक्टर मुकेश कुमार द्वारा शनिवार को एक नि:शुल्क परामर्श शिविर लगाया गया। शिविर में 25 मरीजों को नि:शुल्क परामर्श दिया गया।

डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि प्लास्टिक या कॉस्मेटिक सर्जरी के बारे में लोगों ने जानकारी हासिल की। कैंप में आये मरीजों में हेयर फॉल की समस्या भी पाई गई, डॉ मुकेश ने बताया उसके लिए बहुत ही आधुनिकतम तरीके से हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी भी की जाती है। जिसमें पीआरपी विधि बहुत ही प्रचलित है तथा इसका 99 फिसद तक सकारात्मक रिजल्ट रहता है। लोगों को एब्डोमिनोप्लास्टी से पेट को सही आकार में लाने के लिए सर्जरी के लिए भी जागरूक किया गया। अतिरिक्त चर्बी और त्वचा को निकालकर शेप देन की कोशिश की जाती है। गर्भावस्था के बाद पेट को सही आकार में लाने के लिए महिलाएं यह सर्जरी करवाती। सर्जरी उन लोगों पर सफल होती हैं, जिनके पेट में ज्यादा चर्बी नहीं है, लेकिन त्वचा लटक रही है।

वर्ल्ड प्लास्टिक सर्जरी डे के अवसर पर जागरूक करते हुए डॉ मुकेश ने बताया की राइनोप्लास्टी नाक की खूबसूरती के लिए यह सर्जरी की जाती है। नाक चपटी या सामान्य से बड़ी होने पर लोग इस सर्जरी का सहारा लेते हैं। महिलाएं सुंदर दिखने के लिए नाक तीखी करवाती हैं। साथ ही बढ़ती उम्र की झुर्रियां दूर करने के लिए भी कॉस्मेटिक सर्जरी की जाती है। उन्होंने बताया प्लास्टिक सर्जरी एक ग्रीक शब्द ‘प्लास्टिकोसÓ से उत्पत्ति हुई है, जिसका अर्थ होता है ढालना और कटे हुए अंगों को फिर से जोडऩा। प्लास्टिक सर्जरी से एक ओर जहां हादसे से बदरंग हुई लोगों की जिंदगी में खुशी लौट आई है, तो वहीं चेहरे को सुंदर बनाने की कॉस्मेटिक सर्जरी भी हो रही है। मेडिकल साइंस की तरक्की का ही नतीजा है कि प्लास्टिक सर्जरी से अब जन्मजात विकार और जली हुई त्वचा को ठीक किया जा रहा है।