गाजियाबाद। शराब का उत्पादन एवं वितरण व्यवस्था को डिजिटलाइजेशन करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए आबकारी विभाग ने प्रयास तेज कर दिए हैं। मोहन मीकिंस कंपनी में शुक्रवार को कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता आबकारी आयुक्त डॉ. सेंथिल पांडियन सी ने की। शराब के उत्पादन एवं वितरण को पूर्णतया डिजिटलाइज करने के लिए ओसिस कंपनी द्वारा विकसित किए गए एंड टू एंड सोल्यूशन इंटीग्रेटेड एक्साइज सप्लाई चेन मैनेजमेंट सिस्टम (आईईएससीएमएस) के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में आबकारी आयुक्त डॉ. सेंथिल पांडियन सी ने कहा कि शराब का उत्पादन एवं वितरण व्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में यह अच्छा कदम है। डिजिटलाइजेशन होने से अनियमितता पर रोक लग सकेगी। आबकारी आयुक्त ने निर्देश दिए कि नई व्यवस्था को जल्द लागू कराया जाए ताकि ऑनलाइन जानकारी मिल सके। इसके ऑनलाइन होने से सहायता मिलेगी। कार्यशाला में कंपनी द्वारा विकसित किए गए डिजिटलाइजेशन को किस प्रकार से लागू किया जाएगा, इसका पूर्ण ब्यौरा ऑनलाइन रहेगा, इसकी जानकारी दी गई।
इस दौरान मेरठ जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त महेंद्र सिंह, मेरठ जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त सुनील कुमार मिश्रा, उप आबकारी आयुक्त राजेंद्र कुमार शर्मा, जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह, प्रदेश की विभिन्न डिस्टलरी एवं ब्रेवरी के सहायक आयुक्त, आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, आशीष पाण्डेय, राकेश त्रिपाठी, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, त्रिभुवन सिंह हयांकी एवं कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।