भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय में डिप्टी कमिश्नर एवं आईएमए ईस्ट दिल्ली ब्रांच के उपाध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार विमल ने लू यानी हीट वेव से बचाव के लिए सावधानियां बरतने की अपील की है।उन्होंने कहा कि कोशिश करें कि अगर तेज धूप है तो उसमें बिल्कुल भी ना निकले, आप अपने काम सुबह या शाम को करें। अगर धूप में निकलना आवश्यक है तो सर पर सफेद तौलिया डाल कर निकलें, पानी की कमी होने पर डिहाइड्रेशन होने लगती है। घर पर जो भी तरल पदार्थ बनाए जा सकते हैं, वह भी पिएं। इस मौसम में तरबूज, खरबूज, खीरा, चिमरी, अंगूर जैसे फलों का सेवन करें।
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में लगातार हीट वेव का प्रकोप जारी है। रविवार को तापमान 43.7 डिग्री तक पहुंच रहा है। इससे पहले शनिवार को भी लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार अभी लू यानी हीट वेव से राहत नहीं मिलती दिख रही है। अगले सप्ताह तापमान में और भी बढ़ोतरी होगी। लगातार पड़ रहे भीषण गर्मी के प्रकोप के साथ ही आगे और तापमान बढ़ने का अनुमान है। इससे बचाव के लिए भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय में डिप्टी कमिश्नर एवं आईएमए ईस्ट दिल्ली ब्रांच के उपाध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार विमल ने सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने ऐसे मौसम में स्वयं एवं अपने परिवार को गर्मी व लू के प्रकोप से रखें सुरक्षित रखने के साथ ही बच्चों व बुजुर्गों के साथ ही पालतू जानवरों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। मई का दो सप्ताह बीत चुका है ऐसे में गर्मी का प्रकोप काफी बढ़ गया है। ऐसे में गर्मी के मौसम में लू के प्रकोप से जनसामान्य को बचाने के लिए बचाव बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में लोग कुछ सावधानियां अपनाकर स्वयं को और अपने परिवार को गर्मी व लू के प्रकोप से सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में चाहे इंसान हो या पशु या फिर कोई पालतू जानवर सभी को विशेष देखभाल की जरूरत होती है।
डॉ. विमल ने कहा कि बच्चों व बुजुर्गों का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए। मौसम विभाग की ओर से जारी की गयी एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनों में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीट वेव (लू) से शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) और ऐंठन की शिकायत होने लगती है जिसके कारण लोगों को किसी गंभीर समस्या होने की संभावना बढ़ जाती हैं। हीट वेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार मजदूर झोपड़पट्टी में रहने वाले गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होते है। उन्होंने कहा लू से बचने के उपाय इससे बचने के लिए सबसे पहले हमें सावधान रहने की जरूरत होती है। एक तो कोशिश करें कि अगर तेज धूप है तो उसमें बिल्कुल भी ना निकले, आप अपने काम सुबह या शाम को करें। अगर धूप में निकलना आवश्यक है तो सर पर सफेद तौलिया डाल कर निकलें, पानी की कमी होने पर डिहाइड्रेशन होने लगती है। घर पर जो भी तरल पदार्थ बनाए जा सकते हैं, वह भी पिएं। इस मौसम में तरबूज, खरबूज, खीरा, चिमरी, अंगूर जैसे फलों का सेवन करें।
इन बातों का रखें ध्यान:
1. प्रचार माध्यमों पर हीट वेव/लू की चेतावनी पर ध्यान दें।
2. अधिक से अधिक पानी पियें, यदि प्यास न लगी हो तब भी।
3. हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले सूती वस्त्र पहने।
4. घर से बाहर निकलते समय धूप के चश्मे, छाता, टोपी व चप्पल का प्रयोग करें।
5. अगर आप खुले में कार्य करते हैं तो सिर, चेहरा, हाथ, पैरों को गीले कपडे से ढककर रखें तथा छाते का प्रयोग करें।
6. लू से प्रभावित व्यक्ति/ महिला को छाया में लिटाकर सूती गीले कपडे से पोंछे अथवा नहलायें तथा चिकित्सक से सम्पर्क करें।
7. यात्रा करते समय पीने का पानी साथ रखें।
8. ओआरएस, घर में बने पेय पदार्थ जैसे-लस्सी, चावल का पानी, नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, जिससे शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके।
9. हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट कैंप के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, उबकाई, पसीना आना, बेहोशी आदि को पहचानना।
10. यदि बेहोशी या बीमारी अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सीय सलाह लें।
11. अपने घर को ठंडा रखें। पर्दे, दरवाजे आदि का प्रयोग करें तथा रात व शाम के समय कमरों व घर को ठंडा करने के लिए इन्हें खोल दें।
12. पंखे, गीले कपडे का प्रयोग करें तथा बार-बार स्नान करें।
13. कार्यस्थल पर ठंडे पीने का पानी रखें/उपलब्ध करायें।
14. कर्मियों को सीधे सूर्य की रोशनी से बचने हेतु समाधान करें।
15. श्रमसाध्य कार्यों को ठंडे समय में करने/कराने का प्रयास करें।
16. घर से बाहर होने की स्थिति में आराम करने की समय अवधि तथा आवृत्ति को बढायें।
17. गर्भवती महिला कर्मियों तथा रोग्रगस्त कर्मियों पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिये।
हीट वेव/लू में क्या न करें:
1.जानवरों एवं बच्चों को कभी भी बंद/खडी गाडिय़ों में अकेला न छोडें।
2. दोपहर 11 से 4 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें। सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो, घर के निचली मंजिल पर रहें।
3. गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें।
4. जब बाहर का तापमान अधिक हो, तब श्रमसाध्य कार्य न करें।
5. अधिक प्रोटीन तथा बासी एवं संक्रमित खाद्य व पेय पदार्थ का सेवन न करें।