फरियादियों की भीड़ देख सीएम का चढ़ा पारा, अफसरों को लताड़ा

लखनऊ। जन-शिकायतों के निदान में कोताही बरते जाने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद खफा हैं। उन्होंने साफ कहा है कि थाना और तहसील स्तर पर शिकायतों का निपटारा न होने पर संबंधित अधिकारियों की खैर नहीं है। लापरवाह अधिकारियों को कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2 दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे हैं। वीरवार की देर शाम वह गोरखपुर पहुंचे थे। इसके बाद शुक्रवार को उन्होंने गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में जन-शिकायतों की सुनवाई की। वहां शिकायत करने के लिए फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी।

यह देखकर सीएम का पारा चढ़ गया। उन्होंने अधिकारियों से सवाल किया कि क्या थाना और तहसील स्तर पर नागरिकों की सुनवाई नहीं हो रही है? आखिर इतनी बड़ी तादात में फरियादियों को मेरे पास तक आने की जरूरत क्यों पड़ रही। यह स्थिति कतई ठीक नहीं है। इसमें सुधार नहीं आया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहिए। जनता दर्शन के दौरान सीएम योगी ने सौ फरियादियों की समस्या खुद सुनी। बाकी शिकायतों का श्रवण डीएम और एसएसपी ने किया। उधर, गोरखपुर में सीएम की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही।

तड़के अपने आवास से निकलने के बाद उन्होंने सबसे पहले बाबा गोरखनाथ के दरबार में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन-पूजन किया। इसी क्रम में उन्होंने अपने दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर परिसर के भ्रमण के क्रम वह गोशाला भी पहुंचे। बता दें कि इसके पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी कार्यालयों में जन-समस्याओं की सुनवाई निरंतर करने के संबंध में निर्देश दिए थे। इसके बावजूद कुछ अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं।