ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की समीक्षा बैठक में बोले मंत्री नंद गोपाल नंदी निवेशकों की सहूलियत हमारी पहली प्राथमिकता

  • औद्योगिक विकास मंत्री ने ग्रेनो प्राधिकरण की समीक्षा बैठक में दिए सख्त निर्देश
  • ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए ग्रेनो प्राधिकरण को मिला है 60 हजार करोड़ का लक्ष्य
  • मंत्री बोले बकाया न देने वाले प्राधिकरण के बड़े बकाएदारों पर होगी कड़ी कार्रवाई
  • अफसर हों या कर्मचारी, किसी को भी गलत करने की नहीं होगी छूट करेंगे कार्रवाई
  • हर माह की पांच तारीख तक विभागवार कार्यों की मासिक प्रगति रिपोर्ट देने को कहा
  • निवेशकों को सड़क पर चरती हुई गाय दिखी या टूटी हुई बाउण्ड्री मिला तो होगी कार्रवाई
  • ग्रेटर नोएडा को सुंदर और हरा-भरा बनाने में कोई कोर-कसर न छोड़ें अधिकारी
  • आधा-अधूरा काम करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ चलेगा कार्रवाई का हंटर
  • मंत्री का निर्देश जोन में बांटें जाएंगे ग्रेटर नोएडा के सभी सेक्टर, नोडल अधिकारी करेंगे निगरानी

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
ग्रेटर नोएडा। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो और मोटो जीपी जैसा महत्वपूर्ण एवं वैश्विक आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न होने के बाद मंगलवार को ग्रेटर नोएडा पहुंचे औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने करीब साढ़े तीन घंटे की मैराथन बैठकर कर ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विकास कार्यों एवं जनउपयोगी कार्यों की गहन समीक्षा बैठक की। जिसमें मंत्री नन्दी ने अधिकारियों को ग्रेटर नोएडा को और अधिक सुन्दर बनाने साथ ही लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मंत्री नन्दी ने अधिकारियों को फेक रिपोर्ट और गलत कार्यों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में औद्योगिक विकास मंत्री ने वर्तमान परेशानियों और विभिन्न प्राधिकरण से जुड़े समस्याओं के लिए पुरानी सपा और बसपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पुरानी सरकारों की कारगुजारी का खामियाजा हम सभी को वर्तमान में भुगतना पड़ रहा है। लेकिन सभी पुरानी गलतियों को दूर करते हुए सभी समस्याओं का निस्तारण कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए नंदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में गलत काम करने वालों को छोड़ा नहीं जा रहा है। प्रदेश में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं और सभी को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में हर जगह निवेश का माहौल बना है। लॉ एंड आर्डर की व्यवस्था सुधरने से उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।

कैबिनेट मंत्री ने समीक्षा बैठक के बाद मंत्री ने कुछ रिहायशी और औद्योगिक सेक्टरों का भी भ्रमण किया। वे आवंटियों से मिले और रखरखाव कार्यों को बेहतर करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ पुलकित खरे, एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ आशुतोष द्विवेदी, ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव, संतोष कुमार, नवीन कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

समीक्षा बैठक में मंत्री नन्दी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा को हरा-भरा और सुंदर बनाने में की जा रही लापरवाही और मनमानी की शिकायतों पर मंत्री नन्दी ने नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। मंत्री नन्दी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में आने वाले निवेशकों को सड़क पर चरती हुई गाय, टूटी हुई बाउण्ड्री, लोहे की तार की फेंसिंग दिखेगी तो यह ठीक नहीं रहेगा, इससे निवेशकों तक अच्छा संदेश नहीं जाएगा। इसलिए अधिकारियों को ग्रीनरी पर विशेष ध्यान देना है। टीम बना कर काम करना है। कई ठेकेदारों को जो काम दिया गया, उन्होंने उस काम को पूरा न करके आधा-अधूरा ही काम किया, लेकिन पेमेंट पूरा ले लिया है। ऐसे ठेकेदारों को और उनके कार्यों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा के सभी सेक्टर को जोन में बांटा जाए। उसके बाद नोडल अधिकारियों की तैनाती की जाए। नोडल अधिकारी अपने-अपने जोन के सेक्टर में कराए गए कार्यों का निरीक्षण करें, उसके बाद ही अब ठेकेदारों को पेमेंट किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण को 60 हजार करोड़ का लक्ष्य दिया गया है। लक्ष्य पूर्ति में कत्तई लापरवाही न बरती जाए। जो भी आच्छादित एमओयू हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर लैण्ड अलाटमेंट, कम्प्लीशन सर्टिफिकेट आदि प्राथमिकता के आधार पर प्रदान करें।

मंत्री नन्दी ने कहा कि निचले स्तर तक जिम्मेदारियों का निर्वहन और कार्यों में सुधार तभी होगा, जब सभी वरिष्ठ अधिकारी अपने अधीनस्थों के कार्यों की समीक्षा करेंगे। इसलिए शासन स्तर पर एवं मंत्री स्तर पर होने वाली बैठक के पूर्व जिम्मेदार अधिकारी, सभी विभागों के एचओडी अपने अधीनस्थों के कार्यों की समीक्षा करें कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी गई थी, उसका उन्होंने निष्ठा व ईमानदारी पूर्वक निर्वहन किया या नहीं। अगर जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया तो कार्रवाई की जाए। मंत्री नन्दी ने कहा कि निवेशकों की सहूलियत हमारी पहली प्राथमिकता है। उनको किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, टेबल टू टेबल फाइलों का निस्तारण करने के लिए दौड़ना न पड़े, सर्टिफिकेट या फाइलें लम्बित न रहें, इसका पूरा ध्यान रखा जाए।