डॉ. अमित पाल शर्मा बने कौशांबी के जिलाधिकारी, संभाला कार्यभार

-कौशांबी में आम जनता के कामों को देंगे प्राथमिकता, नई योजनाओं पर तेजी से काम करेंगे
-प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे अमित पाल का अनुभव: मेरठ, गाजियाबाद और सोनभद्र में सफल कार्यकाल
-शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए संजीदा दृष्टिकोण
-यूपीएससी में 17वां रैंक, एमबीबीएस और प्रशासनिक अनुभव से जनता के कामों में दक्षता

उदय भूमि संवाददाता
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने हालिया प्रशासनिक फेरबदल में प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. अमित पाल शर्मा को कौशांबी जिले का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया है। मंगलवार शाम को उन्होंने कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार में पदभार ग्रहण किया और तुरंत जिले की जनता की सेवा की दिशा में सक्रिय हो गए। पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ. शर्मा सीधे कड़ा स्थित शीतलाधाम पहुंचे और माँ शीतला के दर्शन और पूजन कर जिले की मंगलकामना की। डॉ. अमित पाल शर्मा अपनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। उनका मानना है कि प्रशासन का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं का समाधान करना होना चाहिए। कौशांबी में वह विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, जल आपूर्ति और बुनियादी ढांचे के विकास पर तेजी से काम करेंगे। उनका फोकस आम लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान और नई योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन होगा। डॉ. अमित पाल शर्मा 2016 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण परियोजनाओं का संचालन किया। इससे पहले वह मेरठ के नगर आयुक्त और गाजियाबाद के एसडीएम सदर रहे हैं। सोनभद्र में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर रहते हुए उन्होंने क्षेत्रीय विकास और जनहितकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया। उनके प्रशासनिक अनुभव और परिणामोन्मुख कार्यशैली के चलते उन्हें कौशांबी में जिलाधिकारी के रूप में तैनात किया गया।

शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए संजीदा दृष्टिकोण
डॉ. अमित पाल शर्मा ने एमबीबीएस की पढ़ाई बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज से पूरी की है। स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में उनका दृष्टिकोण वैज्ञानिक और परिणामोन्मुख है। वे आम जनता की सुविधा और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उनकी संजीदा कार्यशैली से उम्मीद जताई जा रही है कि कौशांबी जिले में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ-साथ बुनियादी ढांचे का विकास भी तेज गति से होगा।

यूपीएससी में 17वां रैंक, एमबीबीएस और प्रशासनिक अनुभव से जनता के कामों में दक्षता
डॉ. अमित पाल शर्मा ने यूपीएससी की परीक्षा में 17वां रैंक हासिल किया। पहले उन्हें आईपीएस का दर्जा मिला था, लेकिन वे आईएएस बनने के अपने लक्ष्य को लेकर पुनः परीक्षा में बैठे और सफलता हासिल की। उनका प्रशासनिक अनुभव और शैक्षिक पृष्ठभूमि उन्हें जनता के कामों में दक्ष और प्रभावी बनाती है। उनका यह समग्र अनुभव कौशांबी जिले के लिए बड़ी उम्मीदों की वजह बन गया है। डॉ. अमित पाल शर्मा की नियुक्ति से जिले में प्रशासनिक कार्यों में नई गति और प्रभावशीलता देखने को मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। उनका उद्देश्य न केवल सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करना है, बल्कि आम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करना भी है।