तेज स्पीड में स्टंट करना पड़ा मंहगा, एक की मौत और चार घायल मौत

गाजियाबाद। विवेकानंद रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर स्टंट करना पांच युवकों को भारी पड़ गया। कार अनियंत्रित होकर सीधे डिवाइडर पार चली गई। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए और एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई है। चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर से बाइक सवार आ रहा था, जो चपेट में तो आया मगर कोई बड़ी चोट नहीं आई। एसएचओ नागेंद्र चौबे ने बताया कि दीपक श्रीवास्तव की मौत हुई है, जबकि उनके मौसेरे भाई अतुल और भांजा रितेश, पड़ोसी विवेक यादव व कार चालक कार्तिक कौशिक घायल हुए हैं। दीपक के परिवार में माता पिता और तीन बहन हैं। वह लोहा मंडी की एक फर्म में जाब करते थे। विवेक 12वीं में पढ़ाई के साथ पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा है। उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। अतुल की बायीं आंख चोटिल हुई है। चिकित्सकों ने सर्जरी करने की बात कही है। सभी विवेकानंदनगर में रहते हैं। पुलिस के मुताबिक कार्तिक बीते साल 12वीं में फेल हो गया था। कार्तिक सुबह साढ़े सात बजे दूध लेने के लिए घर से निकला था। वह रोजाना स्कूटी से दू्ध लेने जाता था, लेकिन रविवार को पिता की स्विफ्ट कार ले गया। कालोनी के पार्क में बैठे बाकी दोस्तों के पास पहुंचा और उन्हें लेकर कविनगर राम लीला मैदान पहुंचा। यहां से सिगरेट पीकर लौटे, लेकिन कार्तिक ने कालोनी के बजाय गाड़ी विवेकानंदनगर आरओबी की ओर दौड़ा दी। कार्तिक, रितेश व अतुल का कहना था कि गाड़ी 50-60 किलोमीटर की स्पीड पर थी।

यू-टर्न लेकर आरओबी से उतरते समय अचानक सामने कुत्ता आ गया। उसे बचाने में कार्तिक ने कार से नियंत्रण खो दिया। इस कारण हादसा हुआ। विवेक ने कुत्ता सामने आने की बात से इन्कार किया। आरोप लगाया कि कार्तिक कार की स्पीड बढ़ाकर बार-बार ब्रेक लगाकर स्किड करा रहा था। आरोप है कि आरओबी से उतरते समय कार्तिक कार को 120 किलोमीटर की स्पीड पर ले गया और ड्रिफ्ट मारने के लिए अचानक हैंड ब्रेक खींच दिया। इस कारण गाड़ी तुरंत पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों का भी कहना था कि गाड़ी की स्पीड बेहद तेज थी। डिवाइडर पर चढ़कर कई बार पलटने के बाद कार दूसरे लेन में जा पहुंची। कार चारों ओर से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। लोगों ने बमुश्किल कार में फंसे व्यक्तियों को बाहर निकाला और कविनगर के सर्वोदय अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया, उनके सिर में गहरी चोट लगी थी। रितेश के भाई रवि का कहना है कि कार्तिक नाबालिग है और हादसे को लेकर वह पुलिस से शिकायत करेंगे। कार्तिक के भाई आकाश का कहना है कि वह बालिग है। स्पीड अधिक होने के कारण कार डिवाइडर पर चढ़कर कार पलट गई। दीपक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।