यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के इस प्रयास से ग्रामीणों के बच्चों का भविष्य होगा उज्जवल शिक्षा व्यवस्था और जल संरक्षण को लेकर व्हील ग्लोबल फाउंडेशन के साथ किया एमओयू साइन

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण और व्हील ग्लोबल फाउंडेशन के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। इस अनुबंध के तहत सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित विश्व की प्रतिष्ठित स्वयं सेवी संगठन व्हील ग्लोबल फाउंडेशन यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों में शिक्षा के क्षेत्र में काम करेंगे। ग्रामीणों के बच्चों को अंग्रेजी सहित कई विदेशी लैंग्वेज एवं व्यवसायिक कोर्सेज कराएंगे। ग्रामीणों के बच्चों को इस तरह से तैयार किया जाएगा कि भविष्य में उनके समक्ष नौकरी और रोजगार को लेकर कोई संकट नहीं आएगी। एमओयू के तहत गांवों की प्राकृतिक संरचना को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य कराये जाएंगे और जल संरक्षण को लेकर बड़ा कदम उठाया जाएगा।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण की कार्य प्रणाली प्रदेश के अन्य विकास प्राधिकरणों से किस कदर अलग है, इसकी बानगी शुक्रवार को एक बार फिर देखने को मिला। जिन गांवों की जमीन विकास कार्यों के लिए अधिग्रहित की गई है उन गांवों के किसानों के बच्चों का भविष्य उज्जवल हो और भविष्य में बच्चों को नौकरी और रोजगार के लिए कोई परेशानी ना हो इस पर यमुना प्राधिकरण पूरा ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसी कड़ी में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण और व्हील ग्लोबल फाउंडेशन के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। इस अनुबंध के तहत सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित विश्व की प्रतिष्ठित स्वयं सेवी संगठन व्हील ग्लोबल फाउंडेशन यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों में शिक्षा के क्षेत्र में काम करेंगे। ग्रामीणों के बच्चों को अंग्रेजी सहित कई विदेशी लैंग्वेज एवं व्यवसायिक कोर्सेज कराएंगे। ग्रामीणों के बच्चों को इस तरह से तैयार किया जाएगा कि भविष्य में उनके समक्ष नौकरी और रोजगार को लेकर कोई संकट नहीं आएगी। एमओयू के तहत गांवों की प्राकृतिक संरचना को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य कराये जाएंगे और जल संरक्षण को लेकर बड़ा कदम उठाया जाएगा।

यमुना प्राधिकरण और व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन के बीच शुक्रवार को बोर्ड रूम में एक एमओयू साइन किया गया। प्राधिकरण की तरफ से मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह और व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन की तरफ से फाउंडेशन की सलाहकार गौरी कुमार द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र के गांव में तालाबों के सौंदर्यकरण से संबंधित कार्य, प्राधिकरण के क्षेत्र में स्थित स्कूलों में ई-क्लासेस, ई-लाइब्रेरी और मॉडर्नाइजेशन आदि से सम्बन्धित कार्य करेगा। तालाबों के संरक्षण और सौदर्यीकरण का कार्य सभी 96 गांवों में कराया जाएगा। लेकिन प्रथम चरण के लिए 27 गांवों के तालाबों का चयन किया गया है। एमओयू हस्ताक्षर के दौरान यमुना प्राधिकरण के एसीईओ रविन्द्र सिंह, ओएसडी शैलेन्द्र भाटिया, जीएम प्रोेजेक्ट केके सिंह, डीजीएम प्रोजेक्ट एके सिंह, व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन की तरफ से योगेश एमडी नुक्लेअर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, जेबीजी कृष्णमूर्ति निर्देशक डब्ल्यूईएफ, गायत्री नायर, अमृता कस्तूरी रंजन, एटीइ चंद्रा फाउंडेशन, गणेश रंजीत मोहन, अमृता विद्यापीठम, सही एके अंबावरम, आकांक्षा सैनी नेशनल कोऑर्डिनेटर ट्रेनिंग स्पोकन टुटोरिअल प्रोजेक्ट आइआइटी मुंबई अच्छा नेशनल मिशन ऑफ एजुकेशन आदि मौजूद रहे।

 

प्रथम चरण में इन गांवों के तालाबों का होगा जीर्णोद्धार

प्रथम चरण में तालाबों के सौंदर्यकरण का कार्य यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के करीब 27 गांवों में करवाया जायेगा। इनमें मुख्य ग्राम है, तिरथली, चौरौली जॉनचाना, जेवर बांगर आर एंड आर साईट, जेवरखादर, नीमका, पचोकरा, रील्खा, अट्टा फतेहपुर, दनकौर, भटटा, अट्टा गुजरान, ठसराना मोहम्मदपुर जादौन, अच्छेपुर, रोनीजा मिजार्पुर, रुस्तमपुर, नीलोनी शाहपुर दल, सलारपुर, अच्छेजा बुजुर्ग, मूंज खेड़ा, चपरगढ़, मुरादगढ़ी, गुनपुरा, रामपुर बांगर और खेरलीभाव शामिल हैं।

15 जनवरी से होगी शुरूआत

संस्था द्वारा यह कार्य 15 जनवरी से प्रारंभ कर दिए जाएंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा संबंधित महाप्रबंधक परियोजना केके सिंह, डीजीएम परियोजना एके सिंह और अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन के संबंधित अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर, उन्हें हर संभव सहायता एवं संशाधन उपलब्ध कराया जाये।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों का समग्र विकास हो। गांवों में तालाबों के जीर्णोद्धार के माध्यम से जल संरक्षण और भू-जल संवर्धन होगा। गांवों के स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर किया जाएगा। ग्रामीणों के बच्चों को आधुनिक और रोजगारोन्मुख शिक्षा मिले। बच्चों का स्किल डेवलपमेंट हो जिसके कि उनके लिए नौकरियोें और रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिले। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी कड़ी में स्कूलों और तालाबों को लेकर स्वयं सेवी संगठनों के साथ करार किया गया है।
डॉ. अरुणवीर सिंह
सीईओ
यमुना प्राधिकरण।