कवि कमलेश द्विवेदी की मधुर स्मृति, पावस काव्य संध्या में कवियों ने इंद्रधनुषी कविताएं सुनाकर किया आनंदित

गाजियाबाद। अखिल भारतीय साहित्य परिषद महानगर इकाई गाजियाबाद और देवप्रभा प्रकाशन की ओर से इंदिरापुरम के एक फार्म हाउस में कवि कमलेश द्विवेदी की स्मृति में आयोजित पावस काव्य संध्या में 4 दर्जन कवि-कवयित्रियों ने इंद्रधनुषी कविताएं सुनाकर सबको आनंदित कर दिया। सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ. रमा सिंह, डॉ. राकेश सक्सेना, कमलेश द्विवेदी के सुपुत्र दिव्यांश द्विवेदी, सीमा सागर शर्मा और डॉ. चेतन आनंद ने कवि कमलेश द्विवेदी के संस्मरण और कविताएं सुनाकर उनकी स्मृतियों को ताजा किया। पूरे कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. रमा सिंह ने की।

प्रमुख समाजसेवी और साहित्यकार सीए महिम मित्तल मुख्य अतिथि तो बाबा कानपुरी, डॉ. सुनीता सक्सेना, डॉ. राकेश सक्सेना, देवेन्द्र देव मिर्जापुरी, डॉ. तूलिका सेठ, दिव्यांश द्विवेदी, डॉ. अलका अग्रवाल अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। डॉ. तूलिका सेठ ने मां शारदा वंदना की।

कवि विनोद पांडेय, आरपी शर्मा, डॉ. मधुबाला श्रीवास्तव, मनोज कामदेव, जगदीश मीणा, ममता लड़ीवाल, शोभा सचान, दिनेश चंद्र श्रीवास्तव, डॉ. सुधीर त्यागी, बीएल बत्रा अमित्र, गार्गी कौशिक, ज्योति किरण राठौर, पूनम चंदन वामसी, अर्चना मेहता, कल्पना कौशिक, अजय वियोगी, डॉ. नितिन गुप्ता, सीमा पटेल, उदय रस्तोगी, कीर्ति रतन, कमलेश संजीदा, संजीव शर्मा, अलकाश्री मिश्रा, गरमा आर्य, रश्मि कुलश्रेष्ठ आदि ने मधुर काव्य पाठ किया। सत्रवार कुशल संचालन डॉ. चेतन आनंद और ममता लड़ीवाल ने संभाला। संयोजक डॉ. चेतन आनंद, सह-संयोजक अजीत श्रीवास्तव एवं सीमा सागर शर्मा ने सभी को अंगवस्त्र, स्मृति चिह्न और कलात्मक मग देकर सम्मनित किया। ठंडे दूध और रसीले आमों की दावत ने सबको खूब लुभाया। अंत में डॉ. चेतन आनंद ने सभी का आभार व्यक्त किया।