UP Global Investors Summit में यमुना प्राधिकरण का जलवा 1 लाख 11 हजार 600 करोड़ के एमओयू हुए साइन

गौतमबुद्धनगर के तीनों प्राधिकरण ने मिलकर 2 लाख 87 हजार करोड़ का निवेश किया हासिल, पहले नंबर पर यमुना प्राधिकरण दूसरे नंबर पर नोएडा और तीसरे नंबर पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
ग्रेटर नोएडा। लखनऊ में शुक्रवार से शुरू हुए यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण का जलवा रहा। निवेश के सबसे अधिक एमओयू साइन कर यमुना प्राधिकरण पहले नंबर पर रहा, जबकि नोएडा दूसरे और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तीसरे स्थान पर रहा। इनवेस्टर्स समिट में यमुना प्राधिकरण द्वारा स्टाल लगाया गया है और प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने स्वयं प्राधिकरण के स्टाल पर निवेशकों का स्वागत किया और एमओयू साइन किये। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 1 लाख 11 हजार 600 करोड़ के एमओयू साइन किए गए। ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चेयरमेन डेनियल बिरचर, सीईओ क्रिस्टोफ, सीओओ किरण जैन यमुना प्राधिकरण के स्टॉल पर पहुंचे और प्राधिकरण क्षेत्र में चल रही विकास योजनाओं को लेकर जानकारी ली। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल ने जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर जानकारी ली। इस दौरान प्राधिकरण के स्टॉल पर ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, जीएम केके सिंह, डीजीएम एके सिंह, स्टॉफ ऑफिसर टू सीईओ नंदकिशोर सुंदिरायल नियाल और यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के साथ मौजूद रहे।

लखनऊ में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश ग्लोबल इनवेस्टर समिट शुरू हो गई है। देश-विदेश के निवेशक यहां पहुंचे हैं। जनपद के तीनों प्राधिकरणों ने अभी अपनी धमक दिखाई है। यमुना प्राधिकरण  ने 102 कंपनियों के साथ अनुबंध किया है। इन कंपनियों द्वारा 1 लाख 16 हजार करोड़ से अधिक का निवेश किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क, लॉजिस्टिक पार्क, आॅटो मोबाइल क्षेत्र में निवेश देखा गया है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हो रहे इन औद्योगिक निवेश से 3 लाख से अधिक को रोजगार मिलेगा। यमुना प्राधिकरण ने प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य से करीब 35 प्रतिशत अधिक निवेश प्रस्ताव पर अनुबंध किया है। अभी समिट में दो दिन और शेष है। ऐसे में निवेश का आंकड़ा अभी और बढ़ेगा।


यमुना प्राधिकरण से कार्यन इंटरनेशनल एलएलपी कंपनी ने निवेश के लिए एमओयू किया है। यह कंपनी ने वेयरहाउस में काम करेगी। थमोर्सोल ग्लास इंडिया प्रालि कंपनी ग्लास प्रोसेसिंग एवं सोलर पीवी रूफ टॉप, इनसो मल्टी प्रोडक्ट प्रालि मेडिकल उपकरण, जूम ईवी प्रालि ईवी चार्जर, टाइम सर्वर सर्विस प्रालि फूड प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग के समाधान और एसके डाइन एंड फिनसिंग मिल्स प्रालि  टेक्सटाइल पार्क में निवेश करेगी। काररीट इलेक्ट्रिक प्रालि इलेक्ट्रिक वाहन, एनर्जी इंफ्रा सल्यूशन लॉजिस्टक एवं वेयरहाउसिंग सुविधा, एंड हाइटेक इंडस्ट्रीज लिमिटेड टूल्स और डीवीडीसी डिजाइन सलूशन प्रालि फर्नीचर क्षेत्र में निवेश करेगी। यीडा से मेडिको इलेक्ट्रोस ने 510 करोड़, जयपुरिया 1500 करोड़, एसएसजी फर्निसिंग सेल्यूशन ने 610 करोड़, जेबीएम ने 1000 करोड़, 2 बीई एजुकेट प्रालि ने 14730 करोड़, एर्डोनिंग पॉली फाइबर ने 1500 करोड़ और  एयान शिपिंग ने एक हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पर दस्तखत किए हैं। प्रेते पोर्टो फैशन प्रालि ने 530 करोड़, यासिका ने 205 करोड़, क्यू लाइन बायोटेक ने 600 करोड़, रतन मेडिकोज ने 1000 करोड़ रुपये, आईटी कंपनी अंतरिक्ष इंडिया ने 500 करोड़, पेयरो स्फेयर इंडिया ने 1500 करोड़, पेस्पिको ने 1500 करोड़, फन जू ने 500 करोड़, डीपीएसजी ने 450 करोड़ और निशिकेन क्वालिटी इवैल्युवेशन सेंटर 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पर एमओयू किया है।


नोएडा प्राधिकरण में 88 हजार 700 करोड़ के पास प्रस्ताव आए। इसमें 85 हजार 993 करोड़ के एमओयू 361 कंपनियों की ओर से किए गए। इनमें लुलू मॉल प्रबंधन की ओर से 2500 करोड़। अदाणी की ओर से 5000 करोड़, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 7500 करोड़, इंजिका से 4300 करोड़, क्लियर लेक प्राइवेट लिमिटेड ने 4000 करोड़, थीम कांउटी प्राइवेट लिमिटेड ने 3200 करोड़, गोदरेज प्रॉपर्टी लिमिटेड ने 2400 करोड़, फेयरफोक्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड ने 2000 करोड़, रोज बेरी स्टेट एलएलपी ने 2000 करोड़, थीम काउंटी प्राइवेट लिमिटेड ने 2000 करोड़, महागुन इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड ने 1800 करोड़, कैंनसिलर कंस्लटेंसी ने 1200 करोड़ निवेश करने का समझौता किया है।